लाइफ स्टाइल

संगीत और खुशियों का सीधा है संबंध

Rani Sahu
25 Dec 2022 6:51 PM GMT
संगीत और खुशियों का सीधा है संबंध
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जीवन में संगीत (music) हो तो अस्पताल (hospital) खाली हो जाएंगे आर्या ग्लोबल की फाउंडर नीलम मलिक ने दादर के रवींद्र नाट्यमंदिर में गुरुवार को स्वरधारा की तरफ से आयोजित कार्यक्रम 'सोशल इमोशनल लर्निग' में कहा कि हमें स्कूलों (schools) में बच्चों को सॉफ्ट बोलना सिखाना है, उन्हें संवेदनशील बनाना है। अगर म्यूजिक हमारे जीवन में होगा, तो अस्पताल खाली होंगे और जीवन खुशियों से भरा होगा। नीलम मलिक ने स्वर के महत्व को समझाते हुए कहा कि हम घंटियां क्यों बजाते हैं, चर्च हो, मंदिर हो या घर हो, ये आवाजें हमें पॉजिटिव एनर्जी से भर देती हैं। यह बहुत बड़ी विडंबना है कि हम संगीत, कला और खेल को शिक्षा से अतिरिक्त मानते हैं। स्वरधारा ऐप की फाउंडर डाॅ गौरी कवि ने कहा कि मैं संगीत के माध्यम से स्कूलों के बच्चों को संपूर्ण शिक्षा देना चाहती हूं। मेरा विजन है कि हर बच्चा आनंद से भरकर आगे बढ़े। गौरी जी ने अपने मधुर गीत से कार्यक्रम को सुंदर बनाया। कार्यक्रम में बच्चों के संपूर्ण शिक्षा पर व्यापक चर्चा हुई। इस दौरान पैनल डिस्कसन में बिल्लाबोग हाई इंटरनेशनल स्कूल ठाणे की प्रिंसिपल, कल्याणी चौधरी, कपोल विद्यानिधि इंटरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर व प्रिंसिपल डॉ रेशमा हेगड़े, आत्मन एकेडमी के फाउंडर डायरेक्टर मंजुश्री पाटील और अवंती एड्यूटेक के फाउंडर सीईओ अमोल मिरजगांवकर ने बच्चों के संपूर्ण विकास पर व्यापक प्रकाश डाला। रेशमा हेगड़े ने कहा कि मैं अपने बच्चों को लर्नर्स की तरह देखती हूं, हम डांस, म्यूजिक थेरेपी से बच्चों को पढ़ाते हैं। सबसे बड़ी बात है कि बच्चे आपके साथ कितने कंफर्टेबल हैं। वे कैसे अपने इमोशन को आपसे व्यक्त करते हैं। मिरजगांवकर जी ने कहा कि मैं बचपन में मौका मिलते ही गाना गाता था, एसटी बस और लोकल ट्रेन में यात्रा बहुत कठिन है, पर बच्चे गाना गाते हुए आते जाते हैं, उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होती। कहने का अर्थ यह है कि अगर हमारे जीवन में म्यूजिक आ जाए, तो हमारा जीवन बहुत सरल हो जाएगा।
म्यूजिक बच्चों को जोड़ने, उनके जीवन को बड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। डाॅ मंजुश्री पाटील ने कहा कि हमें इस बात पर फोकस करना होगा कि बच्चा क्या करना चाहता है। हमें बच्चों को सही चुनना सिखाना होगा। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण है जर्नी। महत्वपूर्ण यह है कि हमारी यात्रा कैसी रही। हम कहां पहुंचे यह महत्वपूर्ण नहीं है।
Source : Hamara Mahanagar
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