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आंखों की गंभीर बीमारी से ये है जुड़े शुरुआती संकेत

Subhi
2 Sep 2022 4:51 AM GMT
आंखों की गंभीर बीमारी से ये है जुड़े शुरुआती संकेत
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हर साल 25 अगस्त से लेकर 8 सितंबर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जाता है। इसे नेत्रदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। लोगों के लिए अपनी आंखें दान करना महत्वपूर्ण है

हर साल 25 अगस्त से लेकर 8 सितंबर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जाता है। इसे नेत्रदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। लोगों के लिए अपनी आंखें दान करना महत्वपूर्ण है ताकि इससे किसी को दृष्टि प्राप्त करने में मदद मिल सके। अंधापन एक महत्वपूर्ण समस्या है और इस समस्या को दूर करने के लिए ज़रूरी है कि आंखों को दान किया जाए। साथ ही ज़रूरी है आप अपनी आंखों को स्वस्थ रखें ताकि वे किसी ज़रूरतमंद के काम आ सकें।

तो आइए नज़र डालते हैं आंखों से जुड़ी बीमारियों पर जिन्हें आपको नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

अक्सर सिर दर्द होना

सिर दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसके लिए मिलने वाली आम दवा इस दर्द को दूर भी कर सकती है। हालांकि, अगर दर्द बरकरार रहता है और अक्सर होता है, तो आपको आंखों का चेकअप ज़रूर कराना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यह फोटोकेराटाइटिस (photokeratitis), माइग्रेन और कोरनियल इन्फेक्शन का संकेत भी हो सकता है।

रात में न दिखना

हमारी आंख की बनावट इस तरह की है, कि कम रोशनी वाली जगहों पर भी यह वहां मौजूद सभी प्रकाश को अवशोषित कर लेती हैं। लेकिन अगर आप आंखों से जुड़ी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो आपकी आंखों सभी रोशनी को अवशोषित नहीं कर पातीं और इससे नाइट ब्लाइंडनेस की समस्या हो जाती है। रात में न दिखने के पीछे मोतियाबिंद और ग्लॉकोमा हो सकता है।

धुंधला दिखना

आंखों में कुछ दिक्कत होने पर अगर आपको सही तरह से दिख नहीं रहा है, तो आइए चेकअप करवाएं। यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। यह आंशिक या पूरी तरह से अंधेपन का कारण बन सकता है।

आंखों के आसपास सूजन आ जाना

सूजन एलर्जी या गर्दन, चेहरे या सिर पर आघात का परिणाम हो सकता है। यह आमतौर पर लंबे समय तक नहीं रहता है, हालांकि, अगर ऐसा होता है, तो डॉक्टर से परामर्श लें और अपनी आंखों की जांच करवाएं।


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