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चाय ऐसा पेय पदार्थ हैं जिसे भारत में बहुत पसंद किया जाता हैं। कई लोगों के दिन की शुरुआत तो दूध वाली चाय के बिना होती ही नहीं हैं। लेकिन स्वस्थ रहना हैं तो आपको अपनी आदत बदलते हुए दूध वाली चाय की जगह हर्बल टी को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। हर्बल टी मतलब आयुर्वेदिक चाय जो पूरी तरह जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है। जड़ी बूटियों से तैयार यह चाय इम्यूनिटी बूस्ट करती है साथ ही बॉडी को जरूरी पोषक तत्व भी देती है। आज इस कड़ी में हम आपके लिए औषधीय गुणों से भरपूर, कई फ्लेवर वाली हर्बल टी से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है। आइये जानते हैं इन हर्बल टी के फायदे और बनाने के तरीके के बारे में...
पिपरमिंट टी
कई लोग हर्बल टी का सेवन स्वास्थ लाभ के लिए करते हैं लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो स्वाद और फ्लेवर के शौकीन हैं और उन्हें चाय के साथ एक्सपेरिमेंट करना अच्छा लगता है। ऐसे में पिपरमिंट टी लोगों को खास पसंद आती है। इसे आप घर पर आसानी से गमले में भी उगा सकते हैं और फ्रेश टी का मजा ले सकते हैं। यह रिफ्रेशिंग होने के साथ हमारे शरीर के पाचनतंत्र को भी ठीक रखती है। इसमें मौजूद मिंथॉल हमारे शरीर के मसल्स को रिलैक्स करता है। यह गले की खराश को भी सूदिंग इफेक्ट देता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को कई तरह की बीमारियों और बैक्टेरिया से बचाता है। इसकी ताजा पत्तियों को गर्म पानी में डालकर 4 से 5 मिनट तक उबालें और इसे गर्मागर्म चाय की तरह पिएं। अगर आप रात में सोने से पहले इसे पीते हैं तो आपको नींद भी अच्छी आएगी।
जिंजर टी
पाचनतंत्र को इम्प्रूव करने में जिंजर टी बहुत फायदेमंद है। यह नेचुरल ब्लड थिनर का काम करती है।एंटी ऑक्सीडेंट गुण की वजह से यह इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाकर रखती है। जिन लोगों को भूख कम लगती हो, वे इसका सेवन कर अपनी भूख बढ़ा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले पानी में अदरक मिलाकर एक मिनिट तक उबालें। अब चाय पत्ती मिलाएं और आंच से उतार लें। कुछ देर ढंककर रखें, फिर इसे छान लें। अब इसमें शहद मिला दें। गरमा-गरम अदरक की चाय तैयार है। यह चाय सिर्फ स्वाद ही नहीं, सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
मुलेठी टी
यह मुख्य रूप से पेट से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में प्रभावी होता है। इतना ही नहीं यह लिवर, मसूड़ों में संक्रमण, स्किन संबंधी परेशानियों को दूर करने में प्रभावी हो सकता है। इसके अलावा इससे शरीर को कई लाभ हो सकते हैं। मुलेठी की चाय को तैयार करने के लिए सबसे पहले 1 टुकड़ा मुलेठी लें। इसे 1 कप पानी में अच्छी तरह से उबालें। इसके बाद इसमें थोड़ा हल्दी और काली मिर्च पाउडर डालकर छान लें। अब इसका सेवन करें। इससे आपके शरीर को काफी लाभ हो सकता है।
रोजमेरी टी
यह जड़ी-बूटियों से तैयार हर्बल टी है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-ऑक्सीडेंट्स आदि गुण पाए जाते हैं। ऐस में इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त होने के साथ शरीर का बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कई गुणा कम हो जाता है। एक पैन में 1 बड़ा चम्मच ताजा सूखे रोजमैरी के पत्ते, 250 मिलीलीटर पानी, स्वाद अनुसार शहद, 2 लौंग और 1 इलायची को मिलाकर 10 मिनट तक उबालें। बाद में इसे छानकर गुनगुना ही पीने का मजा लें। आप दिन में 2 कप रोजमेरी टी पी सकते हैं।
