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लाइफ स्टाइल
बारिश में बालों को झड़ने से बचाएंगे ये 6 आयुर्वेदिक नुस्ख़े
Kajal Dubey
8 May 2023 4:29 PM GMT
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इस दौड़ती-भागती ज़िंदगी और असंतुलित खानपान व लाइफ़स्टाइल की वजह से बालों के झड़ने की समस्या बिल्कुल आम है. महिला हो या पुरुष, आजकल सभी को इस परेशानी से दो-चार होना ही पड़ रहा है. पुरुषों में यह समस्या आनुवांशकीय कारण से भी होती है, लेकिन महिलाओं की इस परेशानी में आनुवांशकीय कारणों की कोई भूमिका नहीं होती है. यह परेशानी उन्हें पोषक तत्वों की कमी, हार्मोनल उतार-चढ़ाव या किसी बीमारी की वजह से होती है. बालों को झड़ने से रोकने के लिए उपर्युक्त बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है, इसके अलावा आयुर्वेद में बालों के लिए कई अमृततुल्य औषधियां हैं जिनके प्रयोग से बालों का झड़ना कम करके उन्हें स्वस्थ और मज़बूत बनाया जा सकता है.
1.आंवला
6 रसों से युक्त आंवला को आयुर्वेद की दिव्य औषधि के रूप में जाना जाता है. इसमें पाए जाने वाले विटामिन्स मिनरल्स और एल्कलॉइड बालों के लिए इसे एक शानदार टॉनिक बनाते हैं. बालों को स्वस्थ रखने के लिए हमें आंवला और उससे बने खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए. सुबह-शाम आंवला चूर्ण भी खाया जा सकता है.
2. ब्राह्मी
आयुर्वेदिक हर्ब ब्राह्मी, बालों की रक्षा करने और बालों के विकास में सहायक होती है. यह बालों की जड़ों को पोषण प्रदान कर उन्हें मज़बूत बनाती है. ब्राह्मी की पत्तियों को सुखाकर इसका पाउडर बनाया जाता है, जिसे आप गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं. ब्राह्मी तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह तनाव से होने वाले हेयर फ़ॉल को रोकने में बहुत कारगर होती है.
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3. एलोवेरा
एलोवेरा के ताज़े पल्प में एक एन्जाइम होता है, जिसे सिर की त्वचा पर लगाने से मृत कोशिकाएं समाप्त होकर नई कोशिकाएं विकसित होती हैं. इसके अलावा एलोवेरा को जूस के रूप में लेने या साबूत खाने से भी रूसी की समस्या ख़त्म होती है, बालों का झड़ना रुक जाता है और नए बालों आने में मदद मिलती है.
4.अश्वगंधा
अश्वगंधा में टायरोसिन नामक आवश्यक एमिनो एसिड पाया जाता है, जो बालों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक होता है. यह बालों को समय से पहले सफ़ेद होने से रोकता है और बालों की वृद्धि में सहायक होता है.
5. बरगद की जटा
जो औषधि जिस आकार की दिखती है, मूलत: वह उस जैसे अंग को लाभ पहुंचाती है. बरगद की जटा बालों के लिए एक शानदार दवाई है, जो हमारी जटाओं अर्थात बालों को स्वस्थ रखने में मदद करती है. वट जटा का पाउडर बना कर उसका सेवन कर सकते हैं.
6. अमरबेल
बरगद की जटाओं की ही तरह अमरबेल भी ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है, जो विपरीत परिस्थितियों में भी अपने विकास के लिए जानी जाती है. अमरबेल का तेल व उससे बना काढ़ा बालों की ग्रोथ के लिए लाभदायक होता है.
हर महिला यही चाहती है कि उसके बाल काले, घने और ख़ूबसूरत हों. लेकिन उनके ख़ूबसूरत बालों का आकर्षण तब ख़त्म होने लगता है, जब वे असमय सफ़ेद होने लगते हैं. वैसे बाल सफ़ेद होने की सामान्य उम्र 35-40 के बाद है, तो वहीं कई लोगों में ये अनुवांशिक होता है. आजकल छोटी उम्र में भी सफ़ेद बालों की समस्या देखी जा रही है, शहरों में लगातार बढ़ते प्रदूषण, कम उम्र में ही ज़्यादा तनाव लेना इसकी कुछ सबसे बड़ी वजहों में से हैं. आमतौर पर महिलाएं बालों को काला करने कि लिए केमिकल्स वाले कलर का प्रयोग करती हैं, जिसका दुष्परिणाम धीरे-धीरे बालों पर दिखाई देने लगता है. इसके साथ ही खानपान में गड़बड़ी के कारण बालों को पोषण देने वाले तत्व, जैसे-आयरन, कॉपर, विटामिन बी, आयोडीन आदि शरीर को सही से नहीं मिल पाते. जिसकी वजह से कम उम्र में ही बाल सफ़ेद होने लगते हैं. और इसकी भयावहता को कम करने के लिए महिलाएं आनन-फानन में बालों को कलर करने का ऐसा झटपट रास्ता खोज लेती हैं, जो भविष्य में बालों की सेहत को नुक़सान पहुंचाता है. इसलिए फ़ेमिना बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने के नुस्ख़े ढ़ूंढ़ लाई है जानी-मानी ब्यूटी एक्स्पर्ट शहनाज़ हुसैन से बात करके.
बबूल की छाल और मेहंदी
बालों को कोई भी नुक़सान पहुंचाए बिना, यह पेस्ट बालों को नैसर्गिक रूप से काला करने में कारगर है. यह पेस्ट पूरी तरह से प्राकृतिक है. बबूल के छाल को मेहंदी में मिलाकर लगाएं और तीन घंटे बाद बालों को धो लें. इस पेस्ट को लगाने से केवल बाल काले ही नहीं होते, बल्कि इससे वे मज़बूत, घने और मुलायम भी होते हैं.
आंवला
बालों के लिए बने ज़्यादातर उत्पाद जैसे-शैम्पू या तेल में आंवला मुख्य घटक होता है. इसे रोज़ाना कच्चा खाने से भी अनगिनत फ़ायदे होते हैं. यदि आप कच्चा नहीं खा पाती हैं, तो एक आंवले को पीसकर उसे, एक ग्लास पानी में मिलाकर
पिएं, इससे धीरे-धीरे बाल काले होने लगते हैं. मेहंदी में आंवले का पानी या पेस्ट मिलाकर बालों पर लगाएं.
दही
दही में कैल्शियम और प्रोटीन होता है, जो बालों के लिए फ़ायदेमंद होता है. टमाटर के पेस्ट में थोड़ी-सी दही मिला लें, इसके बाद उसमें दो चम्मच नींबू का रस और नीलगिरी का तेल मिलाएं. इस पेस्ट को सप्ताह में दो बार स्कैल्प पर मालिश कर लगाएं. कुछ दिनों में आपके बाल काले होने लगेंगे.
प्याज़
यह सभी को पता है कि प्याज़ बालों का झड़ना कम करता है, लेकिन क्या आपको यह मालूम है कि प्याज़ बालों की नैसर्गिक रंगत को बनाए रखने में मददगार है. प्याज़ में कैटालेस एन्ज़ाइम होता है, जो बालों को काला बनाने में प्रभावी होता है. कच्चे प्याज़ को काटकर उसे पीस लें और उसे अपने स्कैल्प पर लगाएं. एक घंटे बाद आप बालों को सौम्य शैम्पू से धोएं. इस पेस्ट को हफ़्ते में दो बार लगाएं और दो महीने में सकारात्मक नतीजे पाएं.
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