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जीभ के रंग बदलने पर हो सकती है ये बीमारी

Teja
23 Jan 2022 6:18 AM GMT
जीभ के रंग बदलने पर हो सकती है ये बीमारी
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जीभ' का ख्याल भी उतना ही जरूरी होता है, जितना की हमारे शरीर के किसी भी पार्ट का. अक्सर आपने देखा होगा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | जीभ' का ख्याल भी उतना ही जरूरी होता है, जितना की हमारे शरीर के किसी भी पार्ट का. अक्सर आपने देखा होगा कि कई लोगों की जीभ काली होती है, लेकिन वे इसको गंभीरता से नहीं लेते हैं, जिससे आगे चलकर उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जीभ का रंग आपकी सेहत का हाल बयां करता है और यदि आपकी जीभ का रंग बदला हुआ है तो ये कई बीमारियों की ओर भी इशारा करता है. पहले के जमाने में वैद्य, हकीम और कई डॉक्टर सिर्फ जीभ और आखों को देखकर ही बीमारी के बारे में पता कर लेते थे. जीभ का रंग बदलने के पीछे कई वजह हो सकती हैं. कई बार दवाओं या किसी खाने की वजह से भी जीभ का रंग कुछ देर के लिए बदल जाता है, लेकिन अगर आपकी जीभ का रंग ज्यादा समय के लिए बदल जाए तो समझिए कोई परेशानी है. तो आज हम आपको जीभ के रंग बदलने और उससे जुड़ी बीमारियों के बारे में बता रहे हैं.

जानें-कैसा होना चाहिए जीभ का रंग
सामान्य तौर पर जीभ का रंग हल्का गुलाबी होता है. इस पर लाइट वाइट कोटिंग होना भी बिल्कुल सामान्य माना जाता है. सामान्य जीभ का टेक्सचर थोड़ा धुंधला होता है. अगर आपकी जीभ भी ऐसी है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है.
जीभ का काला होना कैंसर का संकेत!
आपको जानकर हैरानी होगी कि जीभ का रंग काला होना कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है. इसके अलावा माना जाता है कि अल्सर या फंगल इनफेक्शन होने पर भी जीभ का रंग काला पड़ने लगता है. अक्सर चेन स्मोकर्स की जीभ का रंग भी काला होने लगता है.
सफेद जीभ होने का मतलब
इसके अलावा अगर जीभ का रंग सफेद हो गया है तो इसका मतलब है कि आपका ओरल हाइजिन काफी खराब है और शरीर में डिहाइड्रेटेड की समस्या है. अगर जीभ पर कोटिंग कॉटेज चीज की लेयर जैसी दिखती है तो स्मोकिंग की वजह से आपको लिकोप्लेकिया भी हो सकता है. कई बार फ्लू की वजह से भी जीभ का रंग सफेद हो जाता है. ऐसे में आपको अपनी जीभ का विशेष ख्याल करना होता है.
पीले रंग की जीभ के पीछे की वजह
कई बार आपकी जीभ पीले रंग की भी हो जाती है. इसके पीछे की वजह शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी होती है. इसके अलावा डाइजेस्टिव सिस्टम में गड़बड़ी होने, लिवर या पेट की दिक्कत होने पर भी जीभ का रंग पीला होने लगता है. इसी स्थिति में जीभ पर पीली कोटिंग जमने लगती है.
ज्यादा कैफीन से होती है ब्राउन जीभ
अक्सर कई लोगों की जीभ का रंग ब्राउन भी होने लगता है. जो लोग ज्यादा कैफीन का सेवन करते हैं उनकी जीभ ब्राउन कलर की हो सकती है. कई स्मोकिंग करने वालों की जीभ का कलर भी ब्राउन हो जाता है. स्मोकिंग करने वाले लोगों की जीभ पर ब्राउन कलर की एक परमानेन्ट लेयर जम जाती है.
अजीब तरीके से जीभ लाल होने की वजह
अगर आपकी जीभ का रंग अजीब तरीके से लाल होने लगा है तो शरीर में फॉलिक एसिड या विटमिन B-12 की कमी हो सकती है. जीभ पर रेड स्पॉट दिखें तो इसे जियोग्राफिक टंग कहते हैं. ऐसे में आपको ध्यान देने की जरूरत है.
नीली और पर्पल जीभ होने का मतलब
जीभ का रंग नीले या पर्पल होने पर भी कई बीमारियां हो सकती हैं. इसका मतलब आपको हार्ट से जुड़ी समस्याएं हो सकती है. जब हार्ट ब्लड को सही तरीके से पंप नहीं कर पाता या ब्लड में ऑक्सिजन कम होने लगता है तो जीभ का रंग नीला या पर्पल हो जाता है.


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