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खास गणेश उत्सव में बनती है यह खास महाराष्ट्रियन थाली, आप भी जरूर करें ट्राई

SANTOSI TANDI
27 Sep 2023 9:15 AM GMT
खास गणेश उत्सव में बनती है यह खास महाराष्ट्रियन थाली, आप भी जरूर करें ट्राई
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थाली, आप भी जरूर करें ट्राई
गणपति उत्सव के मजेदार माहौल का मजा आपको भी लेना है, तो आपको महाराष्ट्र जरूर जाना चाहिए। यहां पर इस समय एक अलग ही रौनक होती है। गणपति बप्पा के स्वागत में सबके साथ आप भी उसी रंग में रंग जाएंगे। गणेश उत्सव में पंडालों के दर्शन करने के साथ ही एक अन्य चीज काफी लोकप्रिय है और वह है महाराष्ट्र का खाना-पीना। महाराष्ट्र का वड़ा पाव, पाव भाजी, ढाबेली और अन्य चीजें तो लोकप्रिय हैं ही। इसके अलावा महाराष्ट्र की पारंपरिक थाली जो खास गणेश उत्सव पर बनाई जाती है, भी काफी लोकप्रिय है।
गणेश उत्सव के दौरान मैं जब महाराष्ट्र गई, तो वहां के एक गांव में घूमने का मौका मिला। स्थानीयों लोगों के कल्चर को देखने के साथ ही, मैंने वहां की स्पेशल थाली का भी मजा लिया। यह थाली खास इस तरह से है कि इसमें स्टार्टर अलग, मेनकोर्स अलग और मीठे में खीर होती है। साथ में स्पेशल भाकरी और पुलाव थाली को पूरा करती है। आइए आपको बताएं कि इस थाली में क्या-क्या रहता है और इसे कैसे बनाया जाता है।
महाराष्ट्रियन मसाला पुलाव
यह एक पारंपरिक वेजिटेबल पुलाव होता है, जिसमें एक स्पेशल मसाला मिलाया जाता है। इसे लंच या डिनर में खाया जा सकता है। इस पुलाव का स्वाद आपके नॉर्मल पुलाव से काफी अलग होता है। इसे वताना भात भी कहते हैं और यह महाराष्ट्रियन मसाला पुलाव का स्वाद स्पाइसी और टैंगी होता है। इसके साथ ही इसमें थोड़ी-सी मिठास भी होती है। कुछ जगहों पर लोग इसमें ड्राई फ्रूट्स भी मिलाते हैं।
कोथिंबीर वड़ी
यह एक पॉपुलर स्नैक है जिसे महाराष्ट्र में खूब खाया जाता है। यह आमतौर पर चाय के साथ सर्व किया जाता है। इसे बेसन और हरे धनिया के साथ बनाया जाता है। तैयार बैटर को स्टीमर में स्टीम किया जाता है और फिर इसकी छोटी-छोटी वड़ी बनाई जाती है। आखिर में इसे तेल में डीप फ्राई किया जाता है। यह इस थाली का खास हिस्सा होता है, जिसे खूब चाव से खाया जाता है।
आलू वड़ी
यह आलू वड़ी वही है, जिसे हम पात्रा या पत्तोड़ बोलते हैं। इसमें और हमारे पात्रा में फर्क इतना है कि महाराष्ट्रियन आलू वड़ी थोड़ी मीठी होती है। इस अरबी के पत्तों से बनाया जाता है। अरबी के पत्तों को भरकर पहले स्टीम किया जाता है और फिर इन्हें भी तला जाता है। यह क्लासिक स्नैक महाराष्ट्रियन और गुजराती व्यंजनों का हिस्सा है। इसे सुबह और और शाम के नाश्ते के साथ खाया जाता है। वहीं, हमारी इस पारंपरिक थाली में कोथिंबीर वड़ी के साथ इसे भी शामिल किया गया था।
थाली में शामिल होती है भाकरी
यह महाराष्ट्र के अलावा गुजरात और राजस्थान में भी काफी लोकप्रिय होती है। इसे ज्वार और बाजरे से मिक्स करके बनाया जाता है। कुछ जगहों पर चावल का आटा भी इसमें मिलाया जाता है। यह गेहूं की रोटी से ज्यादा सॉफ्ट होती है। हालांकि इसे बनाने के ऊपर है और कुछ लोग इसे खाकरे की तरह खाते हैं।
बटाटा भाजी
यह महाराष्ट्रीयन थाली में परोसी जाने वाली एक सिंपल साइड डिश है। आलू और बहुत ही सिंपल मसालों का उपयोग करके इसे बनाया जाता है। इसे चपाती, चावल और भाकरी (भाकरी की रेसिपी) के साथ भी खाया जा सकता है। यह भाजी गणेश उत्सव के दौरान भगवान गणेश को नैवेद्य के रूप में या सत्यनारायण पूजा की प्रसाद वाली थाली में एक अहम भूमिका निभाती है। ऐसे मौके पर इसे बनाते समय प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
अननसाची आमटी
यह दाल काफी स्पेशल और स्वादिष्ट होती है। इसमें अन्नानास के साथ मूंगफली डाली जाती है और इसका स्वाद थोड़ा खट्टा और मीठा होता है। मुझे इस दाल से कुछ खास उम्मीदें नहीं थीं, लेकिन यह दाल मुझे बहुत पसंद आई। इसमें दूधी भी डाली गई थी और मैंने कभी नहीं सोचा था कि पाइनएप्पल से भी इतनी स्वादिष्ट दाल बनाई जा सकती है। महाराष्ट्र में उपवास के दौरान इस दाल को खूब खाया जाता है।
पंचरंगा दाल
महाराष्ट्र में पंचमेल या पंचरंग दाल भी काफी लोकप्रिय है। इसमें तूर, मूंग, चना, मसूर और उड़द दाल (उड़द दाल की रेसिपीज) का उपयोग किया जाता है। इसका बेस आमतौर पर प्याज और टमाटर के साथ तैयार किया जाता है। पारंपरिक महाराष्ट्रियन मसालों से बनी इस दाल का स्वाद नॉर्थ इंडिया के बाकी हिस्सों से काफी अलग और यूनिक होता है। इसका टेक्सचर आपको भले ही दाल मखनी की तरह लगे, लेकिन इसका स्वाद और फ्लेवर काफी अलग होता है।
इसके अलावा पापड़ और लजीज खीर से थाली को तैयार किया जाता है। यह न सिर्फ आपका पेट भरने के लिए काफी है, बल्कि आपके टेस्ट बड्स को भी एक अलग और यूनिक स्वाद मिलेगा।
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