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इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ा पैनक्रियाज को हेल्दी रखते हैं ये योगासन
डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है। इंसुलिन एक हार्मोन है जिसका उत्पादन हमारे अग्नाशय या पैंक्रियाज़ द्वारा होता है। लेकिन, डायबिटीज के मरीज़ों में यह हार्मोन नहीं बन पाता। जहां टाइप 1 डायबिटीज में यह समस्या जन्मजात होती है। वहीं, टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन के कम उत्पादन होता है या शरीर द्वारा उसका सही तरह से इस्तेमाल नहीं हो पाता। योग या व्यायाम करने से बॉडी में ब्लड का सही तरीके से सर्कुलेशन होता है जिससे शरीर के सभी अंग सही तरीके से काम करते हैं। तो कौन से योग हैं इसमें फायदेमंद, जान लें यहां।
धनुरासन
इस आसन के अभ्यास से आंतों और अग्नाशय के फंक्शन में सुधार किया जा सकता है। इसके साथ ही इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। पेट की अतिरिक्त चर्बी को भी कम करने में ये आसन बहुत ही असरदार है।
अर्ध मत्स्येंद्रासन
मधुमेह रोगियों को अर्धमत्स्येन्द्रासन भी बेहद फायदेमंद है। इससे पेट के अंगों की अच्छी मसाज हो जाती है साथ ही रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है। इस आसन से फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता भी बढ़ती है।
पश्चिमोत्तानासन
हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास भी करें। यह आसन भी पेट के सभी अंदरूनी अंगों को एक्टिव करता है। जिससे इंसुलिन उत्पादित करने वाले पैंक्रियाज पर भी असर पड़ता है। इसके अलावा इससे शरीर को एनर्जी भी मिलती है।
पवनमुक्तासन
इस आसन से पैंक्रियाज को स्ट्रेंथ मिलती है। इसके साथ ही यह लिवर, स्पलीन, एब्डोमिन और एब्डोमिनल मसल्स को स्ट्रेंथ को भी बढ़ा देता है।