लाइफ स्टाइल

ये आदतें पंहुचा सकती है आंखों को नुकसान

Apurva Srivastav
23 Jan 2023 11:52 AM GMT
ये आदतें पंहुचा सकती है आंखों को नुकसान
x
हमारी पलकें नैचुरल तौर पर दिन में हज़ारों बार झपकती हैं, ताकि आंखों को ज़रूरी नमी मिल सके

आंखे किसी नियामत से कम नहीं होतीं, लेकिन फिर भी हम इनका सबसे कम ख्याल रखते हैं। यह जानते हुए कि लैप्टॉप, मोबाइल और दूसरे गैजेट्स किस तरह से आंखों को नुकसान पहुंचाते हैं, हम इनका उपयोग कम नहीं करते। लगातार मोबाइल, लैप्टॉप, टैब्लेट, टीवी का इस्तेमाल सिर दर्द, धुंधला दिखना, ड्राई आइज़ या यहां तक कि गर्दन व कंधों में दर्द का कारण भी बनता है। हालांकि, इसके अलावा कुछ लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें भी हैं, जिनसे आंखों को नुकसान पहुंचता है।

आंखों को बार-बार रगड़ना
आंखों पर बार-बार हाथ लगाने की आदत हम सभी की होती है, लेकिन ये आदत आंखों को नुकसान पहुंचाने का ही काम करती है। हमारी आंखों में कंजेक्टिवा की बेहद पतली परत होती है, जो उनकी रक्षा करती है। तेज़ी से आंखों को मसलने से इस परत को नुकसान पहुंच सकता है।
पलकों को न झपकाना
हमारी पलकें नैचुरल तौर पर दिन में हज़ारों बार झपकती हैं, ताकि आंखों को ज़रूरी नमी मिल सके। इसलिए आंखों में तनाव को दूर करने का सबसे आसान तरीका है हर थोड़ी देर में पलकों को झपकाना। इससे आंखों में मौजूद टॉक्सिन्स भी निकल जाते हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं, कि मोबाइन या फिर दूसरे गैजेट्स का इस्तेमाल करते वक्त हम इतने डूब जाते हैं कि पलकों को झपकाना तक भूल जाते हैं। जिससे आंखे ड्राई और थकने लगती हैं।
आंखों को गर्म पानी से धोना
खासतौर पर ठंड के दिनों में हम आंखों को गुनगुने पानी से ही धो लेते हैं। जबकि एक्सपर्ट्स के अनुसार, आंखों में गरमाहट होती है, इसलिए हमेशा रूम टैम्प्रेचर या फिर ठंडे पानी से ही आंखों को धोना चाहिए।
आई-ड्रॉप्स का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल
आंखों में तकलीफ या दर्द का तुरंत इलाज करने के लिए कई लोग आई-ड्रॉप्स का खूब उपयोग करते हैं। हालांकि, उस समय आपको फौरन राहत ज़रूर मिल जाती होगी, लेकिन लंबे समय में यह आपकी आंखों को ज़्यादा ड्राई कर सकता है।
सोते समय आई-मास्क का उपयोग
कई लोगों को सोते वक्त ज़रा सी भी रोशनी परेशान कर देती है, इसलिए वे आईमास्क का उपयोग करते हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स की मानें तो यह मास्क आंखों को गरमाहट भी पहुंचाते हैं, जिससे आपको अच्छा महसूस हो सकता है, लेकिन यह आंखों के लिए ठीक नहीं है। रात में सोते वक्त आंखों को खुला छोड़ना और सांस लेने देना ही बेहतर है। अगर आंख में इन्फेक्शन या फिर दाना हो गया है, तो फिर गर्म की जगह ठंडा पैक रखें।
Apurva Srivastav

Apurva Srivastav

    Next Story