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लाइफ स्टाइल
रेज़्यूमे में रहेंगी ये बातें तो आपको इंटरव्यू कॉल आएगा ही
Kajal Dubey
29 April 2023 5:46 PM GMT
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कोई भी कंपनी आपको हायर करने से पहले आपके बारे में आपके सोशल मीडिया प्रेज़ेंस के अलावा आपके रेज़्यूमे की मदद लेती है. नहीं, कायदे से रेज़्यूमे पहले नंबर पर आता है, क्योंकि जब आप रेज़्यूमे भेजेंगे तभी तो वह आप में दिलचस्पी लेना शुरू करेगी. रेज़्यूमे यानी अपना संक्षिप्त परिचय लिखना एक आर्ट है, क्योंकि आपको शॉर्ट में संभावित एम्प्लॉयर को अपनी उन ख़ूबियों के बारे में बताना होगा, जो उसे उसके काम की लगें. तो आइए जानें, आपके रेज़्यूमे में ऐसा क्या हो कि नौकरी के लिए आए सैकड़ों आवेदनों में से एचआर मैनेजर आपको पर्सनल इंटरव्यू या अगले राउंड के टेस्ट के लिए बुलाए.
कंपनियां सबसे पहले देखती हैं ये क्वॉलिटीज़
आप अपने रेज़्यूमे में हॉबीज़ से लेकर स्कूल और कॉलेज टाइम पर मिले अवॉर्ड्स तक का ज़िक्र कर देते हैं, पर क्या आपको पता है कंपनियों को आपकी इन उपलब्धियों से कोई सरोकार नहीं है. वे ऐसे कैंडिडेट तलाशती हैं जिनमें लीडरशिप क्वॉलिटी हो, जो चुनौतियों से लड़ना जानता हो और जिसे प्रॉब्लम सॉल्विंग में महारत हासिल हो.
बात साफ़ है आपको यह दिखाना होगा कि आपके नेतृत्व में आपकी पिछली कंपनी ने कौन-सी उपलब्धियां हासिल कीं. यदि आप फ्रेशर हैं तो आप कहेंगे हमें तो मौक़ा ही नहीं मिला, ऐसे में लीडरशिप क्वॉलिटी वाली बात ही नहीं आती. आप चुनौतियों से लड़ने की अपनी क्षमता और प्रॉब्लम सॉल्विंग के पॉइंट को हाइलाइट कर सकते हैं. ये वह गुण हैं, जो एक अच्छे लीडर में होते हैं. आप यह बता सकते हैं कि भले ही आप लीडिंग पोज़िशन में नहीं थे, पर पिछली जॉब में आपके प्रयासों और पहल के चलते वहां क्या-क्या बदलाव आए. यदि अगर आप सेल्स में हैं तो आपके प्रयासों से सेल्स के फ़िगर में आए बदलाव रेज़्यूम में होने ही चाहिए.
प्रमोशन और रिस्पॉन्सिबिलिटी को भी हाइलाइट करें
यदि आपने किसी कंपनी में जूनियर पोस्ट यानी एंट्री लेवल पर नौकरी शुरू की थी और कुछ ही सालों में प्रमोशन पाकर अच्छे पोस्ट पर पहुंच गए हैं तो यह आपके रेज़्यूमे में दिखना चाहिए. आमतौर पर भारतीय कंपनियां प्रमोशन देने के मामले में कंजूस होती हैं. ऐसे में यदि आपको प्रमोशन्स मिले हैं तो ज़रूर आपमें कोई ख़ास बात होगी.
जैसा कि हम पहले ही कह चुके हैं भारतीय कंपनियां प्रमोशन देने के मामले में काफ़ी कंजूसी करती हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वे काम की ज़िम्मेदारियां देने में भी यही रुख़ अपनाती हैं. काम तो वे अच्छा-ख़ासा देती हैं. तो भले ही आपको प्रमोशन न मिला हो, अपनी ज़िम्मेदारियों को हाइलाइट करने में आलस न करें. कई बार छोटी पोस्ट के लोग भी बड़े और अहम काम करते हैं. यदि आप यह अपने रेज़्यूमे में लिखेंगे तो आपका भावी एम्प्लॉयर एक बार आपसे मिलना तो ज़रूर चाहेगा.
