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लाइफ स्टाइल
हॉर्ट की बंद नसें जाएगी खुल, बस रोजाना खाली पेट ये उपाय कर लें
Ritisha Jaiswal
1 Oct 2022 12:00 PM GMT
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नसों में ब्लॉकेज की समस्या, अब आम ही सुनने को मिल रही हैं जहां पहले ये समस्या उम्रदराज लोगों को होती थी, वहीं अब तो छोटी उम्र में ही लोगों को ये बीमारी चपेट में ले रही है। नस ब्लॉकेज शरीर के किसी भी अंग में हो खतरनाक ही है
नसों में ब्लॉकेज की समस्या, अब आम ही सुनने को मिल रही हैं जहां पहले ये समस्या उम्रदराज लोगों को होती थी, वहीं अब तो छोटी उम्र में ही लोगों को ये बीमारी चपेट में ले रही है। नस ब्लॉकेज शरीर के किसी भी अंग में हो खतरनाक ही है लेकिन हॉर्ट ब्लॉकेज सबसे खतरनाक मानी जाती है क्योंकि हार्ट में ब्लॉकेज हो तो हार्ट अटैक कभी भी आ सकता है। छोटी उम्र में ही हार्ट अटैक आने के मामले आए दिन सुनने को मिलते थे जबकि पहले ऐसे मामले उम्रदराज 60 के पार लोगों में ही थे। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब दिल तक जाने वाली खून की नसों में ब्लॉकेज आती है तो हार्ट अटैक आता है।
हार्ट की नसें ब्लॉक क्यों हो रही है?
इसका सीधा संबंध लाइफस्टाइल से ही है। फैट, कोलेस्ट्रॉल और हानिकारक पदार्थों की वजह से ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज आ जाती है। और कोरोनरी आर्टरीज की दीवारों में कफ ज्यादा जमा हो जाता है। इसकी वजह से दिल की ओर ब्लड फ्लो गड़बड़ा जाता है और हार्ट ब्लॉकेज की परेशानी शुरू हो जाती है।
कैसे पता चलेगा कि हार्ट में ब्लॉकेज हो रही है?
समस्या कोई भी आपकी बॉडी पहले ही उसके संकेत दिखाने शुरू कर देती हैं जिन्हें इग्नोर करना खतरनाक साबित हो सकता है।
जैसेः आपको लगातार सिरदर्द की समस्या रह रही है
. बार-बार चक्कर आते हैं या बेहोश हो जाना
. छाती में दर्द की शिकायत
. सांस लेने में दिक्कत या सांस फूलना
. शरीर थका-थका रहना
. गर्दन, ऊपरी पेट, जबड़े, गले या पीठ में दर्द होना
. पैरों और हाथों में दर्द होना या सुन्न होना
. कमजोरी या ठंड महसूस होना।
ये सारे लक्षण हार्ट ब्लॉकेज के हो सकते हैं।
हार्ट को ब्लॉकेज से बचाएं कैसे?
उपर बताए लक्षणों को नजरअंदाज ना करें क्योंकि ये लक्षण बाद में हार्ट अटैक के लक्षण भी बन सकते हैं। हार्ट को ब्लॉकेज से बचाने के लिए कुछ आहारों को जरूर शामिल करें।
जैसेः
. रोजाना एक लहसुन की कली खाएं। आप रोजाना खाली पेट भुना हुआ लहसुन खा सकते हैं इससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रहेगाय, साथ ही नसों में ब्लॉकेज नहीं होगी।
. खाने में अदरक का सेवन जरूर करें क्योंकि अदरक में आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिससे ब्लड क्लॉटिंग नहीं होती है।
लौकी का जूस, तरबूज के बीज, दालचीनी, बेरीज खाएं। पहले से ही हार्ट के मरीज हैं तो कोलेस्ट्रोल कम करने के लिए सभी तरह की बेरीज जैसे स्ट्रोबेरी, ब्लूबेरी, रसबेरी और अंगूर खाएं। सेब, खट्टे फल खाएं जिनमें फाइबर भरपूर होता है।
. एवोकाडो खाएं क्योंकि ये बैड कोलेस्ट्रोल को कम कर गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाता है.
. हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक और साग आदि खाएं। बैंगन, टमाटर खाएं।
. अर्जुन के पेड़ की छाल और दालचीनी का सेवन करें। ये खून को पतला करता है जिससे हार्ट ब्लॉकेज का खतरा कम होता है। चुटकीभर दालचीनी को गुनगुने गर्म पानी में डालकर पीएं।
इसके अलावा बाहर का जंक फूड, ज्यादा ऑयली खाना ना खाएं। खुद को फिजिकली एक्टिव रखें और वजन पर नियंत्रण रखें।
अगर हार्ट ब्लॉकेज से जुड़े लक्षण आपको लगातार दिखाई दे रहे हैं तो बिना देरी किए डॉक्टरी जांच जरूर करवाएं।
Tagsब्लॉकेज
Ritisha Jaiswal
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