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दिमाग नही है शांत,गुस्से, चिड़चिड़ेपन और तनाव से हैं परेशान तो ये करें उपाए

Tara Tandi
29 Jun 2023 1:53 PM GMT
दिमाग नही है शांत,गुस्से, चिड़चिड़ेपन और तनाव से हैं परेशान तो ये करें उपाए
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क्या आपके स्वाभाव में अब गुस्सा, चिड़चिड़ापन और तनाव आता जा रहा है. अब आप पहले के कम स्माइल करते हैं. बात-बात पर कमियां निकालते हैं तो ये मेंटल हेल्थ के लिए काफी खतरनाक है. इसका मतलब है कि आपको हाई एलर्ट पर अपनी मेंटल हेल्थ पर काम करना होगा. जिस तरह से हम अपने शरीर को फिट बनाए रखने के लिए फिज़िकल एक्सरसाइज़ करते हैं उसी तरह हमें अपने दिमाग को दुरुस्त रखने के लिए मेंटल हेल्थ पर काम करना होगा. कई लोग इसे बिमारी ही नहीं मानते तो कुछ लोग इसे बड़े लोगों के चोचले कहते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है... हर उम्र और हर वर्ग के व्यक्ति को कभी भी ये समस्या हो सकती है. ज्यादा समस्या होने पर ठीक उसी तरह आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए जिस तरह आप शरीर के किसी अन्य रोग के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं. अगर समस्या गंभीर नहीं है तो आपको अपनी मेंटल हेल्थ को ठीक रखने के लिए क्या करना चाहिए आइए जानते हैं.
पुरानी बातों को दिमाग से निकालें
कुछ लोगों की आदत होती है कि उनके दिमाग से पुरानी बातें निकलती ही नहीं हैं, ऐसे में आप जितना ज्यादा हो सके 5-7 दिन लोगों से उस बारे में बात करें और आप उस बात पर क्यों अटक गए हैं इसका कारण जानने की कोशिश करें. बात को छोड़ने में ही आपकी भलाई है नहीं तो धीरे-धीरे आपकी ये आदत आपकी मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव डाल सकती है.
माफ करना जरूरी है
ज़िंदगी में कई बार ऐसा होता है कि अपनों से दिल ऐसा दुखता है कि हम उन्हें माफ नहीं कर पाते. लेकिन उन्हें माफ ना करना ये उनकी सेहत के लिए नहीं बल्कि आपकी सेहत के लिए खराब है. आप अपने दिल से उन्हें निकालकर माफ करें और फिर उनसे उचित दूरी बना लें. पुराना धोखा दोबारा ना खाएं और आपका दिल ना दुखे उसके लिए जरूरी है कि आप उन्हें माफ कर दोबारा ऐसा करने का मौका ना दें. उन्हीं लोगों से दोबारा संबंध बनाए रखने से भी आपकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है.
कमी निकालना बंद करें
दूसरों में कमी निकालना अच्छी बात नहीं, बल्कि ये आपके अंदर की नेगेटिविटी को ही दिखाती है. ऐसा करने से आपकी सोच भी नेगेटिव बनती जाती है जिसका असर आपके दिमाग पर पड़ता है. ऐसे में आप चीज़ों को सुधारने या उनमें कुछ अच्छा ढूंढने की कोशिश करें. ऐसा करेंगे को खुश रहेंगे और आपका दिमाग भी दुरुस्त रहेगा
मेडिटेशन है सबसे बेस्ट ट्रीटमेंट
मल्टीटास्किंग एक्टिविटी से बचें
जिन लोगों को ये लगता है कि वो एक साथ 10 काम कर सकते हैं तो ऐसे लोगों को शायद ये नहीं पता कि इसका असर आपके दिमाग पर पड़ रहा है और आप धीरे-धीरे अपनी प्रोडक्टिविटी कोम्प्रोमाइज़ कर रहे हैं. आप जिस काम को बेहतर तरीके से कर सकते हैं अब आप उसे जल्दबाज़ी में कर रहे हैं. ऐसा करना आपके मन में हमेशा गलत हो सकता है जैसा डर भी पैदा करता है जो आपकी मेंटल हेल्थ के लिए बुरा है.
भरपूर नींद लें
अच्छी नींद आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है खासकर आपके दिमाग को शांत करने के लिए तो सबसे ज्यादा जरूरी है. इसलिए कई बार आपने देखा होगा कि जो लोग स्ट्रेस में होते हैं वो नींद की दवाई ज्यादा लेते हैं जिसके बुरा प्रभाव उन्हें बाद में भोगने पड़ते हैं. ऐसे में आप अपने लाइफस्टाइल में थोड़ा सा बदलाव लाकर अपने सोने के रुटीन को ठीक करें और अच्छी नींद लें ये आपके दीमाग के लिए भी जरूरी है.
मेडिटेशन करें
दिमाग को सुकून पहुंचाने के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज़ मेडिटेशन होती है. ये जितनी आसान दिखती है दरअसल में ये शुरुआती स्टेज पर उतनी ही मुश्किल होती है. ध्यान लगाने के लिए आपको मन को एकाग्र करना होता है जिसे शुरुआत में करने में मुश्किल होती है. लेकिन इसे नियमित प्रयास से आप मेडिटेट करने में सफल होते हैं और फिर धीरे-धीरे मेडिटेशन को जब आप नियमित रुप से करने लगते हैं तो आपके दिमाग को इससे काफी रिलेक्सेशन मिलती है
तो आपके दिमाग में भी अगर पुरानी बातें लगातार घूमती रहती हैं. आपके साथ किसी ने धोखा किया है या आप किसी से नाराज़ हैं और उसे माफ नही कर पा रहे तो आज ही करें. ऐसा करने से आप उसकी नहीं बल्कि अपनी मदद ही कर रहे हैं. अपने दिमाग की शांति को बनाए रखने के लिए जरूरी है आगे बढ़ना. पुरानी बातों से चिपके रहने से आपको एंग्जाइटी और डिप्रेशन भी हो सकता है. तो अपना ध्यान रखें और खुश रहें
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