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रसभरी का नाम सुनते ही मुंह में खट्टा-मीठा स्वाद आने लगता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: रसभरी का नाम सुनते ही मुंह में खट्टा-मीठा स्वाद आने लगता है। ये इतनी रसदार और स्वादिष्ट होती है कि बस इसे खाते रहने का मन करता है। छोटी सी दिखने वाली ये रसभरी डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान है। चूंकि डायबिटीज के मरीजों के पास खाने के बहुत कम विकल्प होते हैं। इंसुलिन को लेकर उन्हें बहुत ज्यादा सर्तक रहना पड़ता है। ऐसे में रसभरी न केवल उनके लिए बेस्ट है, बल्कि ये मरीजों के ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में भी मदद करता है। मधुमेह से पीडि़त मरीज अगर रसभरी खाएं, तो बहुत फायदे होंगे।
रसभरी फल नारंगी रंग का होता है, जो बिल्कुल टमाटर जैसा दिखता है। इन्हें केप गूसबेरी, गोल्डन बेरीज, इन्का बेरी, ग्राउंड बेरी और रसभरी के नाम से भी जाना जाता है। डायबिटीज के मरीज इसे एक हेल्दी ब्रेकफास्ट या फिर डेजर्ट के रूप में शामिल कर सकते हैं। डाइटीशियन के अनुसार, डॉक्टर्स डायबिटीज के मरीजों को एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल खाने के लिए कहते हैं। ऐसे में रसभरी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने में मदद करता है।
रसभरी क्यों है डायबिटीज रोगियों के लिए वरदान
रास्पबेरी जैसे स्वादिष्ट फल का सेवन सालों से किया जा रहा है। खट्टी- मीठी होने के कारण बहुत से लोग इसे पसंद नहीं करते। लेकिन डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए ये बेहद फायदेमंद है। यह विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल से भरपूर है, जो अच्छे स्वास्थ्य में बढ़ावा और बीमारियों को रोकने में मददगार है। कई शोधों के अनुसार, इस फल के सेवन से ह्दय स्वास्थ्य में सुधार होता है। वहीं खासतौर से यह टाइप -2 डायबिटीज वाले मरीजों को बहुत फायदा पहुंचाती है। इसके अलावा यह फल वजन घटाने, ह्दय रोग और अल्जाइमर रोग को कम करता है, जो डायबिटीज की सामान्य जटिलताएं हैं।
डायबिटीज में क्यों है फायदेमंद
हाई फाइबर होने के कारण यह ब्लड शुगर, इंसुलिन और लिपिड में सुधार करती है।
डायबिटिक पेशन्ट्स में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के कई लेवल होते हैं, जिन्हें रसभरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ नियंत्रित किया जा सकता है।
रास्पबेरी में फ्रुक्टोज होता है, जिसमें इंसुलिन की जरूरत नहीं होती। इसलिए यह फल डायबिटीज के साथ ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद करता है।
डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित हेाने पर हार्ट डिसीज, नर्व डैमेज, किडनी और आई डैमेज जैसे कई अन्य कॉम्प्लीकेशन्स हो सकते हैं। ऐसे में रसभरी में पाए जाने वाले फाइबर और पोषक तत्व शुगर को कंट्रोल करते हैं। इन्हीं वजहों से रसभरी मधुमेह में सबसे अच्छा फल माना जाता है।
नियमित रूप से रसभरी खाने के अन्य फायदे
इसमें मौजूद फाइबर और पानी की अच्छी मात्रा कब्ज को रोककर पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखती है।
नियमित रूप से इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
सूजन और लालिमा का इलाज करके त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
विटामिन सी और फोलिक एसिड से समृद्ध होने के साथ यह बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।
पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाने की वजह से रसभरी में सर्दी और फ्लू से लडऩे की क्षमता होती है।
रसभरी विटामिन ए से भरपूर है, जो आपकी आंखों की दृष्टि के लिए बहुत लाभकारी है।
हड्डियों की समस्या से परेशान लोगों के लिए रसभरी बहुत असरदार माना जाता है। इसमें पेक्टिन पाया जाता है, जिससे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस की मात्रा सही बनी रहती है।
इसमें कई फाइटोकेमिकल्स भी पाए जाते हैं, जो हार्ट के लिए फायदेमंद हैं।
कैसे करें रसभरी का सेवन
विशेषज्ञों के अनुसार टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों को दिनभर में कम से कम दो रसभरी रोज खाना चाहिए। इसके अलावा रसभरी को 2 कप पानी में तब तक उबालें, जब तक की यह पानी आधा ना हो जाए। रोज सुबह यह पानी पीएं, डायबिटीज से निजात मिल जाएगी।
Deepa Sahu
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