लाइफ स्टाइल

बालों को लंबा और घना बनाती हैं ये 5 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

Apurva Srivastav
11 March 2024 9:30 AM GMT
बालों को लंबा और घना बनाती हैं ये 5 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
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लाइफस्टाइल : जड़ी-बूटी प्रकृति का हमें एक अनमोल देन है। जड़ी-बूटी का इस्तेमाल आजकल ब्यूटी और हेयर प्रोडक्ट्स में बहुत ज्यादा किया जा रहा है। खासकर बालों के लिए। दरअसल, इन दिनों बालों से जुड़ी कई तरह की परेशानियों से लोगों को जूझना पड़ रहा है खासकर बालों का झड़ना और सफ़ेद बालों की समस्या। बालों के झड़ने के कई कारण हो सकते हैं। अनुवांशिकी और विटामिन की कमी से लेकर हार्मोन में बदलाव के कारण बाल झड़ सकते हैं। कई बार थायरॉइड से ग्रसित लोगों के भी बाल पतले हो जाते हैं। ऐसे में कई शोध में सामने आया है कि जड़ी-बूटी की मदद से बालों को झड़ने से रोका जा सकता है साथ ही इनकी ग्रोथ भी बढ़ाई जा सकती है। ऐसे में अगर आप भी बालों से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे है तो जड़ी-बूटियां आपके लिए अच्छा विकल्प हैं। तो आइए जानते हैं, उन जड़ी-बूटियों के बारे में, जिनसे आपको बालों की ग्रोथ बढ़ाने में मदद मिलेगी।
आंवला
आंवला एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और विटामिन ई से भरपूर है यह आपके बालों की ग्रोथ बढ़ाने में मदद कर सकता है। आंवला के अर्क का बालों के रोम के अंदर सेल्स पर अच्छा प्रभाव पाया गया है। आप आंवले के तेल या इसके अर्क से सिर की मालिश कर सकते है। 15-20 बालों में लगे रहने के बाद शैंपू से धो सकती है। आंवला टैबलेट या फिर सप्लीमेंट रूप में भी उपलब्ध है। पर ध्यान रखें कि आंवला हर किसी के लिए बालों को बढ़ाने का अच्छा तरीका साबित नहीं होता। कुछ लोगों को इसे बालों पर लगाने से एलर्जी भी हो सकती है।
एलोवेरा
एलोवेरा एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो बालों को लंबा और घना बनाने में मदद कर सकती है। इसमें विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन), सी और ई होता है, जोकि एंटीऑक्सिडेंट हैं। इसमें विटामिन बी12, फोलिक एसिड और कोलीन भी होता है। इससे बालों की त्वचा बेहतर होती है, जड़ें मजबूत होती हैं और बालों को भी मजबूती मिलती है। बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए एलोवेरा जेल या जेल प्रोडक्ट्स चुनें और शैंपू करने से पहले इससे सिर की अच्छी तरह से मालिश करें। अगर आप नियमित रूप से ऐसा करेंगे तो कुछ ही दिनों में इसका अच्छा प्रभाव देखने को मिलेगा।
सॉ पाल्मेटो
सॉ पाल्मेटो एक प्रकार का पौधा होता है। इसमें कई तरह के एक्टिव कंपोनेंट होते हैं। जब कोई व्यक्ति इसे मौखिक रूप से लेता है, तो जड़ी-बूटी अपना सकारात्मक असर दिखाना शुरू कर देती है। इन बैरीज में मौजूद पोषक तत्व डीटीएच को बालों के रोम को नुकसान पहुंचाने से रोकते हैं। सॉ पाल्मेटो से हेयर फॉलिकल स्वस्थ रहते है और बाल कम झड़ते है। सॉ पाल्मेटो इसे मौखिक रूप से लेने की सलाह दी जाती है। आप लगभग आठ सप्ताह के आसपास अपने बालों की ग्रोथ में कुछ इंपू्रवमेंट जरूर देखेंगे। ध्यान रखें, सॉ पाल्मेटो लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
रोजमेरी तेल​डंडेलियन रूट
जब इस जड़ी-बूटी को मौखिक रूप से लिया जाता है, तो यह स्कैल्प में सूजन को कम कर देता है। इससे यह सेबोरहाइक , डार्माटाइटिस और डैंड्रफ जैसी सूजन वाली स्कैल्प की स्थिति से परेशान रहने वालों के लिए एक अच्छा सप्लीमेंट साबित होता है। यह बर्डोक रूट के साथ मिलने पर बहुत अच्छी तरह से काम करता है। 10-14 दिनों के अंदर आपको बेहतर परिणाम मिलना शुरू हो जाएंगे।
बालों के लिए रोज़मेरी का तेल लाभदायक हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार रोज़मेरी का तेल एंड्रोजेनिक एलोपीसिया पर प्रभावी असर दिखा सकता है। एंड्रोजेनिक एलोपीसिया एक चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें स्कैल्प से बाल हमेशा के लिए झड़ जाते हैं। बालों के झड़ने की समस्या और उनके विकास के लिए आप रोजमेरी हेयर ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं रोजमेरी तेल में पाए जाने वाले एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीमाइक्रोबियल गुण स्कैल्प से जुड़ी खुजली और फ्लेकिंग जैसी समस्याओं से निजात दिलाते हैं। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेट्री गुणों के कारण यह बालों की ग्रोथ के लिए भी अच्छा विकल्प है। रोजमेरी तेल की कुछ बूंदों को स्कैल्प पर लगाएं। पांच से दस मिनट तक इससे मसाज करें और फिर तुरंत बाद शैंपू से धो लें। चार हफ्तों के अंदर आपको कुछ बदलाव देखने को मिलेगा।
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