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हेल्दी बॉडी के लिए शरीर में सभी पोषक तत्वों का पर्याप्त मात्रा में होना बेहद आवश्यक होता है। प्रोटीन भी इन्हीं जरूरी तत्वों में से एक हैं क्योंकि शरीर में मौजूद हर जीवित कोशिका को प्रोटीन की जरूरत होती है। एक व्यक्ति को अपने पूरे दिन में करीब 10% कैलोरी प्रोटीन के प्राप्त करना चाहिए। जरूरी है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि शरीर में प्रोटीन की कमी न होने पाए, क्योंकि प्रोटीन की कमी से कई प्रकार की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आपको अपने शरीर में होने वाले बदलावों पर ध्यान देना चाहिए। जी हां, किसी भी चीज की जब शरीर में कमी हो तो उसके कुछ लक्षण या यूं कहे कि आपका शरीर आपको कुछ संकेत देने लगता है और ऐसा ही कुछ प्रोटीन के साथ होता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं उन लक्षणों के बारे में जो इशारा करते हैं कि शरीर में प्रोटीन की कमी होने लगी हैं। साथ ही शरीर में इसकी भरपाई के शाकाहारी स्रोत की जानकारी भी उपलब्ध हैं। तो आइये जानते हैं...
चोट न भरना
शरीर में प्रोटीन की कमी की वजह से अक्सर किसी दुर्घटना के बाद लगी चोट जल्दी से नहीं भरती है क्योंकि इस न्यूट्रिएंट की कमी की वजह से घाव भरने की प्रक्रिया बहुत धीमी हो जाती है। दरअसल नई कोशिकाओं को बनने के लिए वक्त और प्रोटीन लगता है, जिसकी वजह से घाव को भरने में मुश्किल आती है।
बार-बार क्रेविंग होना
प्रोटीन की कमी के कारण अधिक भूख लगती है या नमकीन या मीठे फूड्स खाने की लालसा होती है। हमारा शरीर इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि भोजन की कमी की स्थिति में, हम हाई प्रोटीन वाले फूड्स खाने की इच्छा होती है, जिन्हें हमें बनाए रखने की सख्त आवश्यकता होती है।
बालों का लगातार टूटना
आमतौर पर जब आपके शरीर में प्रोटीन की कमी होती है तो उसका एक संकेत बालों का झड़ना है। कई लोग बालों के झड़ने पर हर तरह का प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं लेकिन फिर भी बाल झड़ना नहीं रुकता। यहां तक कि दिन पर दिन बालों की चमक कम हो जाती है और वो रूखे हो जाते हैं। ऐसा शरीर में प्रोटीन की कमी के कारण होता है।
शरीर में हो सकती है सूजन
विशेषज्ञों के अनुसार प्रोटीन की कमी से शरीर के किसी अंग में सूजन भी आ सकती है। इसे चिकित्सीय शब्दावली में एडिमा कहा जाता है। बता दें कि जब ब्लड में एल्बुमिन प्रोटीन की कमी होती है तो ये परेशानी हो सकती है।
थकान होना
प्रोटीन की कमी से आपकी मसल्स ढीली हो सकती हैं, जो बदले में आपकी ताकत को कम कर देती हैं, जिससे आपका संतुलन बनाए रखना कठिन हो जाता है और मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। यह एनीमिया का कारण भी बन सकता है। जब आपकी कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता है तब आप थक जाती हैं।
मांसपेशियों में दर्द होना
जब प्रोटीन की कमी खाने के जरिए पूरी नहीं होती तो मांसपेशियां अपनी जरूरत के अनुसार प्रोटीन हड्डियों से सोखने लगती हैं। इस वजह से हड्डियों में कमजोरी आ जाती है। वहीं मांसपेशियों को अधिक ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है। यहां तक कि मसल्स में दर्द भी बना रहता है।
खांसी-जुकाम
हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि जिन लोगों के शरीर में प्रोटीन की कमी होती है उनका इम्युन सिस्टम कमजोर हो सकता है। ऐसे में लोगों को इंफेक्शन से घिरने का खतरा अधिक होता है। यही वजह है कि इस पोषक तत्व की कमी से मरीजों को सर्दी-जुकाम की परेशानी ज्यादा हो सकती है।
प्रोटीन के शाकाहारी स्रोत
अंडा
अंडा प्रोटीन का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है। यह विटामिन, कैल्शियम, मिनरल्स और हेल्दी फैट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अंडे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। अंडा खाने से मांसपेशियों के विकास में मदद मिलती है और शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
सोयाबीन
प्रोटीन के लिए शाकाहारी स्रोत में सोयाबीन काफी अच्छा विकल्प है। आप सोयाबीन से रोजाना की प्रोटीन जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। आप सोयाबीन की सब्जी या स्प्राउट्स के तौर पर इसे डाइट में शामिल कर सकते हैं।
चना
चना भी प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है। चने में कार्ब्स, फाइबर, आयरन, फोलेट, फास्फोरस, पोटैशियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है और वजन घटाने में भी मदद मिलती है।
टोफू
वेगन डाइट को फॉलो करने वाले लोग प्रोटीन के लिए तोफू का सेवन कर सकते हैं। सोयाबीन से बना टोफू काफी हेल्दी होता है। टोफू में अंडे के बराबर प्रोटीन पाया जाता है। आप इसे किसी भी तरह अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। टोफू में प्रोटीन के अलावा आयरन और कैल्शियम भी भरपूर होता है।
मूंग दाल
मूंग दाल प्रोटीन का अच्छा सोर्स मानी जाती है। इसमें फाइबर, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड पाए जाते हैं। मूंग दाल में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है, इसलिए इसे वजन घटाने के लिए फायदेमंद माना जाता है।
क्विनोवा
एक कप क्विनोवा में 8 ग्राम प्रोटीन होता है। इसमें फाइबर, मैग्निशियम और आयरन पाया जाता है। यह चावल का एक अच्छा विकल्प है। चपातियां और कुकीज बनाने में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। नाश्ते में इसकी खिचड़ी भी खाई जा सकती है।
ड्राई फ्रूट्स
काजू, बादाम और अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। ये शरीर को स्वस्थ रखने के साथ त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद हैं। इसलिए अपनी डाइट में ड्राई फूट्स को जरूर शामिल करें।
चिया सीड्स
यह ओमेगा-3 फैटी एसिड्स के प्रमुख स्रोतों में से एक है। इसमें अन्य बीजों और बादाम आदी से अधिक फाइबर पाए जाते हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। दो चम्मच चिया सीड्स के सेवन से 4 ग्राम प्रोटीन मिलता है। वजन कम करने में भी इससे मदद मिल सकती है।
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Kiran
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