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लाइफ स्टाइल
बच्चे का पढ़ने-लिखने या कुछ सीखने में नहीं लगता मन, 3 वजह जान लें
Manish Sahu
18 Aug 2023 6:50 PM GMT
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लाइफस्टाइल: अक्सर माता पिता की शिकायत होती है कि उनके बच्चे आजकल पढ़ना लिखना नहीं चाहते और अपने मन की करते रहते हैं. उन्हें पढ़ाई के लिए बिठाना एक बड़ा काम लगता है. यही नहीं, स्कूल से भी यह शिकायत आती है कि वह क्लास में ध्यान नहीं देता है. आमतौर पर ऐसी शिकायतें माता पिता ही नहीं, बच्चे को भी तनाव में डाल देती हैं और उनके लिए किताबें, क्लास, पढ़ाई, ये सब स्ट्रेस भरा काम लगने लगता है. ऐसे में वे ऐसे माहौल से दूर भागने लगते हैं और किताबें देखते ही उनका पढ़ाई से मन उचट जाता है या कुछ नया सीखने का आत्मविश्वास नहीं रह जाता है. यह वाकई उनके उम्र के हिसाब से एक चुनौतिपूर्ण काम होता है.
पढ़ाई के समय गुस्सा करना – पैरेंटिंग एक्सपर्ट इशिना बी. सादानाने सोशल मीडिया पर अपने एक पोस्ट में बताया कि आखिर बच्चे क्यों पढ़ना नहीं चाहते. दरअसल, अगर आप पढ़ाई को लेकर बात बात पर उन्हें डाटते रहेंगे या गुस्सा करेंगे तो इससे घर का माहौल निगेटिव और स्ट्रेसफुल होगा. जिसकी वजह से बच्चा पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाता और वह अपनी भावनाओं से जूझने लगता है. जिसकी वजह से पढ़ाई के नाम पर ही उसे चिढ़ या झुझलाहट होने लगती है और उसका ध्यान पढ़ने लिखने में नहीं लगता.
गलतियों पर इंपेशेंट हो जाना – कई माता पिता पढ़ाते वक्त धैर्य खो देते हैं और बात बात पर कमी निकालते रहते हैं. मसलन, अगर कुछ गलतियों हो रही हैं तो वे बच्चे पर आरोप लगाने लगते हैं कि तुम्हारा ध्यान ही पढ़ाई पर नहीं है, या तुम जानते हो लेकिन फोकस नहीं करना चाहते हो.
अधिक चिंता करना- अक्सर माता पिता पढ़ाई को लेकर इतना अधिक चिंता करने लगते हैं कि वे हर वक्त पूरे दिन पढ़ाई को लेकर ही बच्चों से बात करते रहते हैं. इस वजह से वे इरिटेट हो जाते हैं और उनका स्टडी से मन उठने लगता है.
बच्चों की पढ़ाई को बेहतर बनाने का तरीका
पढ़ाई के दौरान एंग्जायटी या स्ट्रेस का माहौल ना बनाएं. पढ़ाई के समय खुद को शांत रखने की कोशिश करें. खुद की हरकतों पर ध्यान दें.
बच्चों से रियलिस्टिक उम्मीदें ही रखें, उनकी तुलना अन्य बच्चों से ना करें. याद रखें कि अधिक नम्बर सफलता और खुशहाल जिंदगी की कुंजी नहीं होती.
पढ़ाई को मजेदार बनाएं और स्टडी टाइम में हसें भी. इससे उनका ब्रेन बेहतर तरीके से काम करेगा और वे पढ़ाई से बोर नहीं होंगे.
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