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अध्ययन का दावा- इस वैक्सीन के कारण युवाओं में बढ़ा हृदय की बीमारी का चांस
कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए विशेषज्ञ वैक्सीनेशन को सबसे प्रभावी उपाय मानते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए दुनियाभर में वैक्सीनेशन अभियान को तेज कर दिया गया है। भारत में मौजूदा समय में कोरोना की फिलहाल तीन वैक्सीन- कोविशील्ड, कोवैक्सीन और रूस द्वारा निर्मित स्पूतनिक उपलब्ध है। देश में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इस बीच वैक्सीनेशन को लेकर प्रकाशित एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने इसके कुछ गंभीर दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को सचेत किया है। वैज्ञानिकों ने बताया कि दुनिया की बड़ी आबादी को दी जा रही फाइजर वैक्सीन के कारण लोगों में तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही हैं। वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन के दौरान फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन ले चुके युवाओं में हृदय से जुड़ी मायोकार्डिटिस बीमारी की पुष्टि की है। तो क्या फाइजर वैक्सीन के इस्तेमाल को तुरंत रोक देना चाहिए? जानिए इस बारे में वैज्ञानिकों की क्या राय है?