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हाई बीपी के लक्षण? क्या हैं कंट्रोल करने के लिए मददगार ये योगासन

Teja
17 May 2022 5:14 AM GMT
हाई बीपी के लक्षण? क्या हैं कंट्रोल करने के लिए मददगार ये योगासन
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हाई ब्लड प्रेशर एक कॉमन समस्या है लेकिन अगर इसे इग्नोर करें तो ये खतरनाक हो सकता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हाई ब्लड प्रेशर एक कॉमन समस्या है लेकिन अगर इसे इग्नोर करें तो ये खतरनाक हो सकता है। इसको साइलेंट किलर के रूप में भी जाना जाता है। बढ़े हुए ब्लडप्रेशर से गुर्दे की बीमारी, हार्ट फेलियर और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके बढ़ने के कुछ सामान्य कारणों में से शरीर का ज्यादा वजन, ज्यादा नमक,खराब लाइफस्टाइल, तनाव और ज्यादा शराब और सिगरेट हैं। हाई ब्लड प्रेशर के गंभीर लक्षणों में शामिल है- दिल की धड़कन में तेजी, सांस लेने में कठिनाई, कान बजना, चक्कर आना और घबराहट। यहां जानिए हाई बीपी के लक्षण और इसे कंट्रोल करने के लिए योगासन।

क्या हैं हाई बीपी के लक्षण
1) सुबह-सुबह सिरदर्द- वैसे सिरदर्द होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन अगर आपको सुबह-सुबह सिरदर्द बहुत ज्यादा होता है, तो यह हाई बीपी के कारण हो सकता है।
2)यूरिन में ब्लड- हाई ब्लडप्रेशर के लक्षणों में से एक यूरिन में ब्लड आना। अगर आपको ये परेशानी हो रही है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं।
3) नाक से खून बहना- अगप बिना किसी कारण के अक्सर आपकी नाक से खून बहता है तो यह एक संकेत हो सकता है कि आपको हाई ब्लड प्रेशर के स्तर की जांच करानी चाहिए।
4) सांस की तकलीफ- सांस लेने में मुश्किल और सांस की तकलीफ भी हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों में से एक है।
हाई बीपी कंट्रोल करने के लिए योगासन
1) अधो मुख संवासन
अधो मुख संवासन सबसे आसाम योग आसनों में से एक है। अपने दिमाग को शांत करने और अपने शरीर को आराम देने के लिए आप रोजाना इस योगासन को कर सकते हैं। इसे करने के लिए अपने घुटनों को कूल्हों-चौड़ाई से अलग और हाथों को कंधे-चौड़ाई से अलग करें। अब, अपने पैर की उंगलियों को नीचे कर अपने कूल्हों को फर्श से उठाएं। गहरे खिंचाव के लिए अपने पैरों को फर्श पर रखें। पांच से आठ सांसों तक इस मुद्रा में रहें और फिर पहली पॉजिशन में वापस लौट आएं।
2) विपरीत करणी
विपरीत करणी आपके शरीर को आराम देने के लिए एक सिंपल योग है। यह आसन ब्लड फ्लो में सुधार करेगा और आपको जवां दिखने में मदद करेगा। इसे करने के लिए अपने शरीर के एक तरफ दीवार को छूते हुए बैठें और आपके पैर आपके सामने फैले हुए हों। अब लेट जाएं और अपने पैरों को दीवार से सटाकर तलवों को ऊपर की ओर रखें। आपके पैर आपके शरीर से 90 डिग्री के कोण पर होंगे। दीवार पर चलने के लिए अपने टखने का इस्तेमाल करें ताकि आपके कूल्हे फर्श से दूर हों। कुछ मिनट के लिए इस स्थिति में रहें और फिर पहले वाली पॉजिशन में वापस लौट आएं।
3) उत्तानासन
उत्तानासन आपके नर्वस सिस्टम के लिए फायदेमंद है, ये आपको शांत करेगी। आसन आपके पेट की मांसपेशियों और आपके हैमस्ट्रिंग को स्ट्रेच करने में मदद करता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और अपने हाथों को अपने साइड में रखें। अब धीरे-धीरे अपना हाथ अपने सिर के ऊपर उठाएं। अपने घुटनों को झुकाए बिना आगे की ओर झुकें जब तक कि आपकी हथेलियां फर्श को न छू लें। इस स्थिति में कुछ मिनट तक रुकें और फिर पहले वाली पॉजिशन में वापस लौट आएं।
4) सेतु बंधासन
यह आसन आपकी छाती, रीढ़ और गर्दन को स्ट्रेच करता है। यह आपकी पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और तनाव को कम करता है। इसे करने के लिए अपनी पीठ के बल लेटकर शुरुआत करें और फिर अपने घुटनों को मोड़ें। अपने पैरों को अलग रखें। अब सांस अंदर लें और अपने कंधों को चटाई पर रखते हुए अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं। अपनी उंगलियों को अपने कूल्हे के नीचे इंटरलेस करें। इस स्थिति में बने रहें और गहरी सांसें लें।


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