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लाइफ स्टाइल
ये बीमारियां बन सकती हैं एनीमिया का कारण, जानिए बचाव और उपचार
Triveni
25 March 2021 1:54 AM GMT
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रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो पूरे शरीर में मौज़ूद कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।
जनता से रिश्ता वेबडेसक | रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो पूरे शरीर में मौज़ूद कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। अगर किसी वजह से हीमोग्लोबिन का स्तर घटने लगता है तो इससे शरीर में मौज़ूद सभी कोशिकाओं को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता। ऐसे में हमेशा थकान, नाखूनों की रंगत सफेद पड़ जाना, पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग न होना या हेवी ब्लीडिंग, एकाग्रता में कमी और भोजन में अरुचि जैसे लक्षण नज़र आते हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है और सही समय पर इलाज न मिल पाने, जानकारी के अभाव में हर साल कई महिलाएं दम तोड़ देती हैं।
सेहत पर असर : एनीमिया के कारण एकाग्रता में कमी, व्यवहार में चिड़चिड़ापन, गर्भावस्था के दौरान कमज़ोरी, गर्भस्थ शिशु का सही ढंग से विकास न होना, मिसकैरेज या प्रीमैच्योर डिलीवरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
बचाव एवं उपचार:
1. हरी पत्तेदार सब्जि़यों, फलों, गुड़, खजूर और काले चने का सेवन करना चाहिए।
2. चुकंदर, गाजर और अनार का जूस एनीमिया से जूझ रहे लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
3. चाय-कॉफी का कम से कम सेवन करें।
4. एनीमिया के मरीजों को ज्यादा से ज्यादा ड्राय फ्रूट्स का सेवन करना चाहिए। इन्हें खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में
5. आयरन मिलता है खासतौर से अखरोट। तो भूख लगने पर काजू, बादाम और अखरोट का सेवन करें।
अगर कोई भी लक्षण नज़र आए तो सीबीसी (कंप्लीट ब्लड काउंट) जांच कराएं, अगर हीमोग्लोबिन लेवल 12 ग्राम से कम हो तो आयरन और फॉलिक एसिड सप्लीमेंट के सेवन से यह समस्या दूर हो जाती है।
Triveni
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