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पेट के कीड़े बन सकते है अस्थमा का कारण, जाने इनका घरेलु उपचार

SANTOSI TANDI
20 Aug 2023 12:29 PM GMT
पेट के कीड़े बन सकते है अस्थमा का कारण, जाने इनका घरेलु उपचार
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जाने इनका घरेलु उपचार
सामान्य सा जीवन जीने पर अचानक पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है। डॉक्टर से मिलने के बाद पता चलता है कि पेट में कीड़े हैं। ये कीड़े ज्यादातर बच्चों के पेट में पाए जाते हैं। पेट में कीडे पड़ना एक आम-सी बात है। इसमें पाचन संबंधी विकार जैसे भूख न लगना, जी मिचलाना, उल्टी आना और कमजोरी होने लगती है। जब ये कीड़े लार्वे फेफडे तक पहुंच जाते हैं, तो दमा रोग भी हो सकता है। सही समय पर अगर इसका उपचार के उपाय ना हो तो ये कीड़े धीरे धीरे फेफड़ों तक पहुँच जाते है, जिस कारण अस्थमा होने का ख़तरा रहता है। आज हम बताने जा रहे हैं आपको ऐसे समय में किये जाने वाले घरेलु उपचारों के बारे में।
पेट के कीड़ों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है- स्वच्छता। खाने-पीने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोना, ढ़ककर रखें भोजन, सड़क किनारे मिलने वाले कटे फलों से दूर ही रहना चाहिए।
लस्सी में पीसी हुई काली मिर्च और काला नमक मिलाकर पिए। इस नुस्खे को चार से पांच दिन प्रयोग करने पर पेट के कीड़े नष्ट हो जाएँगे।
लहसुन में कई ऐसे गुण होते है जैसे की एमिनो एसिड जो हर तरह के पेट के कीड़े मारने का काम करते है। रोजाना सुबह लहसुन की 2-3 कली खाली पेट खाए। ये आप एक हफ्ते तक लगातार करे। ये एक पेट के कीड़े का आसन इलाज है। आप लहसुन की 2 कली को पीस कर आधा कप दूध में मिलकर उससे गरम करके भी सेवन कर सकते है।
गाजर को भी पेट में कीड़े के इलाज के लिए जाना जाता है। 1-2 गाजर प्रतिदिन सुबह खाली पेट चबा कर खाना है इससे ना सिर्फ कीड़े मारने में मदद मिलेंगे, साथ ही आगे के लिए पेट के कीड़े से बचाव होगा।
पेट में कीड़े हो तो आधा चम्मच हल्दी लेकर तवे पर सूखी भून लें। फिर इसे रात को सोते समय पानी से लें।
पेट में कीड़े हो तो बच्चों को आधा चम्मच प्याज का रस दो- तीन दिन तक पिलाने से काफी लाभ होता है।
तुलसी की पत्तियों का रस दिन में दो बार लेने से भी इस रोग में आराम मिलता है।
नीम में बहुत से लाभकारी गुण पाए जाते है। जो कितने ही बीमारियों को ठीक करते है। उन्ही में से ये भी है। नीम ना सिर्फ कीड़ो को बाहर निकालता है इससे जो कीड़े मरने के बाद विषेले पदार्थ छोड़ देते है उनको भी बहार निकल देता है।
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