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Savings Account Interest Rate: बचत खाते में जो रकम जमा करवाई जाती है उस पर ब्याज मिलता है. ब्याज दर अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग हो सकती है. बैंकों की तरफ से ब्याज दर समय समय पर बदल दी जाती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Savings Account Interest Rate: सेविंग अकाउंट या बचत खाता लगभग सभी का होता है. इस खाते का इस्तेमाल पैसे रखने और पैसों के लेन-देने के लिए होता है. बचत खाते में जो रकम जमा करवाई जाती है उस पर ब्याज मिलता है. ब्याज दर अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग हो सकती है. बैंकों की तरफ से ब्याज दर समय समय पर बदल दी जाती है. ब्याज तिमाही, छमाही या सालाना तौर पर मिलता है.
अगर आप इन दिनों सेविंग अकाउंट खुलवाने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि कौन-सा बैंक बचत खाते पर कितना ब्याज दे रहा है.
बचत खाते पर ये बैंकर दे रहे ज्यादा ब्याज
RBL (ब्याज दर 4.25-6.00%)
बंधन बैंक (ब्याज दर 3.00-6.00%)
इंडसइंड बैंक (ब्याज दर 4.00-6.00%)
यस बैंक (ब्याज दर 4.00-5.50%)
IDFC फर्स्ट बैंक (ब्याज दर 4.00-5.00%)
ICICI बैंक (ब्याज दर 3.00-3.50%)
HDFC बैंक (ब्याज दर 3.00-3.50%)
PNB (ब्याज दर 2.90%)
बैंक ऑफ इंडिया (2.90%)
SBI (ब्याज दर 2.70%)
ब्याज पर लगता है टैक्स
बचत खाते पर जो ब्याज मिलता है उस पर टैक्स लगता है. आप किस टैक्स स्लैब में आते हैं, इस आधार पर टैक्स लगता है. इनकम टैक्स के नियमों के अनुसार अगर बचत खाते से मिले ब्याज की रकम 10 हजार रुपये से अधिक होती है तो धारा 80टीटीए के तहत आपको उस पर टैक्स देना होगा. सीनियर सिटीजन के लिए ये सीमा 80टीटीबी के तहत 50 हजार रुपये की है.
न्यूनमत बैलेंस की सुविधा
बचत खाते में मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है. अगर खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं है तो कुछ जुर्माना देना पड़ता है. हालांकि बचत खाते भी अलग-अलग तरह के होते हैं. कुछ सेविंग्स अकाउंट ऐसे भी होते हैं, जिनमें न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त नहीं होती है.
कई तरह से भुगतान की सुविधा
सेविंग अकाउंट का एक फायदा यह भी है कि इससे आप कई तरह से भुगतान कर सकते हैं. डेबिट कार्ड, चेक और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए बचत खाते से ट्रांजेक्शन हो सकता है. बैंकों के मोबाइल ऐप के जरिए भी इस खाते का इस्तेमाल किया जा सकता है. बचत खाते से कितना लेनदेन हुआ है इसकी पूरी जानकारी आपको स्टेटमेंट के जरिए मिलती रहती है
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