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लाइफ स्टाइल
अध्ययन: वैज्ञानिकों ने इन दो व्यायामों को बताया बेहद कारगर, कैंसर की समस्या होगी कम
Deepa Sahu
15 Aug 2021 2:58 PM GMT
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वैज्ञानिकों ने इन दो व्यायामों को बताया बेहद कारगर
कोरोना संक्रमण ने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष दोनों तरह से लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित किया है। दूसरी लहर में संक्रमण ने शरीर के कई अंगों पर असर डाला, वहीं इलाज के अभाव में कई गंभीर रोगियों के मामलों की संख्या में भी इस दौरान इजाफा देखने को मिला है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल में कई तरह के कैंसर के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि महामारी के दौरान इलाज की उचित व्यवस्था के अभाव और रोग पर ध्यान न देने के कारण कई लोगों में कैंसर के मामले चौथे चरण तक भी पहुंच गए हैं।
डॉक्टर कहते हैं, कैंसर जैसे गंभीर रोग का समय पर निदान और इलाज आवश्यक है। कोरोना महामारी ने कैंसर रोगियों के लिए बड़ी मुसीबत पैदा कर दी है। इलाज में हो रही देरी स्थिति को और गंभीर बना सकती है। इसी को लेकर हाल ही में किए गए एक अध्ययन में विकल्प के तौर पर वैज्ञानिकों ने उन दो व्यायाम के बारे में बताया है जिनका अभ्यास कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। आइए आगे की स्लाइडों में इन व्यायाम के कैंसर में लाभ के बारे में जानते हैं।
कैंसर के खतरे को समझिए
मायो क्लिनिक की रिपोर्ट के अनुसार, कैंसर असामान्य कोशिकाओं के विकास के कारण होने वाली गंभीर बीमारी है। कैंसर अक्सर शरीर के एक साइट में छोटे ट्यूमर के रूप में शुरू होता है जो धीरे-धीरे सामान्य कोशिकाओं में बढ़ता जाता है। कैंसर के बढ़ने के साथ इसका उपचार बहुत मुश्किल हो जाता है। हर प्रकार के कैंसर का नाम आमतौर पर उन कोशिकाओं के नाम पर रखा जाता है जिनमें यह शुरू होता है। आंकड़ों के मुताबिक यह रोग दुनिया में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। हालांकि हाल के वर्षों में कैंसर स्क्रीनिंग, उपचार में आधुनिकता और रोकथाम में सुधार के चलते कैंसर रोगियों के जीवित रहने की दर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि दो प्रकार के व्यायामों का संयोजन कैंसर के रोगियों की गंभीरता और मौत के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं।
व्यायाम से कम हो सकता है कैंसर का खतरा
साओ पाउलो स्थित फेडरल यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ प्रीवेंटिव मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ लिएंड्रो रेज़ेंडे कहते हैं, शारीरिक गतिविधि कई प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम कर सकती है। इस बारे में जानने के लिए डॉ रेज़ेंडे और उनकी टीम ने 12 अध्ययनों की समीक्षा की। इस अध्ययन में 1.3 मिलियन (13 लाख) लोगों के डेटा की जांच की गई। वैज्ञानिकों ने पाया कि कई प्रकार के व्यायाम कैंसर से मृत्यु के जोखिम को 14 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और एरोबिक व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करने से कैंसर से मृत्यु का जोखिम 28 प्रतिशत तक कम हो जाता है। वहीं साल 2016 के एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि जो लोग रोजाना व्यायाम करते हैं, उनमें फेफड़े, किडनी, कोलन, मलाशय, मूत्राशय और स्तन कैंसर के विकसित होने का खतरा कम होता है।
एरोबिक व्यायाम कैंसर रोगियों के लिए फायदेमंद
विशेषज्ञों के मुताबिक एरोबिक व्यायाम शरीर के ऑक्सीजन अवशोषित करने और अन्य अंगों तक पहुंचाने की क्षमता में सुधार करती है। एरोबिक व्यायाम न केवल वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं साथ ही मोटापे को भी कम करते हैं। मोटापे को कैंसर का एक बड़ा कारण माना जाता है। इन सबके अलावा एरोबिक व्यायाम नींद के पैटर्न को ठीक रखने में सहायक हैं, जिससे शरीर की ऊर्जा बढ़ाती है। यह व्यायाम एंडोर्फिन हार्मोन को भी बढ़ा देते हैं जिससे रोगियों के आत्मविश्वास में भी सुधार होता है। यही कारण है कि कैंसर रोगियों को एरोबिक व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग अभ्यास के भी हैं लाभ
अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन के सलाह के अनुसार सभी लोगों को सप्ताह में 2-3 बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग अभ्यास जरूर करने चाहिए। यह अभ्यास न केवल आपकी मांसपेशियों को टोन करते हैं, साथ ही हड्डियों के घनत्व, शरीर की मुद्रा और गतिशीलता में भी सुधार करते हैं। कैंसर रोगियों के लिए यह सभी अति आवश्यक होते हैं।
नियमित शारीरिक व्यायाम हमारी प्रतिरक्षा और लिंफैटिक सिस्टम को मजबूत करने में सहायक है। प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होने से संक्रमण और कैंसर की कोशिकाएं बढ़ने नहीं पाती हैं। वहीं लिंफैटिक सिस्टम शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
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