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इन्हें सबसे ज्यादा रहता है हार्ट अटैक का खतरा, जल्दी बदलें ये आदतें

Gulabi Jagat
2 Jun 2022 4:09 PM GMT
इन्हें सबसे ज्यादा रहता है हार्ट अटैक का खतरा, जल्दी बदलें ये आदतें
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इन आदतों से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा
आजकल कम आयु के लोगों को दिल का दौरा पड़ने (Heart Attack) तथा कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) की बीमारी सबसे अधिक हो रही है। चिकित्सकों का कहना है कि इसके पीछे बड़ा कारण हमारी जीवनशैली तथा पर्सनेलिटी भी है। अधिक मोटापा, ब्लड प्रेशर बढ़ना, तनाव, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना और स्मोकिंग जैसी आदतों की वजह सेके कारण भी दिल का दौरा का खतरा बढ़ रहा है। वहीं कुछ लोगों की पर्सनैलिटी ऐसी होती है जिन्हें दिल का दौरा का खतरा ज्यादा रहता है। आपको हैरानी होगी कि कुछ लोगों में ऐसी आदतें होती हैं जो दिल के दौरे के खतरे को बढ़ाती हैं। ऐसे लोग हार्ट संबंधी बीमारियों के शिकार दूसरों के मुकाबले अधिक होते हैं। आपका गुस्सा, आपका तनाव, नींद न आना, खाने पीने में लापरवाही वाली आदत भी हार्ट अटैकदिल के दौरे का कारण बन सकती है। आइये जानते हैं किस स्वभाव के लोगों को दिल का दौरे का खतरा ज्यादा रहता है।
मेडिकल विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों को बहुत गुस्सा आता है या जो लोग अपने क्रोध को नियंत्रण में नहीं कर पाते या फिर जो लोग कॉम्पटीशन की फीलिंग्स रखते हैं उन्हें टाइप A पर्सनैलिटी बोला जाता है। ऐसे लोगों को दिल का दौरा का खतरा सबसे अधिक होता है। हालांकि इसका ये मतलब नहीं है कि ऐसे सभी लोगों को दिल की बीमारी हो। हां इतना है कि ये वजह भी कई बार दिल के दौरा पड़ने की वजह बन सकते हैं। आपके व्यवहार के कारण भी दिल का दौरा का खतरा काफी बढ़ जाता है। ऐसे में आपको ये आदतें तुरंत बदल देनी चाहिए। इसके अतिरिक्त कई दूसरी आदतें है जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाती हैं।
इन आदतों से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा:-
1- टाइम का प्रेशर- अक्सर ऑफिस में नौकरी करने वाले लोगों के ऊपर समय का प्रेशर होता है। उन्हें एक डेडलाइन तक अपना काम या कोई प्रोजेक्ट समाप्त करना होता है
2- मल्टीटास्किंग- कुछ लोग एक साथ काफी सारे काम करते हैं। कुछ लोग ड्राइविंग के समय मैसेज करते हैं या खाना खाते समय मोबाइल पर बातें करते हैं इससे आपके शरीर में स्ट्रेस लेवल बढ़ता है तथा इसका आपके हार्ट पर प्रभाव पड़ता है।
3- इमोशंस पर कंट्रोल- कई शोध में ये सामने आ चुका है कि पुरुष महिलाओं के मुकाबले अपने इमोशंस को अधिक नियंत्रित करते हैं। पुरुषों की आदत होती है कि वो अपने गुस्से, प्यार एवं निराशा को किसी के सामने जाहिर नहीं करते। जो लोग भावनाओं को दबाकर रखते हैं एक्सप्रेस नहीं करते हैं उन्हें कोक्रॉनिक हेल्थ कंडीशन जैसे दिल का दौरे का खतरा बहुत अधिक रहता है। इसलिए किसी न किसी के साथ अपने इमोशंस अवश्य शेयर करें।
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