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लाइफ स्टाइल
ये 3 योगासन खोल देंगे पैरों की दबी हुई नसें, आज से करें रुटीन में करें शामिल
Ritisha Jaiswal
5 Sep 2022 1:04 PM GMT
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पैरों में दबी हुई नसों के कारण भी दर्द और सूजन हो जाती है। यह समस्या तब आती है
पैरों में दबी हुई नसों के कारण भी दर्द और सूजन हो जाती है। यह समस्या तब आती है जब शरीर के किसी अंग में नस दबने से खून एक जगह रुक जाए और जमा होने लगे। इसके कारण हाथ-पैरों में सुन्न, पिन चुभने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ब्लड सर्कुलेशन रुकने के कारण यह समस्या पैदा होती है। पैरों की दबी हुई नसें आप अच्छे खान-पान, एक्सरसाइज और ब्लड सर्कुलेशन के जरिए ठीक कर सकते हैं। परंतु कई बार नस दब जाने के कारण खून का संचार रुकने की समस्या आपको कई दिनों तक हो सकती है। नसें ब्लॉक होने के कारण पैर भी सूजने लगते हैं, जिसके कारण गंभीर दर्द भी होता है।
योग से ठीक हो सकती है दबी हुई नसें
बहुत से लोग दबी हुई नसें ठीक करने के लिए कई घरेलु तरीके भी अजमाते हैं। परंतु फिर भी दर्द की समस्या से राहत नहीं मिलती। ज्यादातर लोग इस बात से अंजान होते हैं कि योग करने से शरीर की मांसपेशियां, नसें स्ट्रेच होती हैं। इसके अलावा योग करने से इनके अंदर लचीलापन भी बढ़ जाता है। आज आपको बताते हैं कुछ ऐसे योगासन जिन्हें आप पैरों की दबी हुई नसों से आराम पाने के लिए कर सकते हैं।
अधोमुखश्वान आसन करें
आप अधोमुखश्वान आसन दबी हुई पैरों की नसों से राहत पाने के लिए कर सकते हैं। यह आसन आपकी नसों को मजबूत करता है। इसके अलावा रक्त का संचार बढ़ाने में भी सहायता करता है। नसों को स्ट्रेच करने के लिए भी बहुत ही लाभकारी आसन है।
कैसे करें यह योगासन?
. सबसे पहले अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं।
. फिर जमीन पर नीचे की ओर झुकें। झुकते समय अपने घुटने और हाथ एकदम सीधे रखें।
. इसके बाद शरीर को धनुष आकार में बनाएं।
. गहरी सांस लेते हुए कूल्हों पर भार डालें।
. हाथों को जमीन पर टिका दें।
. इसके बाद कुल्हों को ऊपर की ओर उठाएं।
. कुल्हों को ऊपर की ओर उठाने के दौरान अपना सिर जमीन की तरफ रखें। आंखें पैर की ओर रखें।
. इसी पॉजिशन में 10-15 मिनट के लिए रहें। तय समय के बाद सामान्य अवस्था में वापिस आ जाएं।
सुप्त पादांगुष्ठासन करें
सुप्त पादांगुष्ठासन भी नसों और मांसपेशियों को स्ट्रेच करने में बहुत ही फायदेमंद है। यह आपकी नसों को लचीला बनाने में भी सहायता करता है। यदि आपकी नसों में दर्द है तो यह बहुत ही लाभकारी आसन माना जाता है। यह रक्त संचार बढ़ाकर आपकी दबी हुई नसें खोलने में भी सहायता करता है।
कैसे करें यह योगासन?
. सबसे पहले योग मैट पर श्वासन की मुद्रा में लेट जाएं।
. फिर अपने पैरों और पंजों की स्ट्रेच करते हुए एड़ियों की सहायता से पैरों को दबाएं।
. घुटनों को सीने तक लें जाएं। इसके बाद दाएं पैर को छत की ओर स्ट्रेच करें और सीधे करने का प्रयास करें।
. अपने हाथों को एकदम सीधा रखें। फिर कंधों की सहायता से फर्श पर दबाव बनाने का प्रयास करें।
. पैरों पर दबाव बनाते हुए आगे की ओर फैला दें। पैरों को स्ट्रेच करने के दौरान टांग के पिछले हिस्सों पर ज्यादा दबाव न डालें।
. पैरों को मोड़कर बाएं पैर के साथ 90 डिग्री का कोण बनाने का प्रयास करें। लेकिन बायां हिप्स जमीन पर ही रखें।
. कम से कम 30 सैकेंड के लिए इसी मुद्रा में रहें। तय समय के बाद पैरों को जमीन पर वापस ले जाएं और श्वासन की मुद्रा में दोबारा आ जाएं।
भुजंगासन
यह आसन नसों में हो रहे दर्द से राहत दिलवाने में मदद करता है। इस आसन से आपके पेट की एक्स्ट्रा चर्बी भी कम होती है।
कैसे करें यह योगासन?
. सबसे पहले जमीन पर पेट के बल लेट जाएं।
. फिर अपने हाथों को दोनों तरफ जमीन पर रखें।
. इसके बाद हथेलियों को कंधों के पास ले जाएं।
. गहरी सांस लें और हाथों को जमीन पर दबाकर शरीर को नाभि की तरफ उठा लें।
. फिर सिर, छाती और पेट के हिस्से को ऊपर उठाएं।
. इसके बाद सिर को ऊपर की ओर सांप के फन के जैसे स्ट्रेच करें।
. अपनी क्षमता अनुसार, कुछ देर इसी मुद्रा में रहें।
. इसके बाद सामान्य अवस्था में वापिस आ जाएं।
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Ritisha Jaiswal
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