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भारत में मिलते हैं ये अनोखे फल, आपने चखे क्या

SANTOSI TANDI
5 Jun 2023 2:23 PM GMT
भारत में मिलते हैं ये अनोखे फल, आपने चखे क्या
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भारत में मिलते हैं ये अनोखे
बचपन से हम सभी ये सुनते आ रहे हैं कि फल हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। नियमित रूप से हमें फल जरूर खाना चाहिए। साथ ही ऐसे बहुत से फल हैं जो मौसमी होते हैं, जो अपने निश्चित समय में ही आपको बाजार में मिलेंगे। जैसे गर्मियों में आपको आम, तरबूज और अंगूर जैसे कई फल खाने को मिलते हैं। यदि आप इन मौसमी फल या हर मौसम उपलब्ध फलों को खा-खाकर बोर हो चुके हैं तो हम आपको कुछ ऐसे दुर्लभ फलों के बारे में बताएंगे जो भारत में तो मिलते हैं लेकिन ये दुर्लभ फलों की श्रेणी में आते हैं। यदि आपको कभी ये फल दिखे तो एक बार इसका स्वाद जरूर चखें।
फिंगर साईट्रॉन
इस फल को बुद्ध के हाथ के नाम से जाना जाता है। यह फल आपको हर कहीं नहीं मिलेगा। भारत में इस फल को हिमालय के निचले क्षेत्र में उगाया जाता है। कैंटोनीज़, मैंडरिन, जापानी, कोरियाई और वियतनामी भाषा में इसे बुद्ध के हाथ के नाम से जाना जाता है। यह फल देखने में पीले रंग का हाथों की लंबी उंगलियों की तरह दिखता है।
खिरनी
यह फल मई के महीने में कुछ ही समय के लिए उपलब्ध होता है। सुनहरी पीली बेर की तरह दिखने वाली ये फल पूरी तरह से पकने के बाद ही खाने में अच्छी लगती है। यह एक मौसमी फल है जो मध्य भारत और दक्कन प्रायद्वीप में उगाए जाते हैं। देखने में यह फल नीम के निम्बोली की तरह दिखता है और स्वाद में मीठा होता है। आमतौर पर यह फल उत्तर भारत के क्षेत्रों में पाया जाता है।
बिलंबी
बिलंबी केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गोवा में उगाया जाता है। खाने में खट्टे इस फल का उपयोग जैम (जैम बनाने की विधि) और चटनी बनाने के लिए किया जाता है। इस फल के खट्टेपन को कम करने के लिए नमक पानी में पहले भिगोकर रखें उसके बाद ही इसे खाएं।
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करौंदा
करौंदा को फल और सब्जी दोनों तरह से इस्तेमाल किया जाता है, इससे घरों में चटनी, अचार और मुरब्बा (मैंगो मुरब्बा रेसिपी) बनाया जाता है। करौंदा हरे, लाल और सफेद रंग के होते हैं। करौंदा खाने में काफी खट्टा होता है जिसे आमतौर पर मिर्च और नमक के साथ खाया जाता है। करौंदा छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और बिहार में पाया जाता है।
जापानी फल (तेंदू)
इसे इंग्लिश में पर्सीमॉन के नाम से जाना जाता है। यह फल नवंबर दिसंबर के महीने में खाने को मिलता है। इस फल की खेती हिमालय, उत्तर और मध्य भारत के अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में मुख्य रूप से की जाती है। पीले, नारंगी और गहरे भूरे रंग का यह फल खाने में मीठा और स्वादिष्ट लगता है। इसे हिंदी में तेंदू के नाम से जाना जाता है। यह एक जंगली फल है और इसके पत्ते का इस्तेमाल बीड़ी बनाने के लिए किया जाता है।
अंबरेला
अंबरेला जिसे जंगली आम के नाम से भी जाना जाता है। यह भी खट्टा फल है जो कि आमतौर पर तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और गोवा में पाया जाता है। इस फल का इस्तेमाल अचार (मिर्च का अचार) और मॉकटेल बनाने के लिए किया जाता है।
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ये रही भारत के रेयर फलों से जुड़ी जानकारी, यदि कभी आपको ये फल खाने को मिले तो जरूर ट्राई करें। आपको यह लेख कैसी लगी हमें कमेंट कर बताएं। इस लेख को लाइक और शेयर करें और ऐसे ही लेख पढ़ते रहने के लिए जुड़ें रहें हर जिंदगी के साथ।
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