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लाइफ स्टाइल
साइंस ने भी माना महिलाओं के लिए अमृत होता है आम, रोजाना खाने से होंगे कई फायदे
Deepa Sahu
24 July 2021 12:02 PM GMT
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आम विशेष रूप से क्वेरसेटिन, गैलिक एसिड, केम्पफेरोल और एलाजिक एसिड जैसे पॉलीफेनोल का एक समृद्ध स्रोत है।
आम विशेष रूप से क्वेरसेटिन, गैलिक एसिड, केम्पफेरोल और एलाजिक एसिड जैसे पॉलीफेनोल का एक समृद्ध स्रोत है। एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध आम को फलों का राजा भी कहा जाता है और ये फल हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है।
खासकर महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए आम बहुत ही फायदेमंद है। क्योंकि आम ब्रेस्ट कैंसर को रोकने से लेकर शानदार त्वचा को बनाए रखने में भी कई तरह से लाभकारी है। यहां हम आपको महिलाओं के लिए आम के अद्भुत स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताएंगे। जानिए महिलाओं को अपनी डाइट में क्यों शामिल करना चाहिए आम।
स्किन के लिए फायदेमंद है आम
आम में विटामिन सी, क्वेरसेटिन और कैरोटीनॉयड जैसे कई महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट यौगिक मौजूद होते हैं, जो स्किन की सेहत का खास ख्याल रखते हैं। अल्फा-टोकोफेरोल, विटामिन ई का एक सक्रिय रूप है जो कि आम के गूदे में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। अल्फा-टोकोफेरोल अपनी कोशिका-संरक्षण गतिविधि के लिए ही जाना जाता है।एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि यूवी किरणों के जोखिम से आम स्किन की सुरक्षा कर कोलेजन के निर्माण में मदद कर सकता है। कुल मिलाकर आम सभी की त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है, खासकर महिलाओं के लिए। [1]
स्तन कैंसर के खतरे को रोकता है आम
स्तन कैंसर महिलाओं में प्रचलित टॉप तीन प्रकार के कैंसर में आता है। 2018 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रेस्ट कैंसर में 162468 नए मामले दर्ज किए गए हैं और 87090 महिलाओं की मौत हुई है। एक शोध में पता चला है कि आम में पॉलीफेनोल (Polyphenol) जैसे गैलिक एसिड और गैलोटेनिन ने महिलाओं के स्तन कैंसर के खिलाफ साइटोटोक्सिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों का जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
इसमें कहा गया है कि ये पॉलीफेनोल्स यौगिक कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं और साथ ही ट्यूमर की मात्रा को 73 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। इसलिए एक्सपर्ट्स की सलाह है कि आम को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
PCOS समस्याओं को कम करता
एक अध्ययन के अनुसार, आम विशेष रूप से इसके पेड़ के पत्तों में फाइटोकेमिकल यौगिकों (phytochemical compounds) और पॉलीफेनोल्स जैसे मायो-इनोसिटोल, मैंगिफेरिन और गामा-ओरिजनोल की उच्च सांद्रता (high concentration) होती है। मायो-इनोसिटोल एक कार्बनिक यौगिक है जो विटामिन बी से संबंधित है और इसका उपयोग पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome) (PCOS) के ट्रीटमेंट में किया जाता है।
यह यौगिक PCOS वाली महिलाओं में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और मेटफॉर्मिन की तुलना में फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बेहतर तरीके से कम करने में मदद कर सकता है।
वजाइनल हेल्थ में मददगार
कुछ फंगल (Vulvovaginal candidiasis) और बैक्टीरियल (Bacterial Vaginosis) इंफेक्शन वजाइल हेल्थ को प्रभावित कर सकते हैं और जेनिटल पार्ट में सूजन, दर्द और खुजली जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, आम के क्वेरसेटिन और गैलिक एसिड में शक्तिशाली सूजन-रोधी और खुजली-रोधी गुण पाए जाते हैं और यह लक्षणों के उपचार के साथ-साथ योनि से संक्रमण को खत्म करने में मदद कर सकते हैं। आम में ये दो महत्वपूर्ण पॉलीफेनोल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, और इसलिए, इसका सेवन अच्छे वजाइल हेल्थ को सही बनाए रखने में मददगार हो सकता है।
मेनोपॉज वाली महिलाओं के लिए फायदेमंद
आम बीटा-कैरोटीन जैसे कैरोटीनॉयड से भरपूर होते हैं, साथ ही कई फेनोलिक एसिड होते हैं जो त्वचा को एंटीऑक्सिडेंट और फोटोप्रोटेक्टिव प्रभाव प्रदान करने में मदद कर सकते हैं। महिलाओं में ऐसी समस्याएं अक्सर मोनोपॉज यानी पीरियड खत्म होने के बाद आती हैं।
एक अध्ययन के अनुसार, लगभग 85 ग्राम आम (लगभग आधा कप) का सेवन महिलाओं में चेहरे की झुर्रियों और एरिथेमा के विकास को कम करने में मदद कर सकता है। इससे पता चलता है कि महिलाओं को अपने आहार में आम को जरूर शामिल करना चाहिए।
गर्भावस्था में कब्ज से लड़ता है
एक अध्ययन में बताया गया है कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कब्ज की काफी समस्या होती है। आम का भरपूर सेवन कब्ज में राहत मिलती है। आम के सूजन-रोधी यानी एंटी इंफ्लेमेटरी इफेक्ट्स कब्ज की परेशानी को काफी हद तक कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, आम के गूदे की उच्च फाइबर सामग्री और रेचक गुण आंतों की सूजन को कम करने और Stool frequency यानी मल में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
डिम्बग्रंथि के कैंसर को दबाता है
डिम्बग्रंथि का कैंसर महिलाओं में पाया जाने वाला एक अन्य प्रकार का कैंसर है। एक अध्ययन के अनुसार, मैंगिफेरिन, आमों में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक ग्लूकोसाइल जैंथोन डिम्बग्रंथि के कैंसर से पीड़ित महिलाओं को कैंसर रोधी और मेटास्टेटिक विरोधी प्रभाव प्रदान करने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त भी आम खाने के कई फायदे हैं।
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