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लाइफ स्टाइल
हैरानी की बात है! खुद महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट्स के इन अंगों के नाम नहीं जानते
Neha Dani
1 Jun 2021 3:09 AM GMT
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इसपर बात कर सकें, इसे लेकर अभी काफी कुछ किए जाने की जरूरत है.
लोगों को जागरूक करने के मकसद से ब्रिटेन में एक सर्वे किया गया जिसके नतीजे बेहद चौंकाने वाले थे. रिसर्चर्स ने सर्वे में एक चित्र के जरिए महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स के भीतरी नाम लोगों से पूछे. जिसके नतीजे चौंकाने वाले हैं. सर्वे में महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल थे. इस स्टडी को इंटरनेशनल यूरोगायनेकॉलॉजी जर्नल (International Urogynecology Journal) में प्रकाशित किया गया. सर्वे का मकसद लोगों में मानव शरीर के बारे में जागरूकता कितनी महत्वपूर्ण है, इस पर प्रकाश डालना है.
महिलाएं भी अपने सभी अंगों के नाम नहीं जानतीं!
स्टडी में पाया गया कि महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट के अंदरूनी अंगों के नाम नहीं जानतीं जिसके कारण उन्हें इनसे जुड़ी कोई समस्या होने पर चिकित्सकीय सलाह लेने में मुश्किलों का सामने करना पड़ता है.
प्राइवेट पार्ट्स के नाम नहीं बता पाए लोग
इंग्लैंड स्थित मैनचेस्टर के एक हॉस्पिटल में Outpatient appointments में हिस्सा लेने आए लोगों को एक क्वेश्चनेयर दिया गया, चित्र देखकर उन्हें महिलाओं के प्राइवेट पार्ट के अंदरूनी अंगों के नाम बताने थे. आधे से भी कम लोगों को सही जबाव पता थे.
स्टडी में सामने आईं चौंकाने वाली बातें
रिसर्चरों ने पाया कि आधे से अधिक ब्रिटिशर्स चित्र में Urethra (मूत्रमार्ग) को नहीं पहचान पाए. 37 प्रतिशत लोग Clitoris को नहीं पहचान पाए. ऐसे लोगों में महिलाएं भी शामिल थीं. सर्वे में शामिल लागों को वल्वा (Vulva) का एक डायग्राम दिया गया और उनसे इसके पार्ट्स के नाम लिखने को कहा गया. पार्टिसिपेंट्स में जागरूकता की इतनी कमी नजर आई कि आधे से अधिक ने इस डायग्राम को खाली छोड़ दिया. रिसर्चरों ने कहा कि लोग Urethra और Clitoris में फर्क नहीं कर पाए.
शारीरिक रचना की सही जानकारी नहीं
वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला कि लोगों में महिला जननांगों और शारीरिक रचना की समझ ना के बराबर है जो कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खराब है. The Sun में छपी एक रिपोर्ट में रिसर्चर्स ने कहा कि सर्वे में शामिल महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में ज्यादा सही जवाब दिए.
काफी कुछ किए जाने की जरूरत
मैनचेस्टर के सेंट मैरी अस्पताल में सलाहकार यूरोलॉजिस्ट और अध्ययन के सह-लेखक, फियोना रीड ने कहा कि महिलाओं की शारीरिक रचना की लोगों में समझ हो और वो इसपर बात कर सकें, इसे लेकर अभी काफी कुछ किए जाने की जरूरत है.
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