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रिवर्स हेयर वॉश की वो बातें, जो आपको जाननी चाहिए

Kajal Dubey
10 May 2023 1:44 PM GMT
रिवर्स हेयर वॉश की वो बातें, जो आपको जाननी चाहिए
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शैम्पू, लैदर (बालों में झाग लाना), कंडीशनिंग और उसके बाद बालों को धो देना-हमारी और आपकी बाल धोने वाली रूल बुक में अब तक लगभग यही बातें शामिल थीं और हम जितना दूर तक सोच सकते हैं उतनी दूर तक, आदर्श रूप से शैम्पू करने की यही परंपरा चली रही है. नि:संदेह रूप से यह हममें से अधिकांश लोगों के फ़ायदेमंद साबित भी होती है.
हालांकि हम वर्षों से इस बंधी-बंधाई परंपरा को निभाए जा रहे हैं, जिसकी वजह से हमारे बाल चमकहीन, बेजान और लाइफ़लेस हो चुके हैं या फिर हम इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं. आपको यह भी लगता होगा कि बाल धोने के सारे नियमों का बहुत ही बारीक़ी से फ़ॉलो करने के बाद भी मेरे बाल चमकहीन और बेजान बने हुए हैं, तो आपको ये बातें जानने की ज़रूरत है.
रिवर्स हेयर वॉश
ऊपर दी गई समस्याओं से निपटने के लिए आपको रिवर्स हेयर वॉश आज़माना चाहिए. रिवर्स हेयर वॉश से मतलब है कि, पहले कंडीशनर उसके बाद शैम्पू. यह बहुत ही सरल है; आपको बस रिवर्स हेयर वॉशिंग के प्रॉसेस को अपनाना होगा. सबसे पहले अपने बालों में कंडीशनर लगाएं और उसके बाद इसे अच्छी तरह से धोकर शैम्पू से बालों को साफ़ करें. इस प्रक्रिया में स्कैल्प में कंडीशनर का अवशेष बाद के शैम्पू का इस्तेमाल करने से साफ़ हो जाता है, जिसकी वजह से बाल इन अवशेषों के नीचे दबते नहीं हैं. यह टिप और ट्रिक उनके लिए बालों के लिए जीवनदान साबित होगी, जिनका स्कैल्प ऑयली होता है या फिर बेजान बालों से परेशान होते हैं.
रिवर्स हेयर वॉशिंग के फ़ायदे
इस प्रक्रिया स्कैल्प को साफ़ करने से पहले हेयर फ़ॉलिक्स को रिपेयर करने में मदद करती है, जिससे बाल हेल्दी और हाइड्रेटेड दिखाई देते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि रिवर्स हेयर वॉशिंग से डल और फ़्लैट हेयर्स में एक स्ट्रक्चर जोड़ा जा सकता है.
हालांकि, अगर आप इस प्रक्रिया की वजह से ड्राय और रफ़ एंड्स (नीचे के बालों) से डरती हैं, जो सप्ताह में सिर्फ़ एक बार ही रिवर्स हेयर वॉश अपनाएं. इसके अलावा ड्राय एंड्स से छुटकारा पाने के लिए प्रचुर मात्रा में कंडीशनर का इस्तेमाल करें, लेकिन उसे धोएं नहीं बल्कि थोड़े से पानी का छींटा कर दें और उसके बाद शैम्पू करें.
किसे आज़माना चाहिए?
उन सभी लोगों को इस रिवर्स हेयर वॉश तकनीक़ी को आज़माना चाहिए, जो रूखे और बेजान बालों से परेशान हैं. यह उनके लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जिनके पास फ़ाइन हेयर या फिर ऑयली स्कैल्प है. यह बालों पर दबाव डाले बिना कंडीशनिंग में मदद करते हैं.
