लाइफ स्टाइल

गले के कैंसर के दिखाई देते है ये लक्षण

Apurva Srivastav
27 Feb 2023 4:13 PM GMT
गले के कैंसर के दिखाई देते है ये लक्षण
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गले के कैंसर की चपेट में आने से आवाज में भारीपन या फिर बदलाव जैसे लक्षण देखने को मिलने लगते हैं

हर साल भारी संख्या में लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं. आपको बता दें कि कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसकी चपेट में आने के बाद जान बचाना बहुत मुश्किल हो जाता है. गौरतलब है कि कैंसर के अधिकांश मामलों में लाइफस्टाइल व अनहेल्दी खान-पान ही जिम्मेदार होता है. कैंसर के केस में अगर मिलने वाले संकेतों का अंदाजा यदि पहले से लगा लिया जाए, तो इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है. गले का कैंसर ऐसी बीमारी है जिसके संकेत काफी पहले से मिलना शुरु हो जाते हैं. गले के कैंसर के लिए मुख्य रूप से सिगरेट, शराब, तंबाकू, गुटखा आदि जिम्मेदार होते हैं.ऐसे में अगर समय पर गले के कैंसर के संकेतों पर ध्यान दिया जाए, तो इस घातक बीमारी से खुद को बचाया जा सकता है.

गले के कैंसर के लक्षण (Symptoms of Throat Cancer)
1- गर्दन के नीचे सूजन
यदि आपको गर्दन के निचले हिस्से में सूजन महसूस हो रही है और इलाज कराने के बावजूद भी आपको राहत नहीं मिल रही है तो यह कैंसर का कारण हो सकता है. ऐसे में बिन देरी किए आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
2- आवाज में बदलाव होना
गले के कैंसर की चपेट में आने से आवाज में भारीपन या फिर बदलाव जैसे लक्षण देखने को मिलने लगते हैं. अगर 2 से 3 सप्ताह में आवाज में होने वाले बदलावों में राहत नहीं मिलती है, तो आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से मिलकर मामला डिसकस करना चाहिए.
3- निगलने में परेशानी
यदि आपको भोजन या पानी निगलने में दिक्कत का एहसास होने लगे और ऐसा महसूस हो कि गले में खाना लटका हुआ महसूस हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. यह गले के कैंसर का संकेत हो सकता है.
4- वजन में कमी
अगर आपके वजन में तेजी से गिरावट महसूस होने लगे, तो इस चीज को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह भी कैंसर के कारण हो सकता है.
5- कान में दर्द
यदि आपके कान में दर्द बना रहता है और आपको लंबे समय से राहत नहीं मिल रही है. तो यह गले के कैंसर का संकेत हो सकता है. ऐसे में डॉक्टर को दिखाने में लापरवाही न बरतें.
6- कफ महसूस होना
गले के कैंसर का शिकार होने की स्तिथि में गले में कफ भर जाता है. ऐसे में अगर अधिक दिनों तक कफ महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. बल्कि कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से मिलकर सलाह लेनी चाहिए.
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