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लाइफ स्टाइल
कैंसर का खतरा, इस तेल में बना खाना खाने से कम होता है
Manish Sahu
20 July 2023 3:48 PM GMT
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लाइफस्टाइल: बता दें कि जिन लोगों को ऑयली फूड्स खाने की वजह से कैंसर, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और ट्रिपल वेसल डिजीज का खतरा होता है।
इस तेल में बना खाना खाने से कम होता है कैंसर का खतरा, बेहतर स्वास्थ्य के लिए रोज़ करें इसका सेवन
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में सुनते ही लोग डर, सहम जाते हैं। भारत समेत दुनियाभर के देशों में लोग इसके शिकार हो रहे हैं। वैसे अगर शुरूआती स्टेज में इसके बारे में पता चल जाए तो अच्छा है।
शुरूआती स्टेज में पता नहीं चलता है तो यह काफी खतरनाक सकता है। वैसे तो इसके होने के कई कारण माने जाते हैं। पर कई बार सही कुकिंग ऑयल का सेवन न करने के कारण भी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
जैसे बाजार में चीजों को बनाते समय कई बार तेल को गर्म किया जाता है, जो कैंसर होने का कारण बन सकता है। चलिए जानते हैं हमारी सेहत के लिए कौन सा कुकिंग ऑयल सही है।
बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस कुकिंग ऑयल का करें सेवन बता दें कि जिन लोगों को ऑयली फूड्स खाने की वजह से कैंसर, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और ट्रिपल वेसल डिजीज का खतरा होता है।
ऐसे लोगों को पहले तेल का सेवन कम करने के लिए कहा जाता है। अगर फिर भी कुछ भोजन पकाने के लिए तेल इस्तेमाल करना भी पड़े, तो ऑलिव ऑयल को सेलेक्ट करना बेस्ट हो सकता है।
इस तेल में ओलियोप्रोपिन पाया जाता है जो जैतून का सबसे शक्तिशाली पॉलीफेनोल है। यह एक तरह का एंटीऑक्सिडेंट है जो हमें कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
जैतून के तेल के फायदे
कैंसर से बचाव
अगर आप नियमित तौर पर जैतून के तेल का सेवन करते हैं तो इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा काफी हद तक कम होता है, क्योंकि कुकिंग ऑयल में कई तरह के कंपाउंड पाए जाते हैं, जो कैंसर पैदा करने वाले सेल्स को नष्ट करने में मदद करते हैं।
डायबिटीज में असरदार
जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, उन्हें नियमति ऑलिव ऑयल का सेवन करना चाहिए। कई रिसर्च में सामने आ चुका है कि ऑलिव ऑयल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट इंसुलिन के सिक्रीशन को बढ़ाने में हेल्प करते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिलती है।
कब्ज में आराम
जैतून के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट काफी मात्रा पाया जाता है। इससे पेट की परेशानी नहीं होती है। ये ऑयल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट और पेट के लिए काफी बेहतर माना जाता है। ऐसे में जो लोग डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं से परेशान हैं उन्हें नियमित तौर पर इस तेल का सेवन करना चाहिए।
Manish Sahu
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