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शरीर में दिखने वाले ये चार लक्षण हो सकते हैं पानी की कमी के संकेत
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इंसान का शरीर कब कौन सी बीमारी से घिर जाए। इसके बारे में कुछ कहा नही जा सकता, क्योंकि हमारे आसपास कई ऐसी बीमारियां हैं जो हमें पलक झपकते ही अपना शिकार बना लेती हैं। लेकिन कई बीमारियां ऐसी भी हैं, जो हमारी कुछ गलतियों की वजह से हमे अपनी चपेट में ले लेती हैं। जैसें- मानव शरीर को जीने के लिए कई चीजों की जरूरत होती है। अच्छा वातावरण, अच्छा खानपान, शुद्ध हवा और शुद्द पानी की आदि। लेकिन देखा जाता है कि कई लोग पानी का सेवन बेहद कम करते हैं या न के बराबर करते हैं। जबकि हमें ये बात ध्यान रखनी चाहिए कि मौसम चाहे सर्दी का हो या फिर गर्मी का। प्रत्येक व्यक्ति को रोजाना लगभग आठ गिलास यानी दो लीटर पानी पीना चाहिए। ऐसा इसलिए भी क्योंकि कुछ गंभीर बीमारियां हैं, जो पानी की कमी के कारण हो सकती हैं। तो चलिए आपको इनके लक्षण और संकेतों के बारे में बताते हैं, जो शरीर में पानी की वजह से नजर आते हैं।
थकान होना
अगर आपको अक्सर थकान होती है, तो ये संकेत है कि आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है। जब तरल पदार्थ की कमी से रक्त की मात्रा में कमी हो जाती है, तो इससे मांसपेशियों और बाकी अंगों पर ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुचाने के लिए दिल पर अतिरिक्त दबाव डलता है। ऐसे में आपको थकान जैसी दिक्कत होती है।
मुंह से बदबू आना
मुंह में लार बनने के लिए पानी जरूरी है और यही लार बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करती है। इससे आपके मसूड़े और दांत स्वस्थ बने रहते हैं। लेकिन जब शरीर में पानी की कमी होती है तो इससे लार का उत्पादन नहीं हो पाता है, ऐसे में बैक्टिरिया के कारण सांस लेने के दौरान मुंह से बदबू आ सकती है।
कम पेशाब आना
जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो इसके कारण किडनी का कामकाज प्रभावित हो सकता है। वहीं, कम पेशाब आना इसका एक बड़ा लक्षण है। इसके अलावा पानी की कमी के कारण पेशाब का रंग गहरा हो सकता है, गंध आ सकती है आदि। हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थो और बैक्टीरिया को बाहर निकालने के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है।
त्वचा का खराब होना
पानी हमारी त्वचा को चमकदार, जीवंत और युवा दिखने के लिए बेहद जरूरी होता है। लेकिन पानी की कमी होने के कारण त्वचा कठोर हो जाती है और अपनी कोमलता खो बैठती है, जिसकी वजह से चेहरे पर झुर्रिया, त्वचा का झुलसना, सूखापन आदि दिक्कतें होती हैं।
नोट: डॉ. परवेश मलिक एक फिजिशियन हैं और वर्तमान में पानीपत के उजाला सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल में कार्यरत हैं। डॉ. मलिक ने हरियाणा के महर्षि मार्कंडेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च मुल्लाना, से अपना एबीबीएस पूरा किया है। इन्होंने जनरल मेडिसिन में एमडी भी किया। पानीपत के उजाला सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल में काम करने से पहले डॉ. परवेश ने एम.एम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च महर्षि मार्कंडेश्वर यूनिवर्सिटी में जूनियर रेजिडेंट के तौर पर काम किया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।