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भारत में 16 मार्च का दिन वैक्सीनेशन डे (National Vaccination Day) के रूप में मनाते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत में 16 मार्च का दिन वैक्सीनेशन डे (National Vaccination Day) के रूप में मनाते हैं. वहीं इस दिन को इम्यूनाइजेशन डे (Immunization day) भी कहते हैं. आज हम बात कर रहे हैं वैक्सीन और नींद की. क्या आप जानते हैं कि वैक्सीन का पूरा प्रभाव पाने के लिए बेहतर नींद लेनी जरूरी है? जी हां, वैक्सीन का पूरा फायदा तभी मिलता है जब व्यक्ति पूरी नींद लेता है. जब व्यक्ति की नींद पूरी होगी तब उसका इम्यूनिटी सिस्टम भी बूस्ट होगा. ऐसे में जानना जरूरी है कि नींद और वैक्सीन में संबंध क्या है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि भरपूर नींद ना लेने से वैक्सीन के असर पर कैसे प्रभाव पड़ सकता है. ये लेख गेटवे ऑफ हीलिंग साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी द्वारा दिए गए इनपुट्स पर बना है.
वैक्सीन और नींद
बता दें कि वैक्सीनेशन के दौरान सबसे पहले कमजोर वायरस को बॉडी में डालते हैं, जिसके बाद उस वायरस के विरोध में एंटीबॉडी बनती है. एंटीबॉडी को लेकर स्मृति कोशिकाएं बनने लगती हैं, जिसके बनने के बाद बॉडी संबंधित एंटीबॉडी को पहचानना शुरू कर देती है और उनसे लड़ने के लिए खुद को तैयार करती है. जब शरीर पूरी तरीके से तैयार हो जाता है तो संबंधित एंटीजन पर प्रहार करता है. बॉडी में एंटीबॉडी फॉरमेशन होता है, साइटोकाइन इसी का ही हिस्सा है. वहीं बेहतर नींद लेने से साइटोकाइन (Cytokines) अच्छे से बनते हैं. ऐसे में हम कह सकते हैं कि नींद कम लेने से एंटीबॉडी कम बनती है. इसलिए वैक्सीनेशन के दौरान अच्छी नींद लें.
स्लीप फाउंडेशन से जानें संबंध
नेशनल स्लीप फाउंडेशन का भी मानना है कि पूरी नींद न लेने से वैक्सीन का प्रभाव पूरी तरह से नहीं होता. इसके साथ ही एलर्जी व अन्य समस्याओं का सामना भी शरीर को करना पड़ सकता है.
Teja
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