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रोटी बनाने के लिए बेस्ट हैं ये 5 प्रकार के आटे, वेट लॉस में भी करते हैं हेल्प

Kajal Dubey
5 May 2023 11:09 AM GMT
रोटी बनाने के लिए बेस्ट हैं ये 5 प्रकार के आटे, वेट लॉस में भी करते हैं हेल्प
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1. बाजरे का आटा (Millet Flour)
बाजरे के आटा का सेवन काफी फायदेमंद रहता है। सबसे बड़ा फायदा यह कि बाजरे का आटा ग्लूटेन फ्री यानी लस मुक्त (Gluten Free) होता है। यदि आपको ग्लूटेन से एलर्जी है तो बाजरा फैमिली वाले ग्रेन का आटा खा सकते हैं। इसमें ज्वार और बाजरा दोनों आते हैं।
ज्वार प्रोटीन (Protein), कैल्शियम (Calcium) और आयरन (Iron) से भरपूर होता है। यह हार्ट डिजीज के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल के खतरे को भी कम करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) की उपस्थिति के कारण कैंसर से लड़ने वाले गुण भी होते हैं।
बाजरा एनर्जी का अच्छा सोर्स है, जो डाइजेशन में मदद करता है। हार्ट के लिए फायदेमंद और इंसुलिन संवेदनशीलता (Insulin sensitivity) को बढ़ाने की क्षमता वाला बाजरे का आटा डायबिटीज रोगियों को भी फायदा पहुंचाता है।
2. गेहूं का आटा (Wheat flour)
भारतीय घरों में अधिकतर लोग रोटी बनाने के लिए गेहूं के आटे का प्रयोग करते हैं। हालांकि जगह-जगह गेहूं की किस्म बदल जाती हैं, जिनके हिसाब से रोटी का टेस्ट और कुछ न्यूट्रिशनल वैल्यू (Nutritional value) में अंतर हो सकता है।
गेहूं फाइबर (Fiber), हेल्दी कार्ब्स (Healthy Carbs) और फैट (Fat) का अच्छा सोर्स है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल (Bad cholesterol) और हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) को नॉर्मल करने के साथ ही डायबिटीज (Diabetes) के खतरे को कम करता है।
मैदा (Refined flour) भी गेहूं फैमिली का ही हिस्सा है, जिसे गेहूं के छिलके को हटाकर तैयार किया जाता है। लेकिन इसे खाना सेहत के लिए फायदेमंद नहीं माना जाता क्योंकि इसमें फाइबर न के बराबर होता है।
सभी गेहूं आधारित आटे में ग्लूटेन (Gluten) होता है। इसलिए ग्लूटेन एलर्जी वाले लोगों को गेहूं के आटे से दूर रहना चाहिए।
3. क्विनोआ आटा (Quinoa Flour)
Quinoa एक 100 प्रतिशत शाकाहारी रेफरेंस प्रोटीन है, जिसका मतलब है इसमें मौजूद सभी प्रोटीन शरीर द्वारा अब्जॉर्ब कर लिए जाते हैं। क्विनोआ आटा एक और कम कैलोरी वाला आटा है, जो फिटनेस फ्रीक लोग अधिक खाते हैं।
इसके अलावा एग व्हाइट में इतना प्रोटीन पाया जाता है। आपको बस क्विनोआ के बीज लेकर बारीक पीसने की जरूरत है। क्विनोआ को एक स्वस्थ आटे के विकल्प के रूप में माना जाता है। यह भूख को काफी हद तक दबा देता है और आपको अनहेल्दी फूड खाने से दूर रखता है। घी, तेल या चीनी में मिलाकर सेवन करने से इसके पूरे फायदे आपको नहीं मिल पाएंगे।
4. सोया आटा (Soy flour)
सोयाबीन को सोया आटा बनाने के लिए पीसा जाता है, जो कंप्लीट फैट और लो फैट के ऑप्शन में आता है। यह विटामिन और मिनरल्स (Vitamins and Minerals) में काफी हाई है। इसमें सबसे अहम ओमेगा -3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acid) पाया जाता है, जो कि वेजिटेरियन सोर्स में से एक है।
लेकिन सोया फ्लोर की अधिक मात्रा पुरुषों में एस्ट्रोजन (Estrogen) की मात्रा बढ़ा सकती है। इसलिए कम मात्रा में ही इसका सेवन करें।
सोया प्रोडक्ट पुरुषों में एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ाते हैं। इस बारे में मैंने डायटीशियन की राय जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।
5. चावल का आटा (Rice flour)
साउथ इंडिया में अधिकतर लोग चावल के आटे का ही प्रयोग करते हैं। वहां इससे डोसा, इडली, उत्तपम और आपम आदि बनाए जाते हैं। ये सभी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। वजन कम करने के लिए चावल से बने इन फूड का भी सेवन कर सकते हैं। ये हल्के होते हैं और वजन कम करने में भी मदद करेंगे।
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