टेक्निकल नॉलेज को भी दें सही जगह
आमतौर पर लोग रेज़्यूमे में टेक्निकल नॉलेज वाला हिस्सा नज़रअंदाज़ कर देते हैं या सिर्फ़ एमएस-ऑफ़िस और इंटरनेट में प्रवीणता को शामिल करते हैं. इसके साथ-साथ आपको उन सॉफ़्टवेयर्स को भी मेंशन करना चाहिए, जिनपर आप काम करते हैं. यहां यह बात ज़रूरी है कि आप केवल उन्हीं टेक्निकल स्किल्स के बारे में लिखें, जो सचमुच की हों. यदि आपको किसी सॉफ़्टवेयर में महारत हासिल है या आपने जॉब करते हुए कोई सर्टिफ़िकेट कोर्स किया है तो उसे ज़रूर बताएं. डिजिटल इंडिया के युग में आपका यह ज्ञान आपको दूसरों से एक क़दम आगे रखेगा.
इम्प्रेस करने के चक्कर में न दें ग़लत जानकारियां
कई बार सीवी को इम्प्रेसिव बनाने के चक्कर में लोग ऐसी बातें लिख देते हैं, जो कि पूरी तरह सही नहीं होतीं. या पूरी ही तरह ग़लत होती हैं. ऐसा करना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा ही है. आपके पास जो डिग्री है, वही लिखें. जिस यूनिवर्सिटी या इंस्टिट्यूट से आपने डिग्री ली हो, उसका नाम मेंशन करें. ऐसी ही सावधानी अपनी पिछली नौकरियों के ड्यूरेशन को लेकर बरतें. आपने किस कंपनी में कब से कब तक काम किया था, वह पूरी सच्चाई के साथ लिखें. ख़ुद को अधिक एक्सपीरिएंस्ड दिखाने के लिए ग़लत जानकारियां देने से बचें. किसी प्रोजेक्ट में अपने रोल के बारे में भी सही जानकारी दें, क्योंकि बाद में एचआर द्वारा की जानेवाली एन्क्वायरी में यह ग़लत साबित होता है तो आपका इम्प्रेशन ख़राब होगा. अगर आपने बीच में कभी गैप लिया हो तो उस जगह को झूठी जानकारी के साथ भरने के बजाय, गैप लेने का सही कारण लिखें. इसका अपना सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
इन बातों का भी रखें ध्यान
कई बार हम किसी नौकरी में सालों साल रहते हुए एक जैसी ज़िम्मेदारियां निभाते हैं, लेकिन हमारा दिल कुछ और करना चाहता है. हम बिना किसी उम्मीद के उस बारे में जानकारियां एकत्रित करते रहते हैं. अपना ज्ञान बढ़ाते हैं. यदि आपने भी कोई ऐसा ज्ञान अर्जित किया है तो वह मेंशन करें. हो सकता है आपका यह ज्ञान आपको नई नौकरी दिला दे. मौजूदा कंपनी में काम के लिए मिले अवॉर्ड और सराहना का छोटे में ज़िक्र कर दें. अपनी रचनात्मक क्षमता के बारे में भी शॉर्ट में ही सही, पर लिखें.
कुल मिलाकर रेज़्यूमे आपके काम, आपकी पर्सनैलिटी की समरी है. इसमें वह सभी जानकारियां दें, जो एम्प्लॉयर के नज़रिए से ज़रूरी हों. उसके काम की हों, क्योंकि आपका काम तभी बनेगा, जब आप यह साबित कर सकेंगे कि आप सामनेवाले के काम के हैं.
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