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मौसम के बदलाव के साथ डेंगू के मामले बहुत तेजी से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं
जनता से वेबडेस्क। भारत के कई हिस्सों में बारिश और मौसम के बदलाव के साथ डेंगू के मामले बहुत तेजी से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। यही नहीं इस बार डेंगू के नए वेरिएंट के फैलने की वजह से लोगों की चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है। डेंगू को लेकर चिंता का विषय एक यह भी है कि इससे बचाव के लिए हमारे पास कोई भी वैक्सीन नहीं है। वैक्सीन ना होने की वजह से डेंगू को रोक पाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।
आपको बता दें कि डेंगू संक्रमण एक खास किस्म के मच्छर के काटने से होता है। लेकिन इस मच्छर के काटने सामान्य मच्छर के काटने में किसी तरह का अंतर मुश्किल ही देखने को मिलता है। ऐसे में डेंगू से बचे रहने के कुछ ही उपाय शेष रह गए हैं। इसलिए आज हम आपको डेंगू के बारे में जागरूक भी करेंगे और इसके फैलने के शुरुआती लक्षण भी बताएंगे। जिसके जरिए आप इस भयंकर महामारी से बच सकते हैं।
कब और कहां काटता है डेंगू का मच्छर
डेंगू के मच्छर को लेकर अक्सर कहा जाता है कि यह दिन के समय ज्यादा एक्टिव रहता है, यानी दिन के समय इसके काटने का खतरा सबसे अधिक होता है। बताया जाता है कि सुबह सूरज निकलने के दो घंटे तक और शाम को सूरज छिपने से कुछ देर पहले तक यह लोगों को अपना शिकार बना लेता है।
हालांकि कई बार यह सूरज डूबने के बाद भी आपको काट सकता है। इसके अलावा डेंगू का मच्छर आमतौर पर लोगों के एंकल, एल्बो आदि को ही अधिक टारगेट करता है। ध्यान रहे कि इस मच्छर की एक ही बाइट आपको मौत की नींद तक सुला सकती है। इसके एक बार काटने के बाद आपको कई लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं।
डेंगू के लक्षण
अगर आपको ऐसा लग रहा है कि डेंगू आपको किसी भी मच्छर के काटने से हो सकता है, तो आपको बता दें कि आप गलत हैं। डेंगू आपको Aedes Aegypti नाम की मच्छर की प्रजाति के काटने की वजह से ही होता है। मच्छर की यह प्रजाति मानसून या बारिश के मौसम में सक्रिय रहती है। वहीं यह सर्दियों में जीवित नहीं रहती। डेंगू के मच्छर के काटने के शुरुआती लक्षणों पैरों पर दिख सकते हैं। इसमें आपके पैरों पर डार्क या सफेद दाग दिखने लगते हैं। इसके अलावा केवल मादा मच्छर ही इंसान और जानवरों को काट सकती हैं। नर मच्छर से डेंगू का खतरा नहीं होता।
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स्किन पर डेंगू के मच्छर का असर
आपको किसी सामान्य मच्छर ने काटा है या डेंगू के मच्छर ने। इसकी पहचान कर पाना थोड़ा कठिन है। ऐसे में डेंगू की समस्या से बचाव ही एक अच्छा विकल्प है। इसके अलावा बताया जाता है कि डेंगू का मच्छर जिस भी जगह पर काटता है वहां से स्किन अधिक लाल होने लगती हैं और इसमें खुजली भी अधिक होती है।
कब दिखने लगते हैं लक्षण
डेंगू के मच्छर के काटने के 4 से 10 दिन के बीच में इसके लक्षण दिखने लगते हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू होने के लक्षण मच्छर के काटने के तुरंत बाद भी देखने को मिल सकते हैं। अगर आप पहले से ही किसी बीमारी का शिकार हैं तो डेंगू के लक्षण आप पर अलग हो सकते हैं। वहीं उम्र के हिसाब से भी डेंगू के लक्षण अलग दिख सकते हैं।
डेंगू के बुखार के साथ इसके नए स्ट्रेन से प्रभावित होने का खतरा भी लोगों में अधिक हो गया है। ऐसे में अगर इस संक्रमण से खुद को पूरी तरह सुरक्षित रखना है या जल्दी ठीक होना है, तो इसके शुरुआती लक्षणों के समय पर ही निदान और उपचार प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है। इसके कुछ शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं
तेज बुखार जिसमें पारा 103 डिग्री फारेनहाइट तक जा सकता है
शरीर में दर्द रहना
ठंड लगना, कमजोरी महसूस करना और थकावट रहना।
जोड़ों और हड्डियों में दर्द रहना।
पेट में दर्द रहना।
स्किन पर निशान और आंखों का लाल होना
मतली और उल्टी होना।
अब जान लीजिए बचाव के भी तरीके
अगर आप डेंगू की समस्या से पीड़ित नहीं होना चाहते, तो इससे बचने के कुछ तरीके आप जरूर आजमा सकते हैं। यह उपाय कुछ इस प्रकार हैं।
अपने आस पास सफाई रखें और पानी एकत्रित ना होने दें।
चिड़िया के पानी पीने के बर्तन को साफ रखें और रोज पानी बदले।
पूरे ढके हुए कपड़े पहने, कोशिश करें की शरीर का अंग खुला ना रहे।
मच्छरों से बचने वाली क्रीम या स्प्रे आदि का उपयोग करें।
घर में मच्छरों से राहत पाने के लिए ऑल आउट, या मच्छरदानी का उपयोग करें।
अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने के लिए एक सही जीवन शैली और आहार का चुनाव करें।
ध्यान रहे कि डेंगू से बचने की कोई भी वैक्सीन मौजूद नहीं है। इसलिए बचाव के सभी जरूरी उपाय का पालन करते रहें।
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