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ये बीमारी बनी बप्पी लहिरी की मौत की वजह, अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो हो जाएं सावधान!

Tulsi Rao
16 Feb 2022 6:32 PM GMT
ये बीमारी बनी बप्पी लहिरी की मौत की वजह, अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो हो जाएं सावधान!
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चेस्ट इन्फेक्शन से परेशान थे. यही बीमारी बप्पी लहिरी की मौत की वजह बनी. जानते हैं क्या है ऑब्स्ट्रक्ट‍िव स्लीप एपन‍िया और इसके लक्षण.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Obstructive Sleep Apnea: मशहूर गायक और संगीतकार बप्‍पी लह‍िरी के निधन के बाद बॉलिवुड में शोक की लहर है. बप्पी लहिरी कुछ दिनों से बीमारी थे. उन्हें मुंबई के क्रिट‍िकेयर हॉस्प‍िटल में एडमिट किया गया था. डॉक्टर्स का कहना है कि बप्पी लहिरी करीब 1 साल से ऑब्स्ट्रक्ट‍िव स्लीप एपन‍िया (Obstructive Sleep Apnea) और चेस्ट इन्फेक्शन से परेशान थे. यही बीमारी बप्पी लहिरी की मौत की वजह बनी. जानते हैं क्या है ऑब्स्ट्रक्ट‍िव स्लीप एपन‍िया और इसके लक्षण.

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया क्या है?
ये नींद से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है जिसमें ब्रीदिंग डिसऑर्डर की समस्या होती है. इस बीमारी से परेशान लोगों की सोते वक्त बार-बार सांस रुकती और चलती है. खतरनाक बात ये है कि इसमें नींद में ही सांस रुक जाती है और व्यक्ति को पता भी नहीं चलता है. नींद में सांस रुकने की ये स्थिति 1 मिनट तक हो सकती है. फिर झटके से सांस आती है और सोते हुए व्यक्ति को एक झटका जैसा लगता है. इस स्थिति में खून में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और दिमाग एक्टिव हो जाता है. जिसके बाद आप कुछ सेकेंड्स के लिए जाग जाते हैं. हालांकि आप सिर्फ एक झटके के जैसे जागते हैं जो कई बार याद भी नहीं रहता है. जो व्यक्ति इस बीमारी से परेशान हैं उन्हें रात में 5 से 30 बार ऐसा हो सकता है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को अच्छी नींद नहीं आती है.
स्लीप एपनिया के प्रकार
स्लीप एपनिया कई तरह के होते हैं, इसमें सबसे कॉमन है ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया है. इसमें व्यक्ति की गले की मांसपेशियां नींद में ढीली हो जाती हैं. इससे एयर फ्लो में रुकावट आती है और पीड़ित व्यक्ति तेज-तेज खर्राटे लेता है. इस बीमारी में सांस की नली के ऊपरी हिस्से में रुकावट आने से ऑक्सीजन का प्रवाह अच्छे तरीके से नहीं हो पाता है और सांस लेने में रुकावट आती है. कई बार खून में ऑक्सीजन का लेवल इतना कम हो जाता है कि व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. हालांकि सभी खर्राटे लेने वाले लोगों को ये बीमारी हो ये जरूरी नहीं है.
जोर-जोर से खर्राटे आना
सोते-सोते अचानक सांस रुकना
नींद में दम घुटने या हांफने जैसा महसूस करना
गले में खराश या मुंह सूखना
दिन में भी बहुत नींद आना
हाई ब्लड प्रेशर
ध्यान लगाने में परेशानी
सुबह उठकर सिर दर्द होना
डिप्रेशन और मूड स्विंग करना
स्लीप एपनिया की वजह (Sleep apnea causes)
1- मोटापा- ज्यादातर मोटे लोग ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया का शिकार होते हैं. वजन बढ़ने के साथ श्वास नली के ऊपरी भाग में फैट जम जाता है, जिससे सांस लेने में मुश्किल होती है. पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम और हाइपोथायरॉइड के मरीज को भी इसका खतरा रहता है.
2- ज्यादा उम्र- कुछ लोगों में उम्र बढ़ने के साथ ये बीमारी होने लगती है. जिन लोगों की आयु 60 साल है उन्हें स्लीप एनपिया होने का खतरा ज्यादा रहता है.
3- डायबिटीज और हाइपरटेंशन- जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती है उन्हें ये बीमारी हो सकती है. डायबिटीज की समस्या से ग्रसित लोगों में भी ये बीमारी अपनी चपेट में ले सकती है.
4- सांस नली पतली होना- कुछ लोगों की सांस नली का रास्ता काफी संकरा होता है. ऐसा बचपन से हो सकता है. वहीं कुछ लोगों को टॉन्सिल्स होने की वजह से ऐसा हो जाता है. ऐसी स्थिति में श्वासनली का रास्ता बाधित हो जाता है.
5- धूम्रपान करना- जो लोग ज्यादा स्मोकिंग करते हैं उनमें भी स्लीप एपनिया का खतरा हो सकता है. अगर फैमिली में किसी को स्लीप एपनिया की बीमारी है तो आपको भी हो सकती है. महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में ये बीमारी ज्यादा होती है.


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