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पोस्ट कोविड का अजीबो-गरीब लक्षण, रोगी के पैरों का रंग पड़ गया नीला, जानिए क्या है ये समस्या

Manish Sahu
12 Aug 2023 6:40 PM GMT
पोस्ट कोविड का अजीबो-गरीब लक्षण, रोगी के पैरों का रंग पड़ गया नीला, जानिए क्या है ये समस्या
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लाइफस्टाइल: वैश्विक स्तर पर कोरोना संक्रमण का जोखिम अब भी जारी है। भारत सहित यूके में कोरोना के नए वैरिएंट एरिस के बारे में पता चला है, जिसको लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ अलर्ट कर रहे हैं। कोरोना के नए वैरिएंट्स से संक्रमण के साथ अब भी लॉन्ग कोविड का खतरा स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। कई लोगों में संक्रमण से ठीक होने के एक साल से अधिक समय बाद तक भी पोस्ट कोविड के लक्षण देखे जा रहे हैं।
इस बीच हालिया रिपोर्ट में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संक्रमित में लॉन्ग कोविड के एक अप्रत्याशित लक्षण को लेकर अलर्ट किया है।
द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने लॉन्ग कोविड वाले रोगी में पैरों के नीला पड़ जाने की समस्या देखी है। रिपोर्ट के मुताबिक रोगी में 10 मिनट तक खड़े रहने के बाद पैर नीले पड़ने की असामान्य समस्या देखी गई है। आइए पोस्ट कोविड की इस समस्या के बारे में समझते हैं।
लॉन्ग कोविड में होने वाली समस्या
लॉन्ग कोविड में पैरों के नीला पड़ने की समस्या
लॉन्ग कोविड के दुष्प्रभावों को समझने के लिए किए गए इस अध्ययन में 33 वर्षीय व्यक्ति के मामले का जिक्र है, जिसमें एक्रोसायनोसिस नामक स्थिति विकसित हुई। एक्रोसायनोसिस पैरों की नसों में रक्त के जमा होने की स्थिति है, जिसके कारण उसके पैर का रंग नीला हो जाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक खड़े होने के एक मिनट बाद पैर लाल होने लगे और समय के साथ और अधिक नीले होते गए। 10 मिनट के बाद नीला रंग अधिक स्पष्ट तौर पर दिखाई देने लगा। इसके अलावा रोगी ने पैरों में भारीपन और खुजली की समस्या के बारे में भी सूचित किया।
पैरों के रंग में बदलाव की समस्या
क्या कहते हैं शोधकर्ता?
यूके के लीड्स विश्वविद्यालय द्वारा किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया कि जब व्यक्ति बैठ जाता है तो दो मिनट बाद पैरों का मूल रंग वापस आ जाता है। अध्ययन में कहा कि मरीज ने बताया कि उसे कोविड-19 संक्रमण के बाद से इस तरह की समस्याओं का अनुभव होना शुरू हुआ है।
अध्ययन के लेखक और विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में एसोसिएट क्लिनिकल प्रोफेसर मनोज सिवन कहते हैं, रोगी की स्थिति की जांच में पाया गया कि उसे एक्रोसायनोसिस की समस्या है, जो संभवत: कोविड-19 के कारण विकसित हुई है।
लॉन्ग कोविड में होने वाली दिक्कतें
लॉन्ग कोविड के हो सकते हैं कई दुष्प्रभाव
इसके पहले रोगी में पोस्टुरल ऑर्थोस्टैटिक टैकीकार्डिया सिंड्रोम (पीओटीएस) का निदान किया गया था, इस स्थिति में खड़े होने पर हृदय गति में असामान्य वृद्धि हो जाती है।
प्रोफेसर मनोज सिवन कहते हैं, लॉन्ग कोविड को शरीर में कई प्रणालियों को प्रभावित करते हुए दिखाया गया है, जिसमें ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम भी शामिल हैं जो हृदय गति, रक्तचाप, श्वसन, पाचन और यौन उत्तेजना जैसी अनैच्छिक प्रक्रियाओं को विनियमित करने के लिए जिम्मेदार मानी जाती है।
एक्रोसायनोसिस की समस्या के बारे में जानिए
एक्रोसायनोसिस के बारे में जानिए
एक्रोसायनोसिस, एक प्रकार की फंक्शनल पेरिफेरल आर्टरी डिजीज है, जिसके कारण दोनों हाथों और या दोनों पैरों का रंग नीला पड़ जाता है। प्राथमिक तौर पर एक्रोसायनोसिस को ज्यादातर रोगियों में आमतौर पर हानिरहित समस्या माना जाता है, लेकिन अगर इसपर ध्यान न दिया जाए तो यह समस्या गंभीर भी हो सकती है।
कोरोना संक्रमण के कारण यह समस्या क्यों विकसित हुई है इस बारे में समझने के लिए अध्ययन किया जा रहा है।
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