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पेट की समस्या का रामबाण ईलाज है ये 5 आयुर्वेदिक घरेलू टॉनिक, जानें बनाने की विधि

Tulsi Rao
12 Jun 2022 11:13 AM GMT
पेट की समस्या का रामबाण ईलाज है ये 5 आयुर्वेदिक घरेलू टॉनिक, जानें बनाने की विधि
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आयुर्वेद में, अग्नि को जीवन के स्रोत के रूप में देखा जाता है। यह वास्तव में एक अच्छे स्वास्थ्य और चयापचय की रखवाली करता है। आप जो कुछ भी खाते हैं उसे अग्नि के प्रसाद के रूप में देखा जाता है। आप जो भी खाते हैं, उससे अग्नि को पोषण और ताकत मिलती है, जिससे पाचन क्रिया को बढ़ावा मिलता है। या फिर ऐसा भी हो सकता है कि आपके खाने से अग्नि बिगड़ जाए, कमज़ोर या फिर असंतुलित हो जाए।

आयुर्वेद के अनुसार, तला हुआ खान, प्रोसेस्ड मीट और बहुत ठंडा खाना, अपचित अवशेष बना सकता है, जो विषाक्त पदार्थों का निर्माण करता है। इसके आयुर्वेदिक भाषा में अमा कहा जाता है, जो बीमारी की जड़ माना जाता है। जब बात आती है खाने की अच्छी आदतों की, तो आयुर्वेद यह सलाह देता है:

- खाना तभी खाएं जब भूख लगे।

- मील्स के बीच में कम से कम 3 घंटे का अंतर रखें, ताकि पहले खाया हुआ मील पच जाए।

- ठंडे, गीले, तीखे, ऑयली और तले हुए खाने से अग्नि को नष्ट न करें।

- डाइट में हल्का और सिम्पल भोजन खाना बेस्ट है। घी अग्नि को उत्तेजित करता है और पाचन में सुधार करता है। साथ ही अगर आप खाने को अच्छी तरह चबाएंगे, तो यह आपके पाचन के लिए अच्छा होगा।

1. कब्ज़ से जूझ रहे हैं?

अगर आप कब्ज़ से परेशान हैं, तो घी, नमक और गर्म पानी का बना ड्रिंक पिएं। घी आंतों को अंदर से चिकना करने में मदद करता है और नमक बैक्टीरिया को दूर करता है। घी में ब्यूटायरेट एसिड होता है, एक फैटी एसिड जिसमें सूजन-रोधी प्रभाव होते हैं जो पाचन में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा आप रात के खाने के दो घंटे बाद पका हुआ केला खाएं और उसके बाद एक गिलास गर्म दूध या फिर गर्म पानी पी लें। सोने से पहले एक चम्मच केस्टर ऑयल का पी लेने से भी आपको आराम मिल सकता है। हालांकि, जो महिलाएं प्रेग्नेंट हैं, उन्हें केस्टर ऑयल के सेवन से बचना चाहिए।

2. पेट फूल रहा है?

अगर आप ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की दिक्कत से जूझ रहे हैं, तो सौंफ का गुनगुना पानी आपको राहत दिला सकता है। इसके अलावा आप अदरक के साथ शहद का सेवन भी कर सकते हैं।

अगर आप कुछ गर्म नहीं पीना चाहते हैं, तो सौंफ को यूं ही चबा लें, इससे भी आपको पाचन में मदद मिलेगी और गैस कम होगी। अगर आप चाय के शौकीन हैं, तो मिंट-टी यानी पुदीने की चाय आपको आराम पहुंचा सकती है।

3. एसिड रीफक्स में अपनाएं ये उपाय

थोड़ी सी सौंफ, तुलसी के पत्ते या फिर लौंग लें और अपने मुंह में डालकर इसे धीरे-धीरे चबाएं। इसके अलावा आप ताज़ा ड्रिंक का सेवन भी कर सकती हैं, जैसे- नारियल का पानी या फिर छाछ। आयुर्वेद के मुताबिक, छाछ पेट को आराम पहुंचाता है, पाचन में मदद करता है और एसिड रीफलक्स को भी कम करता है।

4. दस्त

दस्त होने पर लौकी आपकी मदद कर सकती है। आप इसका सूप बनाकर पी सकते हैं, या फिर टमाटर के साथ सब्ज़ी बनाएं या फिर इसे चावल के साथ खा लें। लौकी में फाइबर और पानी की मात्रा काफी होती है, जिसे पचाना आसान होता है, इसमें कैलोरी कम होती है और पेट के लिए हल्की होती है। दस्त में खूब पानी या लिक्विड्स का सेवन करें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।

5. अपच

अगर आपका पेट खराब होता है, तो देखें कि आपने पिछले 24 से 48 घंटों में क्या खाया है। अगर अपच है, तो डेयरी प्रोडक्ट्स, चावल, कच्ची सब्ज़ियां और ऐसा कुछ भी जिसे पेट को पचाना मुश्किल हो न खाएं। उबली या फिर स्टिर फ्राइड सब्ज़ियां खाएं और उसमें अदरक, दालचीन, काली मिर्च जैसे मसाले ही डालें। खाने में सूप या पानी युक्त चीज़ें खाएं। राहत पाने के लिए प्याज का रस और शहद समान मात्रा में मिलाएं और पी लें। इसके अलावा छाछ में 1/4 चम्मच अदरक का पेस्ट मिलाकर पी लें।

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