लाइफ स्टाइल

यूरिन डिजीज को ऐसे करें दूर

Apurva Srivastav
11 Feb 2023 3:54 PM GMT
यूरिन डिजीज को ऐसे करें दूर
x
अपने पेट या पीठ पर हीटिंग पैड का इस्तेमाल करने से यूरिन इंफेक्शन के कारण होने वाले दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
आमतौर पर यह माना जाता है कि यूरिन से जुड़ी समस्याएं केवल बुजुर्ग व्यक्तियों को ही होती है, लेकिन वर्तमान समय में यंग लोगों में भी यह समस्या देखी जा रही है। यूटीआई अर्थात् यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन यूरिनरी सिस्टम के किसी भी हिस्से में होने वाला इन्फेक्शन है। आमतौर पर, यूटीआई संक्रमण लोअर यूरिनरी ट्रैक्ट जैसे मूत्राशय और मूत्रमार्ग शामिल होते हैं। इतना ही नहीं, पुरुषों की तुलना में महिलाओं को भी यूटीआई विकसित होने का अधिक खतरा होता है। यह एक ऐसा इंफेक्शन होता है, जो बेहद गंभीर होता है और इससे आपको काफी अधिक दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए दवाइयों के सेवन के साथ-साथ आप कुछ आसान होम रेमिडीज को भी भी अपना सकते हैं। इसके बारे में आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं-
पीएं अधिक पानी
पानी आपके मूत्राशय में बैक्टीरिया को बाहर निकाल देता है, जिससे संक्रमण से तेजी से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। यह आपके पेशाब को भी पतला करता है। ऐसे में आपको पेशाब करने में दर्द कम हो सकता है। यूरिन आपके शरीर के अपशिष्ट उत्पादों से बनता है। जब आपको मूत्राशय में संक्रमण होता है, तो गहरे रंग का पेशाब अधिक परेशान करने वाला और ए दर्दनाक हो सकता है। इस बीच, पतला मूत्र रंग में हल्का होता है और आमतौर पर उतना परेशान नहीं करता है।
हीटिंग पैड का करें इस्तेमाल
अपने पेट या पीठ पर हीटिंग पैड का इस्तेमाल करने से यूरिन इंफेक्शन के कारण होने वाले दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है। खासतौर से, अगर आप दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो उसके साथ हीटिंग पैड आपको दर्द से निजात दिलाने में मदद करेगा।
क्रैनबेरी जूस का करें सेवन
आपको शायद पता ना हो, लेकिन मूत्राशय के संक्रमण को रोकने में क्रैनबेरी जूस एक नेचुरल ट्रीटमेंट के रूप किया जा सकता है। अगर आपको यूरिन इंफेक्शन है और आप दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इसके साथ क्रैनबेरी जूस का सेवन करें। इससे आपको यकीनन बेहद राहत मिलेगी। हालांकि, फिर भी इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले आप एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
खाएं विटामिन सी रिच फूड्स
विटामिन सी एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है। साथ ही साथ, यूरिन की एसिडिटी को बढ़ाता है, जो बार-बार होने वाले मूत्राशय के संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, विटामिन सी की एंटी-माइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुण संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी डाइट में विटामिन सी रिच फूड्स को अवश्य शामिल करें।
Tagsघरेलु उपायचमत्कारिक घरेलु उपचारहेल्थ टिप्सस्वस्थ रहने के नियमदादी मां के नुक्सेपुरुषों के लिए ब्यूटी टिप्सब्यूटी टिप्ससुंदर बनाने के ब्यूटी टिप्स10 ब्यूटी टिप्सघरेलू नुस्खे फेस के लिएघरेलू नुस्खे बालों के लिएHome RemediesMiraculous Home RemediesHealth TipsHealthy Living RulesGrandma's TipsBeauty Tips for MenBeauty TipsBeauty Tips to be Beautiful10 Beauty TipsHome Remedies for FaceHome Remedies for Hairताज़ा समाचारब्रेकिंग न्यूजजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार हिंदी समाचारआज का समाचारनया समाचारदैनिक समाचारभारत समाचारखबरों का सिलसीलादेश-विदेश की खबरTaaza SamacharBreaking NewsJanta Se RishtaJanta Se Rishta NewsLatest NewsNews WebdeskToday's Big NewsToday's Important NewsHindi NewsBig NewsCountry-World NewsState-wise Hindi NewsToday's Newsnew newsdaily newsindia newsseries of newsnews of country and abroad
Apurva Srivastav

Apurva Srivastav

    Next Story