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गमले में पौधे लगाने का सही तरीक़ा

Kajal Dubey
3 May 2023 4:14 PM GMT
गमले में पौधे लगाने का सही तरीक़ा
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हम भले गांवों से शहरों में चले आए हों, पर प्रकृति से लगाव कहीं न कहीं बना हुआ है. यही कारण है कि हम अपने फ़्लैट्स को पौधों से सजा लेना चाहते हैं. हम इनडोर गार्डनिंग की सिरीज़ में पौधे लगाने का सही तरीक़ा से लेकर, गमलों के लिए मिट्टी और खाद की व्यवस्था, धूप-पानी-हवा की आवश्यकता जैसे अलग-अलग पॉइंट्स को कवर करेंगे. चलिए आज बात करते हैं गमले में पौधा लगाने के सही तरीक़े के बारे में.
गमले में पौधे लगाने के लिए क्या हो मिट्टी और खाद का अनुपात?
गमले में पौधे लगाने के लिए मिट्टी और खाद का सही अनुपात में होना बहुत ही आवश्यक है. यूं तो हर पौधे की खाद की ज़रूरत अलग-अलग होती है. फिर भी पौधे की मिट्टी और खाद के अनुपात का सामान्य सूत्र नीचे बताया जा रहा है. आपके गमले में होना चाहिए…
* गोबर की अच्छी पुरानी खाद एक भाग
* नदी की बालू या बजरी एक भाग
* गमलों की पुरानी मिट्टी एक भाग
* पत्ती की खाद एक भाग
* दो चम्मच सरसों अथवा नीम की खली
यदि आपको फ़र्न अथवा दूसरे सदाबहार पौधों के लिए खाद तैयार करनी हो तो एक भाग गोबर की पुरानी खाद, दो पत्ती की खाद और एक भाग नदी की बालू या बजरी डालें. उसके साथ एक चम्मच हड्डी का चूरा, दो चम्मच सरसों अथवा नीम की खली और आधी मुठ्ठी लकड़ी का कोयला मिला लेना चाहिए.
अगर आपको अपने पौधे की मिट्टी बदलनी हो तो
जिस गमले की मिट्टी बदलनी हो, उस गमले में दो दिन पहले ही पानी डालना बंद कर दें. उसके बाद गमले को किसी तिपाई या जमीन पर तिरछा लेटा कर उसकी पेंदी में खुरपी की मूठ से तीन-चार बार चोट करें, इससे पौधा पूरा का पूरा मिट्टी समेत बाहर आ जाएगा. आप देखेंगे कि पौधे की जड़ों का बहुत सख़्त जाल सा बुना गया है. आप फालतू जाल एवं धागे जैसी पतली-पतली जड़ों को काट दें. तने के पास छोड़कर शेष मिट्टी झाड़ दें. अब गमले को अंदर एवं बाहर से अच्छी तरह साफ़ करके धो लें. नीचे के छिद्र में कम से कम
दो-तीन तह मिट्टी के ठीकरा या गमले के टूटे टुकड़ों की तह बिछा दें.
अब गमलों को तैयार खाद से आधा भर दें और पौधे को बीच में रखकर शेष मिट्टी चारों ओर भर दें. इस मिट्टी को पौधे के चारों ओर अच्छी तरह ठोंक दें, ताकि पौधा हिलने न पाए और गमले में ख़ाली जगह न रहे. गमले में मिट्टी उसके किनारे से एक इंच नीचा रखें, ताकि पानी भरने पर पानी बाहर न आए. अब भरपूर पानी से भर दें.
ज़रूर याद रखें
गमला बदलने का काम शाम को करना चाहिए. मिट्टी बदलने के बाद गमले को दो-तीन दिन छाया में रखना चाहिए. पहले दिन तो गमले को एक और बार पानी देना पड़ता है. पानी से पौधों को धोना लाभकारी होता है. पौधे या तो मार्च में अथवा जुलाई में ही बदलने चाहिए. इन दिनों मौसम अच्छा होता है. हवा में नमी होती है, जो पौधों के विकास में सहायता करती है.
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