- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- कोरोना काल में...
लाइफ स्टाइल
कोरोना काल में इम्यूनिटी बढ़ाती है ये जूस, इन बीमारियों में भी है फायदेमंद
Gulabi
2 May 2021 8:10 AM GMT
x
इम्यूनिटी बढ़ाती है ये जूस
आचार्य मनीष, आयुर्वेदाचार्य, शुद्धि आयुर्वेद, गिलोय को आयुर्वेद में मौजूद सभी महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियों में से एक माना जाता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। गिलोय को 'अमृत' के समान माना जाता है। कहते हैं कि पौराणिक समय में गिलोय देवताओं को युवा और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता था। गिलोय के अधिकतर औषधीय गुण उसके तने में होते हैं, लेकिन उसकी पत्तियां, फल और जड़ भी बहुत उपयोगी होते हैं। आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में...
पाचन को बनाता है बेहतर
गिलोय को पाचन तंत्र के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। आंवला के साथ इसके पाउडर का नियमित रूप से सेवन करें, इससे पाचन बेहतर होता है। गिलोय का रस आप छाछ के साथ भी ले सकते हैं। इससे अपच में राहत मिलती है।
डायबिटीज को करता है नियंत्रित
गिलोय को डायबिटीज में काफी प्रभावी माना जाता है। यह एक हाइपोग्लिसीमिक एजेंट के रूप में कार्य करता है। मधुमेह रोगियों को अपने रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के उच्च स्तर को कम करने के लिए गिलोय को जूस जरूर पीना चाहिए।
गठिया में दिलाता है आराम
गिलोय के उपयोग से गठिया में राहत मिलती है। अगर आप गठिया से पीड़ित हैं तो आपको गिलोय को सेवन करना चाहिए। दरअसल, इसमें सूजन कम करने के साथ-साथ गठिया विरोधी गुण भी पाए जाते हैं, जो गठिया के दर्द और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मददगार होते हैं।
आंखों के लिए भी फायदेमंद है गिलोय
गिलोय को आंखों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है। आप नियमित रूप से गिलोय का जूस पीजिए, जरूर फायदा मिलेगा। कुछ लोग गिलोय को पानी में उबालकर, उसे ठंडा करके आंखों की पलकों पर भी लगाते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में है मददगार
गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य में सुधार लाते हैं और रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। नियमित रूप से गिलोय के जूस का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है। इससे न सिर्फ आप कोरोना वायरस बल्कि अन्य कई बीमारियों को भी मात दे सकते हैं।
नोट: आचार्य मनीष आयुर्वेद आचार्य हैं, जो आर्युवेद की दुनिया में एक लंबा अनुभव रखते हैं।
अस्वीकरण: हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। जनता से रिश्ता लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
Next Story