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लाइफ स्टाइल
रिसर्च रिपोर्ट में हुआ साबित! फूड चैलेंज या कुकिंग वीडियो के जरिये युवाओं को फल-सब्जियों के प्रति किया जा सकता है आकर्षित
Neha Dani
10 Aug 2022 3:13 AM GMT
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इससे स्वस्थ समाज का निर्माण करने में मदद मिलेगी।
घर से दूर रहने वाले युवा अक्सर फास्ट फूड को भोजन में शामिल कर लेते हैं। इससे वे मोटापे और इससे जुड़ी कई अन्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। युवा पीढ़ी की इस समस्या ने विज्ञानियों को भी चिंता में डाल दिया है। इस विषय पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि फूड चैलेंज और कुकिंग वीडियो की सहायता से छात्रों में स्वास्थ्य के लिए हितकारी फल और सब्जियों को भोजन में शामिल करने की प्रवृत्ति बढ़ती है। इससे वे फल और सब्जियों की महत्ता समझते हैं और हेल्दी फूड को अपनाते हैं।
इस अध्ययन के निष्कर्ष को जर्नल आफ न्यूट्रीशियन एंड बिहेवियर में प्रकाशित किया गया है। यह रोचक तथ्य है कि कालेज जाने वाले छात्र वयस्क आबादी का एक बड़ा हिस्सा हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि कालेज के छात्रों के आहार में कुल वसा की मात्रा अधिक होती है। अधिकतर छात्रों के भोजन में डेयरी, अनाज, फल, दलहन और हरी सब्जियों की मात्रा कम देखी गई है। यूएसए स्थित यूनिवर्सिटी आफ लुईसविले के डिपार्टमेंट आफ हेल्थ एंड स्पोर्ट्स के शोधकर्ता कैरोल ओ-निल के मुताबिक स्वास्थ्य के लिए हितकारी भोजन से छात्रों के दूर होने की मुख्य वजह पोषण और पाक ज्ञान की कमी, वित्तीय अस्थिरता, स्वस्थ भोजन विकल्प तक अपर्याप्त पहुंच और समय की कमी है। उन्होंने बताया कि कालेज में पोषण कार्यक्रम का उद्देश्य ज्ञान प्राप्ति और पोषण मूल्यांकन कौशल होता है। जीवनशैली में बदलाव करने से छात्र स्वास्थ्य के लिए बेहतर भोजन विकल्प को चुन सकते हैं।
छात्रों को जागरुक करने के लिए पोषण पाठ्यक्रम शामिल
छात्रों को बेहतर भोजन के प्रति आकर्षित करने के लिए पोषण पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें खाद्य
चुनौतियों और खाना पकाने के वीडियो को शामिल करते हुए पन्द्रह सप्ताह का कार्यक्रम तैयार किया गया। इस दौरान छात्रों को कुकिंग के साथ ही भोजन की गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी गई। भोजन में डेयरी, अनाज, फल, दलहन और हरी सब्जियों को शामिल करने के लिए प्रेरित किया गया। इसके बेहद सकारात्मक परिणाम दिखे।
खाना पकाने का दृष्किोण ही बदल गया
प्रयोग: पाठ्यक्रम में आफलाइन और आनलाइन दोनों छात्र थे। उन्हें एक प्रशिक्षक ने भोजन की महत्ता से अवगत कराया।
परिणाम: सेमेस्टर की शुरुआत और अंत में किए गए सर्वेक्षण में पता चला कि पूरे पाठ्यक्रम के दौरान इस कोर्स में शामिल छात्रों ने धीरे-धीरे भोजन में फल और सब्जियों की खपत को बढ़ाया।
निष्कर्ष: शोध प्रमुख ओ-निल ने बताया कि युवाओं को स्वस्थ भोजन के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। इससे स्वस्थ समाज का निर्माण करने में मदद मिलेगी।
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