यहां तक कि अगर आपके बाल मोटे और ड्राय है, तब भी यह तकनीक हेयर लॉक्स को टेक्स्चर देने में मदद करती है. जो लोग कंडीशनर लगाने से परहेज़ करते हैं, लेकिन ड्राय एंड्स से परेशान हैं, उनके लिए भी यह तकनीक वरदान साबित हो सकती है.
यदि आप नियमित रूप से वर्कआउट करती हैं, तो आप यह बहुत अच्छी तरह से समझ सकेंगी कि पसीने से भीगे, चिपचिपे और गीले बाल कितने बुरे लगते हैं. इससे छुटकारा पाने के लिए रोज़ाना बालों को धोना, ना तो इसका हल है और ना ही इसकी सिफ़ारिश की जाती है. तो फिर क्या कर सकते हैं? पहली बात तो यह है कि हमें वर्कआउट की इंटेन्सिटी पता लगाना होगा है. अक्सर होता यह है कि, लो या मीडियम इंटेन्सिटी वर्कआउट में सिर्फ़ हेयरलाइन गीली होती हैं, जबकि इंटेन्स वर्क आउट के साथ, कहानी बिल्कुल अलग है!
तो आप क्या कुछ कर सकती हैं:
पोस्ट-वर्कआउट हेयरकेयर गाइड
सिर्फ़ हेयरलाइन गीली होती हो, तो रोज़ाना बालों को धोना छोड़ दें और एक वैकल्पिक हेयरस्टाइल चुनें. वर्कआउट के बाद ढीली चोट बांध लें और जब बाल सूख जाएं, तो उन्हें खोल दें. इससे आपके बाल पसीने से तर बतर और चिपचिपा नहीं दिखेंगे. बजाय इसके उन्हें एक टेक्स्चर मिलेगा, जिससे आपको एक मेसी और एजी लुक मिल सकेगा.
यदि आप कार्डियो करती हैं और आपका स्वेट लेवल मीडियम है, तो वर्कआउट के बाद अपने बालों में लूज़ बन और साइड चोटी आज़माएं, इससे आपके बालों में नमी नहीं रह जाएगी. टाइट हेयरस्टाइल की जगह यह हेयर स्टाइल आपके बालों को तेज़ी से सूखने में मदद करेगा.
अगर आप रोज़ाना इंटेन्स वर्कआउट करती हैं, तो हेडबैंड को बिल्कुल संभाल कर रखें. वर्कआउट करते समय इसे अपने बालों में ज़रूर लगाएं, ताकि कैलोरी बर्न करते समय होनेवाले पसीने को यह जितना हो सके सोख सके. आप इसे वर्कआडट के बाद भी लगाए रख सकती हैं, जबतक कि आपके बाल सूख ना जाएं. यदि आपके बाल बहुत ज़्यादा चिपचिपे और गीले हो जाते हैं, तो उन्हें ब्लो ड्राय करें.
भले ही आप रोज़ाना इंटेन्स वर्कआउट करती हों फिर भी सप्ताह में दो या तीन बार ही अपने बालों में शैम्पू करें. जिस दिन आप शैम्पू नहीं करती हैं, उस दिन बालों को पानी से धोएं और हाइड्रेटिंग कंडीशनर लगाएं. पसीना, हेयर फ़ॉलिकल्स को कमज़ोर कर देता है, इसलिए हर दिन शैम्पू करके इन्हें ओवर-ड्राय ना करें. इससे आपके बालों को और नुक़सान पहुंचेगा.
वर्कआउट के बाद गीले बालों पर ड्राय शैंपू का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें, क्योंकि यह अपने पीछे कुछ अवशेष छोड़ जाते हैं. ड्राय शैम्पू स्प्रे करने से पहले अपने बालों को सूखने दें. या वर्कआउट सेशन शुरू करने से पहले ही इसे बालों पर स्प्रे कर लें. ऐसा करने से आपके बाल एक्सरसाइज़ के दौरान पसीने को सोखने के लिए तैयार हो जाते हैं..
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