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थायरॉइड हमारे शरीर का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक तरह की एंडोक्राइन ग्रंथि है,
थायरॉइड हमारे शरीर का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक तरह की एंडोक्राइन ग्रंथि है, जो हार्मोन्स का निर्माण करती है। हमारे शरीर की हर कोशिका और ग्रंथि थायरॉइड हार्मोन पर ही निर्भर करती है ताकि उसके मेटाबॉलिज़्म को नियंत्रित किया जा सके। थायरॉइड यह बताता है कि शरीर कितनी तेज़ी से कैलोरी बर्न कर सकता है। आजकल थायरॉइड से जुड़ी समस्याएं आम हैं। खासतौर पर महिलाएं हाइपो और हाइपर- थायरॉयडिज़्म से जूझती हैं।
दो तरह के होते हैं थायरॉइड
हाइपरथायरॉइडिज़्म और हाइपोथायरॉइड, दो तरह के थायरॉइड होते हैं। यह समस्या आजकल के बिगड़ते लाइफस्टाइल और खाने पीने की आदतों की वजह से बढ़ती जा रही है। आज हम बता रहे हैं, हाइपो-थायरॉयडिज़्म के बारे में। हाइपो-थायरॉयडिज़्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें पर्याप्त थायराइड हार्मोन नहीं बन पाता। इससे जूझ रहे लोगों को अक्सर ठंड लगती है और वे थका हुआ महसूस कर सकते हैं। साथ ही उनका वज़न आसानी से बढ़ जाता है। हाइपो-थायरॉयडिज़्म को सही इलाज, फिज़िकल एक्टिविटी और अच्छी डाइट की मदद से कंट्रोल में रखा जा सकता है। तो अगर आप भी हाइपो-थायरॉयडिज़्म से जूझ रही हैं, तो इन 6 चीज़ों को कभी न खाएं।
चीनी युक्त फूड्स
चीनी में कैलोरी काफी ज़्यादा होती है और पोषक तत्व बिल्कुल नहीं होते। अगर आप मीठे की शौक़ीन हैं, तो चॉकलेट, चीज़ केक या ज़्यादा चीनी के सेवन से बचें। ऐसा इसलिए क्योंकि हाइपो-थायरॉयडिज़्म की वजह से शरीर का मेटाबॉलिज़्म धीमा होता है, ऐसे में मीठा खाने से वज़न बढ़ता है।
प्रोसेस्ड फूड्स
अगर आपको हाइपो-थायरॉयडिज़्म से जूझ रही हैं, तो डाइट से प्रोसेस्ड फूड्स को बिलकुल निकाल दें। प्रोसेस्ड खाने में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम बढ़ता है।
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हाइपो-थायरॉयडिज़्म में ग्लूटेन के सेवन से भी बचना चाहिए। ग्लूटेन एक प्रोटीन है, जो अनाज, जैसे गेहूं, जौ, राई में मौजूद होता है और इसके सेवन से थायरॉयड बढ़ सकता है।
फैटी फूड्स
हाइपो-थायरॉयडिज़्म में मीट, बटर, मेयोनीज़, जैसी फैट्स से भरपूर चीज़ों का सेवन न करें या बेहद कम करें। साथ ही तला-भुना खाना भी नहीं खाना चाहिए।
कैफीन
कैफीन का सेवन हाइपो-थायरॉयडिज़्म की समस्या को बढ़ सकता है। इसलिए जितना हो सके इन चीज़ों से दूर रहने की कोशिश करें।
सोया प्रोडक्ट्स
अगर आपको हाइपो-थायरॉयडिज़्म है, तो सोया मिल्क, टोफू, सोया बीन्स जैसी चीज़ें न खाएं। कुछ शोध में पाया गया है कि सोया में आइसोफ्लेवोन नाम का कंपाउड पाया जाता है, जो हाइपोथायरॉयड में नुकसान पहुंचा सकता है।
Ritisha Jaiswal
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