- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- आर्टिफिशियल स्वीटनर के...
लाइफ स्टाइल
आर्टिफिशियल स्वीटनर के इस्तेमाल के हो सकते है ये नुकसान
Apurva Srivastav
1 March 2023 1:54 PM GMT
x
स्टडी में यह भी पता चला कि जो लोग पहले से दिल की बीमारी या डायबिटीज से
आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल नया नहीं है और खूब किया भी जाता है। खासतौर पर वे लोग जरूर करते हैं, जो डाइट में रिफाइन्ड शुगर की मात्रा को कम करना चाहते हैं। हालांकि, एक नई रिसर्च से पता चलता है कि जीरो-कैलोरी स्वीटनर में एरिथ्रिटॉल (erythritol) भी होता है, जो ब्लड क्लॉटिंग, स्ट्रोक और दिल के दौरे का कारण बनता है।
स्वीटनर को लेकर हुई रिसर्च
क्लीवलैंड क्लिनिक लर्नर रिसर्च इंस्टीट्यूट ने नेचर मेडिसन नाम की एक जर्नल में एक पेपर प्रकाशित किया है। जिसमें बताया गया है कि जो लोग पहले से दिल की बीमारी के मरीज हैं, उनमें erythritol कैसे खतरे को दोगुना कर सकता है। अगर उनके खून में erythritol की मात्रा बढ़ती है, तो उनमें दिल के दौरे या स्ट्रोक का जोखिम और बढ़ जाएगा।
शोध के प्रमुख लेखक और सेंटर फॉर कार्डियोवास्कुलर डायग्नोस्टिक्स एंड प्रिवेंशन के निदेशक, डॉ. स्टेनली हेज़न ने कहा, " एरिथ्रिटॉल जैसे स्वीटनर का इस्तेमाल बीते सालों में कुछ ज्यादा बढ़ा है, इसलिए इसके दीर्घकालिक प्रभावों पर गहन शोध होना जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि अध्ययन में पाए गए जोखिम की डिग्री मामूली नहीं थी।
हार्ट और डायबिटीज के मरीजों के लिए जानलेवा
स्टडी में यह भी पता चला कि जो लोग पहले से दिल की बीमारी या डायबिटीज से जूझ रहे हैं, उनके खून में erythritol की मात्रा बढ़ने से स्ट्रोक या दिल के दौरा का खतरा और भी बढ़ जाता है। इसके अलावा, एरिथ्रिटोल रक्त प्लेटलेट्स को अधिक आसानी से जमने का कारण बनता है, जो दिल का दौरा या स्ट्रोक को ट्रिगर करता है।
डेनवर के अस्पताल, नेशनल ज्यूइश हेल्थ में कार्डियोवैस्कुलर रोकथाम और कल्याण के निदेशक डॉ. एंड्रयू फ्रीमैन रिसर्च का हिस्सा नहीं थे, लेकिन इस शोध को पढ़ने के बाद उन्होंने माना कि हमें सतर्क हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि erythritol क्लॉटिंग का कारण बन रहा है। ज़ाहिर है इस विषय पर और रिसर्च की जरूरत गै, लेकिन अभी के लिए सावधानी बरती जा सकती है।
डॉ. स्टेनली हेज़न ने भी कहा कि कार्डियोवेस्कुलर स्वास्थ्य एक दिन में नहीं बनता या बिगड़ता, इसलिए हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या खा रहे हैं और हमारी खाने में छिपी हुई चीजें क्या हैं, जो दिल की बीमारी का कारण बनती हैं। अमेरिका और यूरोप में 4000 से ज्यादा लोगों के खून में erythritol की मात्रा उच्च पाई गई, जिनमें अब कार्डियेक जोखिम बढ़ गया है।
क्या है erythritol?
लो-कैलोरी, लो-कार्ब्स और कीटो प्रोडक्ट्स में आर्टिफिशियल स्वीटनर, एरिथ्रिटॉल का खूब उपयोग होता है, जो चीनी का एक आम विकल्प है। शोधकर्ताओं ने बताया कि शुगर-फ्री प्रोडक्ट्स जिनमें erythritol मौजूद होता है, वे अक्सर उन लोगों को दिया जाता है जो चीनी या कैलोरी के सेवन को कम करना चाह रहे हैं।
एरिथ्रिटॉल 70 फीसदी उतना ही मीठा होता है जितनी की चीनी, लेकिन इसे मकई को फर्मेंट करके बनाया जाता है। हालांकि, यह जानना भी जरूरी है कि हमारा शरीर एरिथ्रिटॉल को सही तरीके से पचा नहीं पाता। यह खून में प्रवेश कर जाता है और शरीर से पेशाब के जरिए ही निकलता है।
Tagsघरेलु उपायचमत्कारिक घरेलु उपचारहेल्थ टिप्सस्वस्थ रहने के नियमदादी मां के नुक्सेपुरुषों के लिए ब्यूटी टिप्सब्यूटी टिप्ससुंदर बनाने के ब्यूटी टिप्स10 ब्यूटी टिप्सफेस के लिए घरेलू नुस्खेबालों के लिए घरेलू नुस्खेHome RemediesMiracle Home RemediesHealth TipsRules to Stay HealthyGrandma's TipsBeauty Tips for MenBeauty TipsBeauty Tips to be Beautiful10 Beauty TipsHome Remedies for FaceHome Remedies for Hairजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरRelationship with publicrelationship with public newslatest newsnews webdesktoday's big news
Apurva Srivastav
Next Story