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हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है सॉना बाथ, जानिए इसके अन्य फायदे

Tara Tandi
3 Sep 2022 10:57 AM GMT
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है सॉना बाथ, जानिए इसके अन्य फायदे
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कई कारणों से हमारे देश में सॉना बाथ या भाप स्नान ज्यादा प्रचलित नहीं है। भारत में अधिकांश क्षेत्र हॉट और ह्यूमिड होते हैं,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कई कारणों से हमारे देश में सॉना बाथ या भाप स्नान ज्यादा प्रचलित नहीं है। भारत में अधिकांश क्षेत्र हॉट और ह्यूमिड होते हैं, इसलिए यह गर्म और भाप से भरे सॉना बाथ की आवश्यकता को समाप्त कर देता है। लेकिन क्या आपको मालूम है, कि कसरत के बाद सॉना बाथ लेने से हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है? हां, ये बिल्कुल सच है! और एक वैज्ञानिक शोध में इस बात की पुष्टि की गई है। जानने के लिए इसे अंत तक पढ़ती रहें।

हाल ही में, अमेरिकन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अकेले व्यायाम और सॉना बाथ के साथ संयुक्त व्यायाम की तुलना करें, तो यह हृदय स्वास्थ्य के लिए कहीं ज्यादा फायदेमंद होता है। कई अध्ययनों में बताया गया कि व्यायाम करने से बीमारियों से बचा जा सकता है।
वर्तमान स्वास्थ्य और व्यायाम दिशानिर्देश के अनुसार सप्ताह में तीन से पांच सेशन में 150-300 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली शारीरिक व्यायाम करना चाहिए। यह आपके हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करेगा। वहीं अध्ययन की मानें तो वर्कआउट के बाद स्टीम बाथ लेना दिल की सेहत के लिए काफी हेल्दी होता है।
समझिए क्या है सॉना बाथ
सॉना बाथ की उत्पत्ति फिनलैंड से हुई है। जहां यह 2000 से अधिक वर्षों से लोगों के जीवन का एक हिस्सा बना हुआ है। सॉना एक फिन्निश शब्द है, जिसका अर्थ है "स्नान" या "स्नानघर"। इसके लिए एक छोटे लकड़ी के कमरे का इस्तेमाल होता है। जहां आप ड्राई और वेट हीट सेशन का अनुभव करती हैं। भाप और गर्म पानी से नहाने से पसीना आता है। आपको केवल सॉना बाथ के कमरे में कपड़े उतार कर बैठना है और गर्मी को अपना काम करने देना है।
भाप के स्नान के कई स्वास्थ्य लाभ हैं
यह डिटॉक्सिफिकेशन, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाना, वेट लॉस, ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करना, दर्द कम करना, एंटी एजिंग, त्वचा को पुनर्जीवित करना, कार्डियोवैस्कुलर फंक्शन को इंप्रूव करना, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना और साथ ही स्ट्रेस मैनेजमेंट, हेल्दी स्लीप और बॉडी को रिलैक्स रखने में भी मदद करता है।
अमेरिकन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में, रिसर्चर्स ने इस अध्ययन में 30-60 आयु वर्ग के 50 पुरुष और महिला प्रतिभागियों को शामिल किया और उन्हें दो समूहों में विभाजित कर दिया। एक जिन्होंने दिशानिर्देश नियंत्रित व्यायाम किया और एक जहां जिन्होंने 15 मिनट सॉना बाथ के साथ संयुक्त व्यायाम किया।
रिसर्च में देखा गया कि संयुक्त व्यायाम और सॉना समूह में, सीआरएफ (कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस) में अधिक महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गयी। वहीं सिस्टोलिक रक्तचाप (एसबीपी) और कोलेस्ट्रॉल में अकेले व्यायाम समूह की तुलना में सॉना समूह में काफी कमी देखी गयी।
पबमेड सेंट्रल द्वारा 2007 में प्रकाशित एक अध्ययन से यह भी पता चलता है कि नियमित सॉना थेरेपी से (15 मिनट के लिए 60 डिग्री सेल्सियस) होमोडायनामिक पैरामीटर, क्लीनिकल सिम्टम्स, कार्डियक फ़ंक्शन और कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (CHF) के मरीजो में वैस्कुलर एंडोथेलियल फ़ंक्शन में सुधार देखने को मिला।
एंडोथेलियम- डिपेंडेंट डिलैटेशन, आरटीएल स्तरप्लस को कम करके, ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम को मॉड्यूलेट करके, इसके साथ ही लिपिड प्रोफाइल को सर्कुलेट करता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। यह सभी कंडीशन कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को इंप्रूव करते हैं।
हृदय रोगों बढ़ते मामलों को देलहते हुए, स्वस्थ हृदय के लिए कुछ अतिरिक्त करने में कोई बुराई नहीं हैं, इसलिए अपने अगले एक्सरसाइज सेशन के बाद सॉना बाथ लेने की कोशिश करें।
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