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कोरोना ठीक होने के बाद भी हो रही हैं ये दिक्कत, जरूर ध्यान दें

Bhumika Sahu
22 Feb 2022 5:29 AM GMT
कोरोना ठीक होने के बाद भी हो रही हैं ये दिक्कत, जरूर ध्यान दें
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Omicron Variant: कोरोना वायरस से एक बड़ा वर्ग प्रभावित हुआ है और कोरोना से संक्रमित होने के बाद कई लोगों को अभी भी दिक्कतें आ रही हैं तो जानते हैं अभी किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस ने भारत (Coronavirus In India) में काफी लोगों को अपनी चपेट में लिया है और तीसरी लहर में काफी लोग इससे प्रभावित हुए हैं. तीसरी लहर (Coronavirus Third wave) में जिन लोगों को कोरोना हुआ था, वो नेगेटिव तो कुछ दिन बाद ही हो गए थे, लेकिन कुछ लोगों को दिक्कत अभी तक हो रही है. कई केस (Long Covid Cases) ऐसे सामने आए हैं, जिन्हें अभी भी शरीर में कुछ ना कुछ शिकायत रहती है. ऐसे में आज हम उन दिक्कतों के बारे में बता रहे हैं कि आखिर लोगों में किस तरह के लक्षण आ रहे हैं.

साथ ही जानने की कोशिश करते हैं कोरोना के कई दिन बाद भी जो लक्षण आ रहे हैं उन पर डॉक्टर्स का क्या कहना है. इसके बाद आप समझ जाएंगे कि ये आपके लिए कितना खतरनाक है और अगर आपको लक्षण आ रहे हैं तो आपको क्या करना चाहिए.
पीएचएफआई अध्यक्ष और स्वास्थ्य विशेषज्ञ के डॉक्टर के श्रीनाथ रेड्डी ने आकाशवाणी समाचार को बताया, 'कोविड जब से आया है तब से लॉन्ग कोविड का भी प्रोसेस चालू है. शुरुआत के रूप में या डेल्टा के रूप में हो या ओमिक्रोन के रूप में आया हो यह कई लोगों में ठीक हो जाता है जल्दी. लेकिन कई सारे देशों में 20 या 30 प्रतिशल लोगों को कई सारे हफ्ते तक इस तरह की बीमारी के लक्षण नजर आते हैं. हो सकता है कि कुछ लोगों में काफी महीनों तक भी इस प्रकार के लक्षण नजर आएं तो उसे लोन्ग कोविड कहते हैं.
क्या होते हैं लक्षण?
डॉक्टर का कहना है, 'कुछ लोगों में इसके लक्षण बने रहते हैं, जिनमें सबसे आम होता है एग्जॉशन यानी बहुत थकान महसूस होती है. जो लोग अच्छा खासा काम कर सकते थे अब थोड़ा बहुत काम करने से थक जाते हैं. कई सारे लोगों को मसल्स पेन होता है, कुछ लोगों को सिर में दर्द भी होता है या दर्द ना भी हो तो उन्हें लगता है कि दिमाग सही से काम नहीं कर रहा. कुछ लोगों का कहना है कि जैसे कैंसर में कीमोथेरेपी की दवाई होती है, उसके बाद में ब्रेन में किस प्रकार के परिवर्तन आते हैं, जिसे कीमोब्रेन कहते हैं ठीक वैसे परिवर्तन ब्रेन में भी होते हैं.
डॉक्टर ने बताया, 'कुछ लोगों को इंसेपेलाइटिस जैसे भी लगता है और दिल की धड़कन भी तेज हो सकती है, जिसका कारण है कि हमारे शरीर में एक वेगस नर्व होती है, वो दिल को भी सप्लाई करती है और हमारे पेट और अंतड़ियों को भी सप्लाई करती है. लॉन्ग कोविड का इसर वेगस नर्व के ऊपर पाया गया है, लेकिन कई लोगों में ये कुछ हफ्तों के बाद ठीक हो जाता है. खासतौर में युवा लोगों में यह जल्दी ठीक हो जाता है. जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, उनमें संक्रमण होने पर लॉन्ग कोविड का इसर उतना ज्यादा नहीं होता है.'
लॉन्ग कोविड क्यों होता है
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. कवलजीत सिंह का कहना है कि लॉन्ग कोविड क्यों होता है. इसके कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है. इसको लेकर कई अध्ययन किए जा रहे हैं. लॉन्ग कोविड होने का एक कारण यह हो सकता है कि जब कोरोना का वायरस शरीर पर हमला करता है तो यह तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाता है. इसकी वजह से यह बीमारी बहुत धीमी गति से ठीक होती है ऐसे में लंबे समय तक वायरस का असर शरीर में बना रहता है.


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