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खराब डाइजेशन को सही करने में मदद करेंगे ये 5 तरीके, हमेशा रहेंगे हेल्दी

Kajal Dubey
16 May 2023 11:05 AM GMT
खराब डाइजेशन को सही करने में मदद करेंगे ये 5 तरीके, हमेशा रहेंगे हेल्दी
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1. डाइट (Diet)
ट्रांस फैट (Trans fats) और प्रोसेस्ड फूड (Processed foods) जीआई ट्रैक (GI tract, Gastrointestinal infections) को भड़काने का काम कर सकते हैं।
जीआई ट्रैक यानी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण वायरल, बैक्टीरियल या परजीवी संक्रमण (viral, bacterial or parasitic infections) है, जो गैस्ट्रोएंटेराइटिस (gastroenteritis) का कारण बनता है। इससे पेट और छोटी आंत दोनों में सूजन आ जाती है।
यह आंतों के अंदरुनी हिस्से (intestinal lining) को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए रिफाइंड और प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट (refined and processed foods), ट्रांस फैट और शराब (alcohol) का सेवन कम से कम करें। ताकि डाइजेशन सही रह सके।
2. डाइजेस्टिव / पाचन एंजाइम (Digestive Enzymes)
डाइजेस्टिव फंक्शन के सही से काम न करने की समस्या आज 5 में से 2 लोगों को है। ऐसे लोग, जिनको डाइजेस्टिव इश्यू (Digestive issues) है उन्हें पाचन एंजाइम सप्लीमेंट (Digestive Enzymes Supplement) मदद कर सकते हैं।
शरीर में इनकी भूमिका लाइफ-प्रिजर्विंग केमिकल रिएक्शन (ife-preserving chemical reactions) को तेज करने और उत्प्रेरक (catalysts in speeding up specific) के रूप में कार्य करने की है।
डाइजेस्टिव एंजाइम बड़े अणुओं (larger molecules) को आसानी से अवशोषित कणों (asily absorbed particles) में तोड़ने में मदद करते हैं, जो कि शरीर को जीवित रहने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
3. प्रोबायोटिक्स (Probiotics)
प्रोबायोटिक्स एक हेल्दी बैक्टीरिया है, जिससे शरीर को कई फायदे होते हैं। प्रोबायोटिक्स, आंतों में सूक्ष्मजीवों के स्तर (microorganisms in the intestines) को बैंलेंस करने का काम करने के साथ हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ते हैं।
दही / ग्रीक योगर्ट (Yogurt / Greek Yogurt) प्रोबायोटिक का अच्छा सोर्स हैं। डाइजेशन सही करने और हेल्दी बैक्टीरिया को शरीर में पहुंचाने के लिए दही बेस्ट सोर्स है। आप भी दही हो अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
4. तरल पदार्थ (Liquid substance)
वजन घटाने (weight loss) और उचित पाचन के लिए तरल पदार्थों का सेवन बहुत जरूरी है। आपको शरीर के कई कार्यों के लिए तरल पदार्थों की आवश्यकता होती है।
पाचन तंत्र के माध्यम से भोजन को आगे बढ़ाने और शरीर से टॉक्सिन्स को साफ करने में लिक्विड अहम भूमिका निभाते हैं। पर्याप्त पानी न पीने से डिहाइड्रेशन (dehydration) होगा और इससे कब्ज का खतरा हो सकता है। कब्ज कई बार वजन बढ़ने का भी कारण होती है।
एक सामान्य व्यक्ति को हर दो घंटे में कम से कम एक गिलास पानी या कोई भी नेचुरल लिक्विड पीने की जरूरत होती है। कितना पानी पीना चाहिए (how much water you need to drink), इस बारे में जानने के लिए इस लिंक पर भी क्लिक कर सकते हैं।
5. फाइबर (Fiber)
यदि आप पाचन तंत्र में सुधार चाहते हैं तो रेशेदार खाद्य पदार्थ (Fibrous foods) सबसे अच्छा विकल्प हैं। यदि आप फाइबर की कम मात्रा ले रहे हैं तो आपका डाइजेस्टिव सिस्टम गड्रबड़ा सकता है।
फाइबर के बिना आपका भोजन लंबे समय तक डाइजेस्ट नहीं होगा, जिससे पाचन के खराब बायप्रोडक्ट्स (byproducts of digestion) के कारण आंत में जलन और सूजन आ सकती है।
इसलिए रेशेदार कार्ब्स (fibrous carbs) को डाइट में जरूर शामिल करें। घुलनशील / अघुलनशील फाइबर (soluble/insoluble fiber) के चक्कर में कन्फ्यूजन न हों। प्रतिदिन फाइबर की कम से कम 25 ग्राम मात्रा का सेवन करने की कोशिश करें।
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