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ये 8 लक्षण हो सकते हैं किडनी की बीमारी के संकेत

Ritisha Jaiswal
30 Aug 2022 11:30 AM GMT
ये 8 लक्षण हो सकते हैं किडनी की बीमारी के संकेत
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किडनी हमारे शरीर का अहम अंग है, जो रक्त को साफ करने के साथ शरीर से गंदगी और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।

किडनी हमारे शरीर का अहम अंग है, जो रक्त को साफ करने के साथ शरीर से गंदगी और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। राजमा जैसी दिखनी वाली किडनीज़ हमारी मुट्ठी के बराबर होती हैं, रीढ़ की हड्डी की दोनों तरफ होती हैं। मानव शरीर का पूरा रक्त दिन में लगभग 40 बार किडनी से होकर गुज़रता है।

सारा दिन थकावट महसूस होना
अगर आप पहले से ज़्यादा थकावट महसूस करने लगे हैं, तो इसकी वजह शरीर में टॉक्सिन की मौजूदगी हो सकती है, जो किडनी के सही तरीके से काम न करने पर होती है। टॉक्सिन्स आपके शरीर के दूसरे कामों पर भी असर करते हैं। खून में अशुद्धियों की उपस्थिति कई अन्य जटिलताओं को जन्म दे सकती है।
आपको पर्याप्त नींद नहीं मिल रही है
इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं, लेकिन किडनी की बीमारी भी बड़ा कारण हो सकती है। स्लीप एपनिया या अच्छी नींद न ले पाया किडनी की बीमारियों से अत्यधिक जुड़ी हुई है।
रूखी, खुलजीदार स्किन
अगर यह स्थिति लंबे समय तक आपको परेशान कर रही है, तो अपने डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं और किडनी टेस्ट करवाएं। खून से टॉक्सिन्स को निकालने के साथ किडनी हेल्दी स्किन को भी बढ़ावा देती हैं। टॉक्सिन के जमा होने से शरीर में खनीज पदार्थों और दूसरे पोषक तत्वों पर असर पड़ता है, जिससे स्किन और हड्डियां भी प्रभावित होती हैं।
पैरों में सूजन
अगर आपकी किडनी स्वस्थ नहीं है, तो वो शरीर से टॉक्सिन्स को अच्छे तरीके से निकालने का काम नहीं कर सकेगी। जिसकी वजह से टॉक्सिन शरीर में रह जाएंगे और नुकसान करेंगे। इसी तरह अगर शरीर से अतिरिक्त सोडियम नहीं निकलता है, तो यह पैरों, टखनों और पंजों में जमा होने लगता है और सूजन का कारण बनता है। हालांकि, पैरों में सूजन आने के पीछे दूसरे अन्य कारण भी हो सकते हैं, इसलिए डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं।
आंखों के आसपास सूजन
अगर आप आंखों के आसपास सूजन देखते हैं, तो अपनी किडनी की जांच ज़रूर कराएं। सोडियम का जमना जहां पैरों की सूजन का कारण बनता है, वहीं, जब किडनी खराब होने के कारण पेशाब में प्रोटीन निकल जाता है तो आंखों के नीचे सूजन आ जाती है।
मांसपेशियों में दर्द
मांसपेशियों में असहनीय दर्द शरीर में विषाक्त पदार्थों के उच्च स्तर और खनिजों के अनावश्यक स्तर के कारण भी हो सकता है, जब किडनी उन्हें पूरी तरह से प्रोसेस नहीं कर पातीं। मांसपेशियों के दर्द को हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
सही तरीके से सांस न ले पाना
जब किडनी में दिक्कत हो, तो एरिथ्रोपोइटिन नामक हार्मोन की कमी के कारण मरीज़ को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
पेशाब से जुड़े बदलाव
पेशाब के ज़्यादा या कम होने पर ज़्यादातर लोग इसे किडनी की बीमारी से जोड़ लेते हैं। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


Ritisha Jaiswal

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