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लाइफस्टाइल : होली का त्योहार यानी रंग, उल्लास और मस्ती मजाक का त्योहार। इस मौके पर हर तरफ आपको जोश और उमंग नजर आती है। कुछ लोगों को होली के रंगों में खुद रंगना और दूसरों पर गुलाल उड़ाना खूब पसंद होता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप होली खेलते वक्त अपनी सेहत का ख्याल रख सकती हैं। इस बारे में डॉक्टर नीता वशिष्ठ जानकारी दे रही हैं। वह एमबीबीएस और एमडी हैं।
नेचुरल रंगों का करें इस्तेमाल
होली के आस-पास मार्केट में केमिकल से युक्त रंगों की भरमार रहती है। ये रंग न केवल आपके चेहरे, आंखों और स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं, बल्कि इनका लंग्स पर भी असर होता है। इसलिए, नेचुरल रंगों का ही इस्तेमाल करें। आप कई तरीकों से घर पर भी प्राकृतिक रंग बना सकती हैं।
आंखों का करें बचाव
आंखों पर सनग्लासेस लगाकर आंखों को रंगों से बचाएं। अगर फिर भी आंख में गुलाल चला जाए, तो आंख को मसलें नहीं बल्कि तुरंत साफ पानी से धोएं। अगर आंख में फिर भी दिक्कत महसूस हो, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
डाइट पर भी रखें कंट्रोल
होली खेलते वक्त और इसके आस-पास के दिनों में कई बार लोग डाइट पर अपना कंट्रोल खो देते हैं। घर पर बनी गुजिया (गुजिया का इतिहास) और पकवान खाकर पेट भी खराब हो सकता है। बेशक त्योहार के वक्त में इन चीजों से पूरी तरह दूरी नहीं बनाई जा सकती है, लेकिन इन्हें लिमिट में खाएं।
रंग खेलते वक्त न खाएं कुछ
अक्सर लोग रंग वाले हाथों से ही कुछ न कुछ खान लगते हैं, लेकिन इससे आपको नुकसान पहुंच सकता है। रंग खेलने के बीच अगर आपको कुछ खाना है, तो पहले अपने हाथों को साफ पानी और हैंड वॉश से धोएं और उसके बाद ही कुछ खाएं।
कानों का भी करें बचाव
कई बार लोग कानों में रंग चले जाने को गंभीरता से नहीं लेते हैं, लेकिन कानों में रंग जाने से परेशानी हो सकती है। इसलिए, कानों का बचाव करें और रंग खेलने के बाद कानों को कॉटन से अच्छे से साफ करें।
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Apurva Srivastav
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