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ये कड़वी सब्जियां जो सेहत के लिए कोई अमृत से कम नहीं, जानें कैसे

Triveni
25 Feb 2021 11:52 AM GMT
ये कड़वी सब्जियां जो सेहत के लिए कोई अमृत से कम नहीं, जानें कैसे
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खाने के मामले में हम इतने ज्यादा चूज़ी हैं कि वही चीज़ें खाना पसंद करते हैं जिनका स्वाद हमारी जीब को भाता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| खाने के मामले में हम इतने ज्यादा चूज़ी हैं कि वही चीज़ें खाना पसंद करते हैं जिनका स्वाद हमारी जीब को भाता है। कई सब्जियां ऐसी हैं जिनका स्वाद कड़वा होता है उन्हें हम बिल्कुल भी खाना पसंद नहीं करते। जबकि ये सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं और स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी होती है। आप जानते हैं कड़वी सब्जियों में बेशुमार पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसमें विभिन्न तरह के प्लांट बेस रसायन मौजूद रहते हैं जो हमारी अच्छी सेहत के लिए जरूरी हैं। इन सब्जियों के स्वास्थ्य लाभों की बात करें तो इनमें ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमें कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह, आंख और लीवर की सेहत का ख्याल रखने में मदद करते हैं। कड़वे खाद्य पदार्थ इम्यूनिटी को मजबूत बनाते है साथ ही मौसमी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करते हैं। इन कड़वी सब्जियों के इस्तेमाल से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है साथ ही अनिमिया की बीमारी से भी निजात मिलती है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी कड़वी सब्जियां सेहत के लिए किस तरह उपयोगी हैं।

करेला:
करेला का स्वाद कड़वा होता है इसलिए लोग इसे खाना पसंद कम करते हैं। करेला खाने में बेशक कड़वा होता है, लेकिन इसके अनको स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसमें मौजूद विटामिन ए, विटामिन सी, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट ना सिर्फ आपको फिट रखता है बल्कि डायबिटीज की समस्या से भी निजात दिलाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए करेला का जूस बेहत फायदेमंद है।
क्रूसिफेरस वेजिटेबल:
पत्तेदार हरी क्रूस वाली सब्जियों का स्वाद कड़वा होता है। इन सब्जियों में ब्रोकली, मूली और पालक शामिल है। इन सब्जियों में ग्लूकोसाइनेट्स नामक तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह आपको कई गंभीर बीमारियों से निजात दिलाता है।
कोको:
कोको जो बिना पके होने पर स्वाद में बेहद कड़वा होता है। पॉलीफेनोल में समृद्ध कोको में शक्तिशाली एंटी इन्फ्लेमेंट्री प्रभाव मौजूद होता हैं। यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मददगार है। ये कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करता है। प्रतिदिन इसका सीमित मात्रा में सेवन करने से सेहत को कई तरह की बीमारियों से महफूज रखा जा सकता है।
डंडेलियन ग्रीन्स:
डंडेलियन ग्रीन्स हरे पत्ते होते हैं जिसे सलाद में कच्चा खाया जा सकता है, साइड डिश के रूप में सूप और पास्ता में शामिल किया जा सकता है। डंडेलियन ग्रीन्स स्वाद में बहुत कड़वे होते हैं जिसका इस्तेमाल लहसुन या नींबू के साथ करके इसके स्वाद को बेहतर बनाया जाता है। इसमें कई विटामिन और खनिज मौजूद रहते हैं। इनमें कैरोटेनॉयड्स ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन भी होते हैं, जो आपकी आँखों को मोतियाबिंद से बचाते हैं।
नींबू और संतरे के छिलके:
सिटरस फ्रूट्स जैसी की नींबू और संतरे में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। इन फलों के छिलकों में फ्लैवेनॉयड्स होते हैं जिसकी वजह से इनका स्‍वाद कड़वा होता है। फ्लैवेनॉयड्स का काम फलों को कीड़े से बचाने का होता है। कई अध्ययनों के मुताबिक सिट्रस फ्रूटों में मौजूद फ्लेवोनोइड सूजन को कम करने में मददगार है। ये कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार को धीमा करता है।


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