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स्वस्थ हृदय का होना संपूर्ण स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए जरूरी है। यह हमारे शरीर का सबसे मेहनती अंग है, जो ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को लेकर लाखों मीटर ब्लड को शरीर के हर हिस्से में पहुंचाता है। पिछले कुछ महीनों में हार्ट अटैक से मौत के मामलों में तेज इजाफा हुआ है। विश्व स्तर पर हृदय रोग मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। डराने वाली बात ये है कि हार्ट अटैक से अचानक जान गंवाने वाले लोगों में ज्यादातर युवा थे। ऐसे में आपको हार्ट अटैक के कारणों को जानते हुए सतर्क होने की जरूरत हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ बुरी आदतों के बारे में जो दिल की कार्यक्षमता को कम करती हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाती हैं। आइये डालें इन आदतों पर एक नजर...
जंक फूड्स का ज्यादा सेवन
अनहेल्दी और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से भी आपका दिल खतरे में पड़ सकता है। यह एक हानिकारक आदत है, जो ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल जैसे जोखिम कारक को सीधे तौर पर प्रभावित करती है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि भोजन के पोषण की जानकारी के लिए अपने मैन्यू पर ध्यान दें और केवल वही खाएं, जो आपको लगे कि पोषण और स्वाद के मामले में संतुलित है।
वजन पर कंट्रोल न रखना
भागदौड़ भरी इस जिंदगी में ज्यादातर लोग मोटापे या फिर अधिक वजन की समस्या से परेशान हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे हार्ट अटैक के जोखिम कारकों में से एक मानते हैं। मायोहेल्थ कहता है कि मोटापा के कारण हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल, हाई ट्राइग्लिसराइड, हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है, यह सभी स्थितियां हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा देती हैं। यही वजह है कि हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए समय रहते अपना वजन कम कर लें।
वजन पर कंट्रोल न रखना
भागदौड़ भरी इस जिंदगी में ज्यादातर लोग मोटापे या फिर अधिक वजन की समस्या से परेशान हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे हार्ट अटैक के जोखिम कारकों में से एक मानते हैं। मायोहेल्थ कहता है कि मोटापा के कारण हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल, हाई ट्राइग्लिसराइड, हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है, यह सभी स्थितियां हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा देती हैं। यही वजह है कि हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए समय रहते अपना वजन कम कर लें।
धूम्रपान
स्मोकिंग का असर हमारी हार्ट हेल्थ को प्रभावित करता है। सिगरेट के धुएं में मौजूद रसायन ब्लड को गाढ़ा करते हैं जो नसों और धमनियों के अंदर थक्के बनाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, क्लाटिंग होने से दिल का दौरा पड़ सकता है जिससे अचानक मौत भी हो सकती है।
खराब ओरल केयर
आपको जान कर ये हैरानी होगी कि पर आपका डेंटल केयर आपके दिल की सेहत से जुड़ा हुआ है। जी हां, दरअसल जो लोग फ्लॉसिंग से बचते हैं उनमें पीरियडोंटल बीमारियां बढ़ती हैं। मसूड़ों की बीमारी वाले लोगों में दिल के दौरे, स्ट्रोक और हृदय संबंधी घटनाओं का खतरा अधिक होता है। पीरियडोंटल बीमारी आपके शरीर में सूजन और आपके रक्तप्रवाह में सूजन के मार्करों को बढ़ाती है, जो हृदय रोग के प्रमुख कारण बन जाते हैं। इसलिए अपने दिल की सेहत के लिए जल्दी-जल्दी ब्रश न करें और फ्लॉसिंग को न भूलें।
फिजिकल इनएक्टिविटी
हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यदि आपको आराम तलब जिंदगी पसंद है तो ये आदत हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती है। इसमें कोई शक नहीं है कि फिजिकल इनएक्टिविटी से हृदय रोगों का जोखिम कई गुना तक बढ़ जाता है। क्योंकि जब शरीर निष्क्रिय रहता है तो धमनियों में वसायुक्त पदार्थ का निर्माण होने लगता है। यदि आपके हृदय में रक्त ले जाने वाली धमनियां क्षतिग्रस्त या बंद हो जाती हैं तो इससे दिल का दौरा पड़ सकता है। यही कारण है कि सभी लोगों को रोजाना व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। योग और नियमित व्यायाम करने से हार्ट अटैक और दिल के रोगों का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है।
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Kajal Dubey
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