अश्वगंधा टी
अश्वागंधा को आयुर्वेद में एक औषधि के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। अश्वगंधा का सेवन करने से कमजोरी, नींद की कमी, तनाव, गठिया जैसी बीमारियां तेजी से दूर हो जाती है। इसके अलावा ये इम्यूनिटी बढ़ाने का भी काम करती है। इसका सेवन आप रोजाना चाय के रूप में कर सकते हैं। सबसे पहले एक बर्तन में एक गिलास पानी डालें। अब इसमें 1 से 2 अश्वगंधा की जड़ या फिर एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर डालें। अब इस पानी को कम से कम 10 मिनट के लिए खौलने दें। अब इसमें शहद और नींबू का रस डालें। इन दोनों चीजों को स्वादानुसार ही पानी में डालें। अब गैस बंद कर दें और चाय को छान लें। अब आपकी चाय एकदम तैयार है। इस चाय को आप रोजाना एक से दो बार पी सकते हैं।
तुलसी टी
अगर रोजाना तुलसी की चाय का सेवन किया जाए तो फ्लू संबंधित समस्याओं से बचा जा सकता है। तुलसी की चाय का सेवन करने से ना सिर्फ सर्दी-जुकाम से बचेंगे बल्कि सांस की दिक्कत से लेकर शुगर तक कंट्रोल करने में मददगार है। इस बनाने के लिए सबसे पहले मीडियम आंच में एक पैन में पानी गरम करने के लिए रखें। पानी के गरम होते ही इसमें तुलसी के पत्ते और अदरक डालकर अच्छे से उबाल लें। जब पानी हल्का गर्म हो जाए, तो उसमें पीसी गई काली मिर्च, लौंग, छोटी इलायची और चायपत्ती को डालकर 2-3 मिनट तक उबालें। 2-3 मिनट बाद पैन में 15 से 20 तुलसी के पत्ते डाल दें। अब सारी सामग्री को 3-4 मिनट तक उबालें। 3-4 मिनट बाद उसमें गुड़ डालकर उसे तब तक उबालें जब तक की गुड़ पिघल ना जाए। जब गुड़ पिघल जाए, तो पैन को गैस से उतार लें।
गुलाब टी
गुलाब के पत्तों से बनने वाली इस चाय का सेवन करने से चेहरे पर निखार आता है और पेट की परेशानियां खत्म होती हैं। यह विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन बी 3 और विटामिन डी का अच्छा सोर्स है जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। गुलाब की चाय न सिर्फ आपके वेट लॉस के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि यह आपके पीरियड क्रैम्प्स को भी कम करती है। इसे बनाने के लिए यदि आप ताजी गुलाब की पंखुड़ियों का उपयोग कर रहे हैं, तो उपयोग करने से पहले उन्हें पानी से अच्छी तरह धो लें। पंखुड़ियों को गर्म पानी के साथ सॉस पैन में रखें, लेकिन इसे उबलने न दें। अब सॉस पैन को ढक दें और गुलाब की पंखुड़ियों को लगभग 5 मिनट तक ऐसे ही रहने दें। इस मिश्रण को छान लें। अब इसमें शहद डालें और सर्व करें।
ग्रीन टी
ग्रीन टी के रेग्युलर प्रयोग से आप अपना वजन कम कर सकते हैं। इसे नियमित रूप से पीने पर बुढ़ापा जल्दी नहीं आता। अगर कैलोरी की बात की जाये तो ग्रीन टी में ज़ीरो कैलोरी होती है, यदि आप अपनी डाइट में कैलोरीज को लेकर सचेत रहते हैं तो यह आपके लिए काफी स्वाथ्यबर्धक पेय साबित हो सकती है। यदि आपको सही तरीके से ग्रीन टी बनानी है, तो एक कप में 2-4 ग्राम ग्रीन टी की पत्तियां डालें। पानी को अच्छी तरह से खौला लें। इस पानी को कप में डाल दें और दो-तीन मिनट के लिए छोड़ दें। थोड़ा ठंडा होने पर पिएं।
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