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धूम्रपान करने वाले लोगों के लिए फेफड़ों के हेल्थ का समय-समय पर जांच करवाते रहना बहुत जरूरी है जिससे किसी भी खतरे का समय रहते पता लगाया जा सके और उचित इलाज से उसे ठीक किया जा सके। धूम्रपान फेफड़ों पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है, जिससे कई तरह के श्वसन रोगों का खतरा बढ़ जाता है। फेफड़ों की हेल्थ को पता लगाने वाले जरूरी टेस्ट की जानकारी होने से धूम्रपान करने वाले लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रह सकते हैं। आइए जानते हैं इन टेस्ट के बारे में।
1. स्पाइरोमेट्री टेस्ट
स्पाइरोमेट्री टेस्ट एक नॉर्मल टेस्ट है, जो यह बताता है कि आपके फेफड़े कितनी अच्छी तरह से काम करते हैं। यह फेफड़ों की क्षमता, वायु प्रवाह और इस बात का आकलन करता है कि आप कितने प्रभावी ढंग से हवा छोड़ सकते हैं। परीक्षण के दौरान, आपको गहरी सांस लेने और स्पाइरोमीटर से जुड़ी ट्यूब में फूंक मारने के लिए कहा जाएगा। इसके परिणाम क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) या अस्थमा जैसे रोगों की पहचान करने में मदद करेंगे। ये वे सामान्य रोग हैं जिनके होने का खतरा धूम्रपान करने वालों में ज्यादा होता है।
2. छाती का एक्स-रे
छाती का एक्स-रे चीड़-फाड़ रहित इमेजिंग टेस्ट है, जिसमें आपकी छाती की क्लीयर इमेज होती है। यह परीक्षण आपके फेफड़ों में मौजूद किसी भी तरह की प्रॉब्लम, जैसे- सूजन, संक्रमण, ट्यूमर या फेफड़ों की बीमारी के लक्षण को बताने में मदद कर सकता है। छाती का नियमित एक्स-रे कराने से फेफड़ों के स्वास्थ्य के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है।
3. सीटी स्कैन (कम्प्यूटेड टोमोग्राफी)
सीटी स्कैन ज्यादा हाईटेक इमेजिंग तकनीक है, जो फेफड़ों की क्रॉस-सेक्शनल छवियां बनाती है। यह फेफड़ों के कैंसर, वातस्फीति या फेफड़ों में रक्त के थक्के का पता लगाने के लिए उपयोगी है। लंबे समय से धूम्रपान कर रहे लोगों के लिए, फेफड़ों के कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए सीटी स्कैन एक प्रभावी स्क्रीनिंग उपकरण हो सकता है।
4. एबीजी टेस्ट
एबीजी टेस्ट आपके ब्लड में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के लेवल को बताता है। यह परीक्षण श्वसन रोग संबंधी लक्षण लिए हुए धूम्रपान करने वाले लोगों के लिए जरूरी है, क्योंकि यह ब्लड सर्कुलेशन में ऑक्सीजन स्थानांतरित करने और कार्बन डाइऑक्साइड को हटाने में आपके फेफड़ों की कैपेसिटी का मूल्यांकन करने में मदद करता है।
5. ऑक्सीमेट्री टेस्ट
ऑक्सीमेट्री टेस्ट, जो अक्सर पल्स ऑक्सीमीटर के साथ किया जाता है, आपके ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा को मापता है। यह एक सिंपल, पीड़ा रहित और चीड़-फाड़ रहित टेस्ट है जिसका उपयोग आमतौर पर सीओपीडी जैसी श्वसन रोग से ग्रस्त धूम्रपान करने वाले लोगों में फेफड़ों के फंक्शन की जांचने के लिए किया जाता है।
6. पीक एक्सपिरेटरी फ्लो (पीईएफ) टेस्ट
पीईएफ टेस्ट यह मापता है कि आप कितनी तेजी से हवा को बलपूर्वक बाहर निकाल सकते हैं। यह फेफड़ों के कार्य क्षमता में हुए बदलावों की निगरानी करने और अस्थमा या सीओपीडी ट्रीटमेंट के इफेक्ट का मूल्यांकन करने के लिए एक जरूरी उपकरण है। नियमित पीईएफ कराते रहने से फेफड़ों की बिगड़ती स्थिति को जल्दी पहचानने में मदद मिल सकती है।
7. सीबीसी
सीबीसी एक ब्लड टेस्ट है, जो आपके शरीर की ऑक्सीजन लेने की क्षमता सहित आपके ओवरऑल हेल्थ का आकलन करता है। यह आपके ब्लड में लाल रक्त कोशिकाओं, श्वेत रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट की संख्या को मापता है। लाल रक्त कोशिकाओं का निम्न स्तर एनीमिया की ओर इशारा करता है, जो ऑक्सीजन संचरण को प्रभावित करता है।
धूम्रपान से जुड़ी समस्याओं के बढ़ते खतरों के कारण धूम्रपान करने वालों के लिए फेफड़ों के स्वास्थ्य की निगरानी करना बेहद महत्वपूर्ण है। स्पिरोमेट्री, छाती का एक्स-रे, सीटी स्कैन, एबीजी, ऑक्सीमेट्री, पीईएफ और सीबीसी जैसे आवश्यक परीक्षण आपके फेफड़ों की स्थिति और समग्र श्वसन क्रिया के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान कर सकते हैं। फेफड़ों की समस्याओं का शीघ्र पता लगाने से समय पर हस्तक्षेप कार्रवाई की जा सकती है और बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।